Be6 मुंबई दिल्ली: 2200 KM ड्राइव का अनुभव, BMW XM भूले!

Mahindra Be6 का 2200 KM मुंबई-दिल्ली ड्राइव एक्सपीरियंस: जानें कैसे इस EV ने लंबी दूरी और मुश्किल रास्तों पर दिया शानदार परफॉर्मेंस, EV6 को पछाड़ क्यों बनी सबकी पसंद?

Aug 24, 2025 - 11:29
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Be6 मुंबई दिल्ली: 2200 KM ड्राइव का अनुभव, BMW XM भूले!
महिंद्रा बी6 ड्राइव अनुभव, मुंबई दिल्ली यात्रा, बारिश में एसयूवी प्रदर्शन

इलेक्ट्रिक क्रांति का नया अध्याय: Be6 का ऐतिहासिक सफर, BMW XM को टक्कर!

जहां लोग घरों में बैठकर पेट्रोल-डीजल की कीमतों और भविष्य पर बहस कर रहे थे, वहीं गौरव यादव ने एक अभूतपूर्व कदम उठाया। उन्होंने Mahindra Be6 को मुंबई से दिल्ली तक 2200 किलोमीटर का सफर तय कराया, जो इलेक्ट्रिक वाहनों की क्षमता पर एक बड़ा भरोसा जगाने वाला अनुभव रहा। इस ऐतिहासिक यात्रा ने न सिर्फ Be6 की मजबूती और रेंज को साबित किया, बल्कि इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रति लोगों के डर को भी दूर किया। "पावर ऑन व्हील" पर गौरव यादव ने साझा किया कि कैसे इस कार ने उनकी BMW XM को भी भुला दिया है। Mahindra की Be6 और XUV900 जैसी गाड़ियां भारत में ईवी सेगमेंट में एक नया विश्वास लेकर आई हैं, जहां लोग अब ₹30-35 लाख खर्च करने से भी नहीं हिचक रहे।

लंबी रेंज और शानदार चार्जिंग अनुभव: मात्र ₹3800 में मुंबई से दिल्ली!

Be6 ने अपनी लंबी दूरी की क्षमता से सबको चौंका दिया है। गौरव यादव के अनुसार, एक चार्ज में यह गाड़ी लगभग 585 किलोमीटर तक चल सकती है। मुंबई से दिल्ली तक की 2200 किलोमीटर की यात्रा में, उन्हें रास्ते में सिर्फ दो बार चार्जिंग करनी पड़ी, जिसमें कुल ₹3800 का खर्च आया। यह आंकड़ा पेट्रोल या डीजल वाहनों के मुकाबले बेहद कम है, जो इलेक्ट्रिक वाहनों की किफायत का जीता-जागता सबूत है।

चार्जिंग की बात करें तो, घर पर 7 किलोवाट के चार्जर से Be6 को पूरी तरह चार्ज होने में लगभग 11 घंटे लगते हैं, जबकि गाड़ी के साथ आने वाले 11 किलोवाट के चार्जर से यह समय घटकर 7 घंटे हो जाता है। फास्ट चार्जर से तो यह गाड़ी मात्र 100 मिनट में 0 से 100% तक चार्ज हो जाती है।

मौसम का रेंज पर काफी प्रभाव पड़ता है। बहुत ज्यादा गर्मी में लगातार एसी चलने या बहुत ज़्यादा सर्दी/बारिश में रेंज में लगभग 30% का अंतर देखने को मिल सकता है। हालांकि, बारिश में रेंज बढ़कर 500 किमी से 600-650 किमी तक हो सकती है। कई लोगों की धारणा है कि एसी बंद करने से रेंज बढ़ती है, लेकिन गौरव यादव के अनुभव के अनुसार, एसी बंद करके गाड़ी चलाने से न केवल असुविधा होती है, बल्कि रेंज में भी कोई खास सुधार नहीं होता, बल्कि कुछ मामलों में कम भी हो सकती है।

ऑफ-रोडिंग क्षमता और ग्राउंड क्लीयरेंस का कमाल: हर रास्ते पर बेखौफ!

Mahindra Be6 को सिर्फ शहर की सड़कों के लिए नहीं बनाया गया है। इसकी उत्कृष्ट ग्राउंड क्लीयरेंस ने मुंबई-दिल्ली यात्रा के दौरान खराब रास्तों, बड़े गड्ढों और जलभराव वाले इलाकों में भी शानदार प्रदर्शन किया। NH 48 जैसे हाईवे पर जहां सड़कों की स्थिति बहुत अच्छी नहीं थी, वहां भी Be6 ने गौरव यादव को पूरा आत्मविश्वास दिया। जलभराव वाले रास्तों पर तो यह किसी नाव की तरह तैरती हुई निकली। इलेक्ट्रिक वाहन होने के कारण इसमें इंजन सीज होने का कोई खतरा नहीं होता, और इसकी बैटरी IP65/66 रेटिंग के साथ सुरक्षित है। सिटी ट्रैफिक में भी इसकी कॉम्पैक्ट साइज के कारण पार्किंग और ड्राइविंग बेहद आसान है, जिससे लंबी गाड़ियों वाली झंझट से छुटकारा मिलता है।

कंफर्ट, फीचर्स और कुछ अनसुलझे पहलू

Be6 पूरी तरह से एक एसयूवी का अनुभव देती है। इसकी ऊंची सीटिंग पोजीशन से ड्राइवर को सड़क का बेहतर दृश्य मिलता है और पूरा एसयूवी वाला एहसास होता है। बूट स्पेस बहुत बड़ा नहीं है, लेकिन दो बड़े बैग आसानी से रखे जा सकते हैं। गाड़ी में आकर्षक फीचर्स हैं जो बच्चों को भी पसंद आए।

हालांकि, इसमें कुछ छोटे-मोटे मुद्दे भी हैं। इसका आयताकार स्टीयरिंग व्हील शुरू में थोड़ा भ्रमित कर सकता है। एक शिकायत यह भी सामने आई कि हॉर्न का बटन कई बार मोड या अन्य बटन दबाने पर भी दब जाता है, जिसे ठीक करने की जरूरत है। सॉफ्टवेयर अपडेट्स इसमें आते रहते हैं और कई बग्स समय के साथ ठीक हुए हैं। ADAS जैसी तकनीक इसमें मौजूद है, हालांकि गौरव यादव ने इसका बहुत अधिक उपयोग नहीं किया। ब्रेकिंग के दौरान लो फ्रिक्शन टायरों के कारण ग्रिप में थोड़ी कमी महसूस हो सकती है, लेकिन ब्रेक रीजनरेशन और सिंगल पैडल ड्राइव इसे काफी प्रभावी बनाते हैं।

EV6 और XUV900 से तुलना: किसे चुनना बेहतर?

गौरव यादव, जिनके पास Kia EV6 भी है, ने Be6 को EV6 से बेहतर बताया है। उनका कहना है कि अच्छी ग्राउंड क्लीयरेंस और एसयूवी वाली फील के कारण Be6, EV6 को पीछे छोड़ देती है, खासकर बारिश जैसी चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों में। यदि किसी के पास पहले से कोई बड़ी गाड़ी है, तो Be6 अपने 'फन' फैक्टर और आकर्षित करने वाली डिज़ाइन के कारण एक बेहतरीन विकल्प हो सकती है। लोग इसे लैंबोर्गिनी जैसी दिखने वाली कार मानते हैं और इसे मुड़-मुड़कर देखते हैं।

XUV900 की तुलना में, Be6 शहर के ट्रैफिक में ज़्यादा आरामदायक है। XUV900 में ज़्यादा स्पेस और बड़ी सीटें हैं, लेकिन ट्रैफिक में Be6 को चलाना ज़्यादा आसान है।

ईवी खरीदने से पहले जानें डेप्रिसिएशन का सच: लंबी अवधि के लिए ही निवेश करें!

इलेक्ट्रिक वाहन खरीदते समय एक महत्वपूर्ण बात यह भी है कि उनका डेप्रिसिएशन काफी अधिक होता है। जहां पेट्रोल-डीजल गाड़ियों में आमतौर पर 15% प्रति वर्ष का डेप्रिसिएशन होता है (अगर कंपनी के नाम पर खरीदी जाए), वहीं ईवी में यह 40% प्रति वर्ष तक हो सकता है। सरकार ने भी इस बात को ध्यान में रखते हुए ईवी पर 40% डेप्रिसिएशन तय किया है। इसलिए, अगर आप हर 1-2 साल में गाड़ी बदलने का सोचते हैं, तो ईवी में बड़ा नुकसान हो सकता है। ईवी उन लोगों के लिए है जो इसे लंबे समय (5-7 साल या उससे ज़्यादा) तक चलाने का इरादा रखते हैं, ताकि वे ईंधन की बचत का पूरा फायदा उठा सकें और पर्यावरण संरक्षण में योगदान दे सकें। बैटरी की वारंटी लाइफटाइम जैसी होती है, जिससे बैटरी खराब होने की चिंता कम होती है।


  FAQs

  1. Mahindra Be6 को मुंबई से दिल्ली जाने में कितने चार्ज लगे? Mahindra Be6 ने मुंबई से दिल्ली तक का 2200 किलोमीटर का सफर मात्र दो बार चार्ज करके पूरा किया। रास्ते में दो चार्जिंग स्टेशनों पर लगभग ₹3800 का खर्च आया।

  2. Be6 की एक चार्ज में अधिकतम रेंज कितनी है? Be6 की एक चार्ज में अधिकतम रेंज लगभग 585 किलोमीटर है। गौरव यादव ने एक बार में 565 किलोमीटर से अधिक गाड़ी चलाई थी और तब भी 18-20 किलोमीटर की रेंज बची थी।

  3. क्या मौसम का Be6 की रेंज पर कोई असर पड़ता है? हाँ, मौसम का Be6 की रेंज पर काफी असर पड़ता है। बहुत गर्मी या बहुत सर्दी/बारिश में रेंज में लगभग 30% तक का अंतर देखने को मिल सकता है। बारिश में रेंज बढ़कर 600-650 किमी तक हो सकती है।

  4. Mahindra Be6 को EV6 से बेहतर क्यों माना गया? गौरव यादव ने Be6 को EV6 से बेहतर माना क्योंकि इसकी अच्छी ग्राउंड क्लीयरेंस, ऊंचा सीटिंग स्टांस और पूरी एसयूवी वाली फील बारिश जैसे चुनौतीपूर्ण मौसम में EV6 से बेहतर प्रदर्शन करती है।

  5. क्या इलेक्ट्रिक कारों में डेप्रिसिएशन ज़्यादा होता है? हाँ, इलेक्ट्रिक कारों में डेप्रिसिएशन पेट्रोल-डीजल कारों की तुलना में काफी ज़्यादा होता है। ईवी पर सालाना लगभग 40% तक का डेप्रिसिएशन हो सकता है, जबकि पेट्रोल-डीजल कारों पर यह 15% होता है।

Neeraj Ahlawat Neeraj Ahlawat is the founder and lead author of Dainik Realty, a trusted digital news platform. With over a decade of experience in journalism, Neeraj has reported on diverse issues ranging from politics and economy to society and culture. Alongside journalism, he also works as a digital marketing consultant, specializing in SEO, Google Ads, and analytics. His mission is to support sustainable businesses, charities, and organizations that create a positive impact on society.