अमेरिका वीज़ा पॉलिसी: भारतीय ड्राइवर की गलती, बड़ा झटका!
अमेरिका वीज़ा पॉलिसी में बड़ा बदलाव! फ्लोरिडा में भारतीय ट्रक ड्राइवर की गलती से हुए भीषण हादसे के बाद अमेरिका ने विदेशी कमर्शियल ड्राइवरों के लिए वीज़ा बंद किए। जानिए पूरा मामला और इसका वैश्विक प्रभाव।

अमेरिका को अपनी वीज़ा पॉलिसी में बड़ा बदलाव करना पड़ा है, और इसका कारण है एक भारतीय ट्रक ड्राइवर की गलती से फ्लोरिडा में हुआ भयानक सड़क हादसा, जिसमें तीन अमेरिकी नागरिकों की जान चली गई। इस घटना ने न सिर्फ अमेरिकी राजनीतिक गलियारों में डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच जोरदार बहस छेड़ दी है, बल्कि पूरे अमेरिका में विदेशी मूल के ड्राइवर्स के रोजगार पर भी गहरा संकट पैदा कर दिया है। यह ताजा अपडेट आपके लिए जानना बेहद जरूरी है कि कैसे इस एक दुर्घटना ने अमेरिका की इमीग्रेशन और वर्क परमिट नीतियों को हिला दिया है।
फ्लोरिडा में भीषण हादसा: भारतीय ड्राइवर की बड़ी चूक
12 अगस्त 2025 को फ्लोरिडा के व्यस्त हाईवे पर एक भारतीय ट्रक ड्राइवर हरजिंदर सिंह द्वारा गलत यू-टर्न लेने के कारण एक तेज रफ्तार कार से भयानक टक्कर हो गई। यह टक्कर इतनी भीषण थी कि कार में सवार तीनों अमेरिकी नागरिकों की मौके पर ही मौत हो गई। इस हृदयविदारक हादसे का पूरा वीडियो ट्रक के डैश कैम में रिकॉर्ड हो गया, जिसने बाद में हरजिंदर सिंह की पहचान में मदद की। एक्सीडेंट के बाद हुई जांच में हरजिंदर सिंह की लापरवाही साफ सामने आई। फेडरल मोटर कैरियर सेफ्टी एडमिनिस्ट्रेशन ने उसका एक लिखित ड्राइविंग टेस्ट भी लिया, जिसमें वह 12 सवालों में से सिर्फ दो के सही जवाब दे पाया, जो उसकी अंग्रेजी पढ़ने-लिखने की अक्षमता को दर्शाता है।
हरजिंदर सिंह: अवैध घुसपैठ से कमर्शियल ड्राइवर तक का सफर
पूछताछ में यह चौंकाने वाला खुलासा हुआ कि हरजिंदर सिंह ने साल 2018 में अमेरिका की साउथ बॉर्डर, यानी मेक्सिको वाले बॉर्डर को अवैध तरीके से पार कर देश में घुसपैठ की थी। अमेरिका में शरण पाने के लिए उसने अमेरिकी अदालत में दलील दी थी कि भारत में उसकी जान को खतरा है, जो अवैध प्रवासियों द्वारा शरण मांगने के लिए सबसे आम दलील होती है। हालांकि, साल 2018 में ही अमेरिकी अदालत ने हरजिंदर को मात्र 5,000 डॉलर के बॉन्ड पर रिहा कर दिया था। इसके बाद भी उसे कैलिफोर्निया स्टेट से कमर्शियल ड्राइवर का लाइसेंस मिल गया था, जिसकी बदौलत वह अमेरिका के व्यस्त राजमार्गों पर बड़े ट्रक चला रहा था।
अमेरिका वीज़ा पॉलिसी में तत्काल बदलाव: मार्को रूबियो का बड़ा ऐलान
इस भीषण हादसे के बाद अमेरिका ने तत्काल प्रभाव से एक अत्यंत महत्वपूर्ण और बड़ा कदम उठाया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने 21 अगस्त को सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स (पहले ट्विटर) पर एक अहम घोषणा की। उन्होंने बताया कि अमेरिका सभी विदेशी ट्रक ड्राइवर्स के लिए वीज़ा जारी करना बंद कर रहा है – यह एक पूर्ण प्रतिबंध (टोटल शटडाउन) है। रूबियो ने अपने पोस्ट में स्पष्ट रूप से लिखा कि अमेरिकी सड़कों पर बड़े-बड़े ट्रेलर ट्रैक्टर चलाने वाले विदेशी ड्राइवरों की बढ़ती संख्या अमेरिकी जीवन को खतरे में डाल रही है और साथ ही अमेरिकी ट्रक ड्राइवरों की आजीविका को भी कम कर रही है। यह नया और कड़ा निर्णय तत्काल प्रभाव से कमर्शियल ट्रक ड्राइवर्स के लिए वर्कर वीज़ा जारी करने पर पूरी तरह रोक लगाता है।
डेमोक्रेट्स बनाम रिपब्लिकन: ट्रंप और कैलिफोर्निया सरकार पर आरोप-प्रत्यारोप
यह हादसा तुरंत अमेरिकी राजनीति का एक गर्म मुद्दा बन गया। फ्लोरिडा, जहां ट्रंप की रिपब्लिकन पार्टी का नियंत्रण है, और कैलिफोर्निया, जहां ट्रंप की प्रतिद्वंद्वी डेमोक्रेट्स का नियंत्रण है, एक-दूसरे पर जमकर आरोप लगाने लगे। ट्रंप प्रशासन ने इस हादसे का सीधा जिम्मेदार कैलिफोर्निया स्टेट के गवर्नर गेविन न्यूसोम को ठहराया। उनका आरोप था कि डेमोक्रेट्स के नियंत्रण वाले कैलिफोर्निया ने ही हरजिंदर जैसे विदेशी मूल के व्यक्ति को कमर्शियल लाइसेंस दिया था, जिसकी गैर-जिम्मेदाराना हरकत के कारण तीन अमेरिकी नागरिकों की जान चली गई। वहीं, डेमोक्रेट्स ने भी तुरंत पलटवार किया। गवर्नर गेविन के ऑफिस ने जवाब दिया कि हरजिंदर को वर्क परमिट तो ट्रंप की ही संघीय सरकार ने जारी किया था, न कि कैलिफोर्निया स्टेट ने। कैलिफोर्निया ने तो हरजिंदर के फ्लोरिडा प्रत्यार्पण को भी तुरंत मंजूरी दे दी है, ताकि उस पर कानूनी कार्रवाई हो सके।
विदेशी ड्राइवरों पर संकट और पुराने नियम: आगे क्या?
इस घटना ने अमेरिका में विदेशी ड्राइवरों से जुड़े पुराने विवादों और बहस को फिर से हवा दे दी है। इस वीज़ा प्रतिबंध से ठीक पहले, जून 2025 में, अमेरिकी ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर सीन डफी ने एक निर्देश जारी किया था कि अमेरिका में ट्रक चलाने वाले सभी ड्राइवर्स को अंग्रेजी बोलना अनिवार्य होगा। हालांकि, इसके विपरीत, साल 2016 में तत्कालीन डेमोक्रेट्स राष्ट्रपति बराक ओबामा प्रशासन ने उन नियमों को रद्द कर दिया था जो भाषा की कमी के आधार पर ड्राइवर्स को सड़क से हटाते थे। आंकड़ों के मुताबिक, साल 2000 से 2021 के बीच अमेरिका में विदेशी मूल के ट्रक ड्राइवर्स की संख्या दोगुनी से भी अधिक होकर 7200 के पार चली गई थी। इन ड्राइवर्स में आधे से ज्यादा लैटिन अमेरिका से थे, जबकि हाल के सालों में भारत या पूर्वी यूरोपियन देशों से आने वाले ड्राइवर्स की संख्या में तेजी से इजाफा हुआ था। अब इस नए और कड़े वीज़ा प्रतिबंध से अमेरिकी श्रम उद्योगों में कार्यरत हजारों विदेशी ड्राइवर्स के भविष्य पर अनिश्चितता का बादल मंडरा रहा है।
FAQs:
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Q1: अमेरिका ने अपनी वीज़ा पॉलिसी में क्या बदलाव किया है? A1: फ्लोरिडा में हुए हादसे के बाद, अमेरिका ने तत्काल प्रभाव से सभी विदेशी कमर्शियल ट्रक ड्राइवर्स के लिए वर्कर वीज़ा जारी करना बंद कर दिया है। अमेरिकी विदेश मंत्री मार्को रूबियो ने 21 अगस्त को इसकी घोषणा की, जिसमें विदेशी ड्राइवरों को अमेरिकी सड़कों और आजीविका के लिए खतरा बताया गया।
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Q2: भारतीय ट्रक ड्राइवर हरजिंदर सिंह कौन है और उसने क्या किया? A2: हरजिंदर सिंह एक भारतीय नागरिक है जिसने 2018 में अवैध रूप से अमेरिका में प्रवेश किया और बाद में कैलिफोर्निया से कमर्शियल ड्राइवर लाइसेंस प्राप्त किया। 12 अगस्त 2025 को फ्लोरिडा में गलत यू-टर्न लेने के कारण उसके ट्रक से हुई टक्कर में तीन अमेरिकी नागरिकों की मौत हो गई।
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Q3: इस घटना के बाद अमेरिकी राजनीति में क्या प्रतिक्रिया हुई? A3: इस घटना के कारण डेमोक्रेट्स और रिपब्लिकन के बीच तीखी बहस छिड़ गई है। ट्रंप प्रशासन ने कैलिफोर्निया (डेमोक्रेट-नियंत्रित) को जिम्मेदार ठहराया, जबकि डेमोक्रेट्स ने पलटवार करते हुए कहा कि हरजिंदर को वर्क परमिट संघीय सरकार ने जारी किया था।
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Q4: विदेशी ट्रक ड्राइवर्स के लिए अमेरिका में पहले क्या नियम थे? A4: 2025 में अमेरिकी ट्रांसपोर्ट मिनिस्टर सीन डफी ने ट्रक ड्राइवर्स के लिए अंग्रेजी बोलना अनिवार्य किया था। हालांकि, 2016 में ओबामा प्रशासन ने भाषा की कमी के आधार पर ड्राइवर्स को हटाने वाले नियमों को रद्द कर दिया था, तर्क दिया था कि इससे ड्राइवरों को सड़क से नहीं हटाया जा सकता।
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Q5: इस वीज़ा प्रतिबंध का विदेशी मूल के ड्राइवरों पर क्या असर होगा? A5: इस प्रतिबंध से अमेरिका में कार्यरत सभी विदेशी मूल के कमर्शियल ड्राइवर्स के रोजगार पर संकट पैदा हो गया है। 2000 से 2021 के बीच इन ड्राइवरों की संख्या 7200 से अधिक हो गई थी, जिनमें लैटिन अमेरिका, भारत और पूर्वी यूरोप से आए ड्राइवर शामिल हैं।