GST सुधार: छोटी कारें-बाइक होंगी 10% तक सस्ती? जानें बड़ा बदलाव!
मोदी सरकार के GST सुधार से छोटी कारों और 350cc से कम की बाइक पर मिल सकता है 10% तक का भारी फायदा। जानिए 28% GST घटकर 18% कैसे आपकी जेब पर असर डालेगा और कब तक मिलेगी राहत।

बड़ा अपडेट: मोदी सरकार के GST सुधार से सस्ती हो सकती हैं आपकी पसंदीदा छोटी कारें और बाइक!
देश में जीएसटी (वस्तु एवं सेवा कर) लागू होने के आठ साल बाद, अब इसमें बड़े सुधार की तैयारी चल रही है। 15 अगस्त को प्रधानमंत्री जी ने अपने भाषण में GST सुधार की आवश्यकता पर जोर दिया था। इस संभावित बदलाव का सीधा फायदा आम जनता को मिलने की उम्मीद है, खासकर छोटी कारों और 350 सीसी से कम इंजन वाली मोटरसाइकिलों पर 10% तक की भारी छूट मिल सकती है। यह बदलाव न केवल आपकी जेब पर सकारात्मक असर डालेगा, बल्कि ऑटोमोबाइल उद्योग में पिछले चार महीनों से जारी बिक्री में गिरावट को भी दूर करने में मदद कर सकता है।
वर्तमान में गाड़ियों पर कितना लगता है GST?
अभी भारत में विभिन्न प्रकार की गाड़ियों पर अलग-अलग टैक्स स्लैब और सेस (उपकर) लागू होता है:
- इलेक्ट्रिक वाहन: इन पर सबसे कम 5% जीएसटी और 0% सेस लगता है, यानी कुल 5% टैक्स।
- छोटी पेट्रोल गाड़ियां (4 मीटर से कम, 1200cc तक): इन पर 28% जीएसटी और 1% सेस लगता है, जिससे कुल टैक्स 29% हो जाता है।
- छोटी डीजल गाड़ियां (4 मीटर से कम, 1500cc तक): इन पर 28% जीएसटी और 3% सेस लगता है, जिससे कुल टैक्स 31% हो जाता है। नेक्सॉन, एक्सयूवी 3एक्सओ और वेन्यू जैसी गाड़ियां इस श्रेणी में आती हैं।
- 1500cc से ऊपर की गाड़ियां: इन पर 28% जीएसटी और 17% सेस, यानी कुल 45% टैक्स लगता है।
- बड़ी एसयूवी (170mm से अधिक ग्राउंड क्लीयरेंस): इन पर 28% जीएसटी और 22% सेस लगता है, जिससे कुल टैक्स 50% तक पहुंच जाता है। टोयोटा फॉर्च्यूनर जैसी गाड़ियां इस श्रेणी में आती हैं।
- हाइब्रिड कारें: हाईराइडर, ग्रैंड विटारा जैसी हाइब्रिड कारों पर 28% जीएसटी और 15% सेस, यानी कुल 43% टैक्स लगता है। हालांकि, उत्तर प्रदेश में हाइब्रिड कारों पर रोड टैक्स माफ है।
क्या बदलने वाला है? 28% से 18% का असर
सरकार का प्रस्ताव है कि मौजूदा पांच स्लैब (0%, 5%, 12%, 18%, 28%) में से 12% और 28% के स्लैब को हटा दिया जाए। इसका मतलब यह है कि 28% जीएसटी के दायरे में आने वाली अधिकांश चीजें अब 18% के स्लैब में आ सकती हैं।
- मोटरसाइकिलों पर फायदा: 350cc से कम इंजन वाली मोटरसाइकिलें, जैसे स्प्लेंडर, जो अभी 28% जीएसटी के दायरे में आती हैं, वे अब 18% में आ जाएंगी। इससे सीधे 10% का फायदा होगा। उदाहरण के लिए, 1 लाख रुपये की बाइक पर 10,000 रुपये, 2 लाख की बाइक पर 20,000 रुपये और 3 लाख की बाइक पर 30,000 रुपये का सीधा लाभ मिल सकता है।
- छोटी कारों पर बड़ी राहत: 1200cc से कम इंजन वाली छोटी पेट्रोल और डीजल गाड़ियां, जो वर्तमान में 29% से 31% के टैक्स स्लैब में आती हैं, वे भी 18% जीएसटी के दायरे में आ सकती हैं। इससे इन गाड़ियों की कीमतें काफी कम हो जाएंगी। ऑटोमेटिक अल्टो K10 जैसी गाड़ियां, जो पहले 3.5 लाख रुपये तक पहुंच गई थीं, अब अधिक किफायती हो सकती हैं।
- हाइब्रिड कारों के कुछ सेगमेंट: 1200cc तक की हाइब्रिड पेट्रोल गाड़ियां (जैसे नेक्सॉन, एक्सयूवी 3एक्सओ) भी 28% से हटकर 18% पर आ सकती हैं, जिससे उपभोक्ताओं को फायदा मिलेगा।
एक्स-शोरूम कीमतों में 10% से 12% तक की कमी की उम्मीद है। इसका अर्थ है कि जो गाड़ी अभी 10 लाख रुपये की एक्स-शोरूम कीमत पर मिलती थी, वह लगभग 9 लाख रुपये की हो सकती है।
बड़ी लग्जरी गाड़ियों का क्या होगा?
सरकार ने स्पष्ट किया है कि लग्जरी आइटम पर जीएसटी अभी भी उच्च रहेगा, लगभग 40% फ्लैट। हालांकि, बड़ी गाड़ियों पर अभी तक स्पष्टता नहीं है। मौजूदा समय में फॉर्च्यूनर जैसी बड़ी एसयूवी पर कुल टैक्स 50% तक है। यदि इन गाड़ियों को 40% फ्लैट लग्जरी स्लैब में लाया जाता है, तो इन पर भी 10% का फायदा हो सकता है। 30 लाख की एक्स-शोरूम गाड़ी पर 3 लाख, 40 लाख पर 4 लाख और 50 लाख पर 5 लाख रुपये तक का सीधा लाभ मिलने की संभावना है। हालांकि, यह अभी स्पष्ट नहीं है कि सरकार इतनी बड़ी राहत इन सेगमेंट के ग्राहकों को देगी या नहीं।
कब मिलेगी यह राहत?
GST सुधार को लेकर अभी बैठकें चल रही हैं। उम्मीद है कि सरकार अक्टूबर में दिवाली के आसपास इस संबंध में घोषणा कर सकती है, जिससे ग्राहकों को त्योहारी सीजन में छूट का लाभ मिल सके।
विशेषज्ञों की सलाह: अभी गाड़ी खरीदें या रुकें?
जानकारों के अनुसार, यदि आप अभी गाड़ी खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो कुछ समय रुकना फायदेमंद हो सकता है। एक्स-शोरूम कीमत कम होने से न केवल जीएसटी में फायदा होगा, बल्कि रोड टैक्स और इंश्योरेंस की लागत भी कम हो जाएगी। इसके अलावा, यदि किसी गाड़ी की कीमत 10 लाख रुपये से नीचे आ जाती है, तो टीसीएस (TCS) में भी बचत हो सकती है। आगामी महीनों में मारुति और हैरियर फेसलिफ्ट जैसी कुछ नई गाड़ियां भी लॉन्च होने वाली हैं। इसलिए, एक महीने का इंतजार करना आपके लिए लाभकारी हो सकता है।
GST सुधार के पीछे के अन्य कारण?
कुछ विशेषज्ञों का मानना है कि GST सुधार का यह कदम सिर्फ जनता की भलाई के लिए नहीं, बल्कि ऑटोमोबाइल उद्योग की बिक्री बढ़ाने के लिए भी उठाया जा रहा है। पिछले 4 महीनों से कारों की बिक्री में गिरावट आई है और डीलरों के पास भारी स्टॉक जमा हो गया है, जिसे निकालने की जरूरत है। साथ ही, ई-20 ईंधन के अनुरूप बनी गाड़ियों को बेचने का दबाव भी एक कारण हो सकता है।
FAQs
-
Q1: GST सुधार क्या है और इसमें क्या बदलाव प्रस्तावित हैं? A1: GST सुधार में 12% और 28% के मौजूदा जीएसटी स्लैब को हटाने का प्रस्ताव है। इसके तहत, 28% के दायरे में आने वाली अधिकांश वस्तुएं, जिनमें छोटी कारें और बाइक शामिल हैं, 18% के स्लैब में आ सकती हैं, जिससे कीमतें कम होंगी।
-
Q2: छोटी कारों और मोटरसाइकिलों को कितना फायदा मिल सकता है? A2: 350cc से कम की मोटरसाइकिलों और 1200cc से कम इंजन वाली छोटी कारों पर 10% तक का सीधा फायदा मिल सकता है। उदाहरण के लिए, 1 लाख रुपये की बाइक पर 10,000 रुपये तक की बचत हो सकती है।
-
Q3: बड़े और लग्जरी वाहनों पर क्या असर पड़ेगा? A3: सरकार ने लग्जरी आइटम पर फ्लैट 40% जीएसटी रखने की बात कही है। यदि बड़ी लग्जरी गाड़ियां इस स्लैब में आती हैं (जो अभी 50% तक हैं), तो उन पर भी 10% तक का फायदा मिल सकता है, हालांकि इस पर अभी स्पष्टता नहीं है।
-
Q4: यह GST सुधार कब से लागू होने की उम्मीद है? A4: सरकार और उद्योग के बीच बैठकें जारी हैं। उम्मीद है कि अक्टूबर में दिवाली के त्योहार के आसपास इस संबंध में अंतिम घोषणा की जा सकती है, जिससे ग्राहकों को त्योहारी छूट का लाभ मिलेगा।
-
Q5: क्या अभी नई गाड़ी खरीदना सही है या इंतजार करना चाहिए? A5: विशेषज्ञों की सलाह है कि आपको कुछ समय इंतजार करना चाहिए। संभावित जीएसटी कटौती से एक्स-शोरूम कीमत के साथ-साथ रोड टैक्स और इंश्योरेंस भी कम होगा, जिससे आपको दिवाली के आसपास बेहतर डील मिल सकती है।