Land Rover Defender: लैंड रोवर डिफेंडर: कीमत, खूबियां और खामियां! बड़ा खुलासा
Land Rover Defender: लैंड रोवर डिफेंडर इंडिया में क्यों मचा रहा है धूम? जानें इसकी शानदार रोड प्रेजेंस, दमदार इंजन और प्रैक्टिकल डिज़ाइन की हर बात। क्या महंगी कीमत के बावजूद यह देता है पैसा वसूल अनुभव? पढ़ें पूरा रिव्यू।

लैंड रोवर डिफेंडर: कीमत, खूबियां और खामियां! बड़ा खुलासा
Land Rover Defender: इन दिनों भारतीय सड़कों पर अगर कोई SUV सबसे ज़्यादा सुर्खियां बटोर रही है, तो वह है लैंड रोवर डिफेंडर। यह कार फॉर्च्यूनर मालिकों के बीच भी 'डिस्ट्रैक्टेड बॉयफ्रेंड मीम' का संदर्भ बन गई है। आज हम इसी बात पर चर्चा करेंगे कि आखिर लैंड रोवर डिफेंडर इतनी लोकप्रिय क्यों है, इसकी वास्तविक खूबियां और खामियां क्या हैं, और क्या इसकी बढ़ती कीमत के बावजूद यह एक बेहतरीन विकल्प बनी हुई है।
क्यों है लैंड रोवर डिफेंडर इतना पॉपुलर?
2019 में जब लैंड रोवर डिफेंडर को पहली बार प्रदर्शित किया गया था, तब भारत में इसे लेकर ज़्यादा उत्साह नहीं था। इसका कारण यह था कि न तो पुरानी डिफेंडर ने भारत में कुछ खास कमाल दिखाया था और न ही उस समय JLR (Jaguar Land Rover) भारतीय बाज़ार में बहुत बड़ा नाम था। लेकिन, जब यह कार लॉन्च हुई और COVID का असर कम होने लगा, तो इसकी लोकप्रियता तेजी से बढ़ी।
भारत में इसकी लोकप्रियता का सबसे बड़ा कारण है इसका लुक और 'स्टैंड'। भले ही गाड़ी महंगी न हो, लेकिन उसे महंगा दिखना चाहिए, और अगर महंगी है तो उसकी वैल्यू दमदार होनी चाहिए। लैंड रोवर डिफेंडर इस पैमाने पर पूरी तरह खरा उतरता है। इसका बड़ा आकार, सॉलिड रोड प्रेजेंस और हर एंगल से मस्कुलर लुक इसे खास बनाता है। जब आप इसमें बैठते हैं, तो बाकी गाड़ियां एक मंजिल नीचे लगती हैं। Thar, Scorpio और Fortuner जैसे पावर पसंद करने वाले लोग भी डिफेंडर के सामने शांत रहना पसंद करते हैं।
फीचर्स जो बनाते हैं इसे खास
लैंड रोवर डिफेंडर सिर्फ दिखने में ही दमदार नहीं है, बल्कि इसमें कई ऐसे फीचर्स भी हैं जो इसे खास बनाते हैं। इसमें बेसिक 4x4 सिस्टम, मल्टीपल स्क्रीन, डिसेंट म्यूजिक सिस्टम, सनरूफ और शानदार अल्पाइन विंडोज जैसे फीचर्स स्टैंडर्ड मिलते हैं। सीटिंग भी आरामदायक है और ओवरऑल फील हर वेरिएंट में बेहतरीन है।
अगर आप थोड़ा और पैसा खर्च करते हैं, तो आपको अधिक एडवांस्ड 4x4 सिस्टम, बेहतर म्यूजिक सिस्टम और कैमरा-आधारित IRVM, फ्रिज जैसे 'गिमिकी' फीचर्स मिलते हैं। केबिन का फील लग्जरी स्टैंडपॉइंट से थोड़ा अलग है; इसमें स्वेड फिनिश या चमकीले नॉब जैसी उच्च-गुणवत्ता वाली सामग्री का उपयोग नहीं किया गया है। इसके बजाय, ज़्यादातर जगहों पर रबर, सॉफ्ट-फील फॉक्स लेदर या सॉफ्ट-टच मटेरियल का उपयोग किया गया है। इन सामग्रियों का चुनाव टिकाऊपन और व्यावहारिकता के दृष्टिकोण से किया गया है, और ये उच्च-गुणवत्ता के हैं। आप इन्हें कहीं भी छू सकते हैं, गंदा कर सकते हैं, और गीले कपड़े से आसानी से साफ कर सकते हैं, या उस हिस्से को हटाकर साफ भी कर सकते हैं। यहां तक कि कार के हुड या बूट पर बना पैटर्न, या डोर सिल पर पैर रखने या सामान रखने पर भी खरोंच से यह पुरानी या खराब नहीं लगती। डैशबोर्ड सहित लगभग हर पंक्ति और हर जगह में व्यावहारिक स्टोरेज स्पेस दिए गए हैं।
दमदार इंजन विकल्प: सुपरकार को भी मात
भारत में कार खरीदते समय शक्तिशाली इंजन को सर्वोच्च प्राथमिकता नहीं दी जाती, लेकिन जब कार 1 करोड़ रुपये से ज़्यादा की हो, तो यह बात ज़रूर मायने रखती है। लैंड रोवर डिफेंडर का 2-लीटर पेट्रोल इंजन बहुत शक्तिशाली नहीं है, हालांकि यह 4-5 लोगों के साथ भी हाइवे पर आसानी से ओवरटेक कर सकता है।
लेकिन, अगर आप थोड़ा और पैसा खर्च करते हैं, तो आपको ज़्यादा इंजन विकल्प मिलते हैं। इसमें 3-लीटर पेट्रोल और 3-लीटर डीजल इंजन उपलब्ध हैं। सबसे खास बात, इसमें 5-लीटर V8 सुपरचार्ज्ड इंजन और 4.4-लीटर BMW-सोर्स इंजन भी है, जो 0-100 किमी/घंटा की रेस में कई सुपरकारों को भी मात दे सकता है। हालांकि, डिफेंडर को इतनी शक्ति की ज़रूरत नहीं थी, लेकिन ग्राहकों के पास विकल्प मौजूद हैं। समीक्षक का मानना है कि 5-लीटर V8 और 3-लीटर डीजल इंजन ही इस आकार की कार के लिए सबसे उपयुक्त हैं, जो रोजमर्रा के उपयोग और विभिन्न इलाकों के लिए उत्कृष्ट हैं। दुर्भाग्य से, ये इंजन विकल्प भारत में दुर्लभ हैं, और ज़्यादातर बिक्री 2-लीटर इंजन की होती है।
कमियां जिनसे जूझ रहा है डिफेंडर
जहां लैंड रोवर डिफेंडर की कई खूबियां हैं, वहीं इसकी कुछ खामियां भी हैं जिन पर ध्यान देना ज़रूरी है:
- विश्वसनीयता और सर्विस: JLR ग्रुप, जिसमें Jaguar और Land Rover शामिल हैं, विश्व स्तर पर अपनी खराब विश्वसनीयता के लिए बदनाम है। इस बात पर BMW से भी ज़्यादा मीम्स बनते हैं। हालांकि, डिफेंडर सहित JLR के नए उत्पादों में उतनी शिकायतें नहीं हैं, लेकिन फिर भी शिकायतें मिली हैं। डिफेंडर मालिकों ने पार्ट्स की देरी, खराब सर्विस अनुभव और कई स्थितियों में रखरखाव लागत के बहुत अधिक होने की शिकायत की है, जिसमें भारतीय ग्राहक भी शामिल हैं।
- ईंधन की खपत (ड्रिंकिंग हैबिट्स): यह कार बहुत ज़्यादा ईंधन पीती है। 5-लीटर V8 इंजन के लिए यह बात समझ में आती है। लेकिन, बेस 2-लीटर पेट्रोल इंजन भी काफी ज़्यादा ईंधन खाता है। यूरोप में लोग अपने डीजल इंजनों की 14 किमी/लीटर माइलेज का आनंद लेते हैं, लेकिन भारत में ऐसा नहीं है। एक 2-लीटर डीजल इंजन इस कार के साथ आना चाहिए था, जिसकी बिक्री अधिक होती और जो कम ईंधन खपत करता।
- तीसरी पंक्ति की सीटें: कई लोगों को यह जानकर आश्चर्य हो सकता है कि डिफेंडर 110 में तीसरी पंक्ति की सीटें नहीं होतीं। यह एक 5-सीटर कार है। हालांकि, आप तीसरी पंक्ति का विकल्प चुन सकते हैं और दो सीटें लगवा सकते हैं। लेकिन समस्या यह है कि इतनी बड़ी कार होने के बावजूद, उन सीटों में इतनी कम जगह होती है कि वे किसी काम की नहीं होतीं। फॉर्च्यूनर और ग्लॉस्टर जैसी कारों में इससे ज़्यादा जगह मिलती है। समीक्षक के अनुसार, तीसरी पंक्ति की इंजीनियरिंग अच्छी नहीं है। इसका एक महंगा समाधान डिफेंडर 130 है, जिसमें ज़्यादा जगह मिलती है।
- कीमत: लैंड रोवर डिफेंडर की कीमत एक बड़ी खामी है। जब यह 80-90 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) में आती थी तब भी लोग इसे खरीद रहे थे, और अब जब यह 1.1 करोड़ रुपये से शुरू होती है तब भी लोग इसे खरीद रहे हैं। हालांकि भारतीय करों को या JLR के भारत में असेंबल न करने के फैसले को इसका दोषी ठहराया जा सकता है, लेकिन सच यह है कि कार महंगी है और यह उतनी कीमत के लायक नहीं है जितनी यह फिलहाल लागत करती है। यह इसकी कीमत को थोड़ा बेहतर किया जा सकता था।
भविष्य और संभावनाएं: क्या दाम कम होंगे?
लैंड रोवर डिफेंडर तीन साइज़ में आती है: 90, 110 और 130। आप इनमें से कोई भी पैकेज चुन सकते हैं। UK ट्रेड डील का इसकी कीमत पर कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि यह कार स्लोवाकिया में बनती है। लेकिन अच्छी खबर यह है कि बाज़ार में ऐसी अफवाह है कि इसे जल्द ही भारत में असेंबल किया जा सकता है, जिससे इसकी कीमत कम हो सकती है।
निष्कर्ष यह है कि लैंड रोवर डिफेंडर एक बहुत ही उत्कृष्ट कार है और इसमें कोई संदेह नहीं कि इसीलिए इसकी बिक्री हो रही है। इसकी कई खूबियां हैं, और यही कारण है कि JLR को और आत्मविश्वास मिला है। वे कुछ और चीजों के साथ प्रयोग करने लगे हैं, जिसमें अगले साल डकार रैली में डिफेंडर के साथ भाग लेना भी शामिल है।
कंपनी और कार दोनों के साथ कई बेहतर चीजें हो रही हैं, और लोग इसका आनंद ले रहे हैं। हालांकि, फॉर्च्यूनर मालिक को डिफेंडर को देखते हुए "डिस्ट्रैक्टेड बॉयफ्रेंड मीम" का संदर्भ याद रखें। Toyota के पास भी एक "हथियार" है, जिसका नाम Prado है, भले ही वह भारत में आए या न आए, यह एक अलग बात है।
FAQs
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लैंड रोवर डिफेंडर भारत में कितनी कीमत में उपलब्ध है? लैंड रोवर डिफेंडर की कीमत भारत में अब 1.1 करोड़ रुपये (एक्स-शोरूम) से शुरू होती है। लॉन्च के समय यह 80 लाख रुपये (एक्स-शोरूम) से उपलब्ध थी, लेकिन अब इसकी कीमत काफी बढ़ गई है।
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लैंड रोवर डिफेंडर की प्रमुख खूबियां क्या हैं? इसकी प्रमुख खूबियों में दमदार रोड प्रेजेंस, मस्कुलर लुक, उच्च-गुणवत्ता वाली टिकाऊ और व्यावहारिक केबिन सामग्री, विभिन्न इलाकों के लिए उपयुक्त 4x4 सिस्टम और कई शक्तिशाली इंजन विकल्प शामिल हैं।
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लैंड रोवर डिफेंडर की मुख्य खामियां क्या हैं? इसकी मुख्य खामियों में JLR की वैश्विक खराब विश्वसनीयता, उच्च रखरखाव लागत, अत्यधिक ईंधन की खपत, और 110 वेरिएंट में तीसरी पंक्ति की सीटों की अव्यावहारिकता शामिल हैं।
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क्या लैंड रोवर डिफेंडर में तीसरी पंक्ति की सीटें होती हैं? डिफेंडर 110 स्टैंडर्ड रूप से 5-सीटर है। हालांकि, तीसरी पंक्ति का विकल्प चुना जा सकता है, लेकिन इसमें इतनी कम जगह होती है कि यह व्यावहारिक उपयोग के लिए अनुपयोगी है।
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लैंड रोवर डिफेंडर के इंजन विकल्प क्या हैं? लैंड रोवर डिफेंडर में 2-लीटर पेट्रोल इंजन के अलावा, 3-लीटर पेट्रोल, 3-लीटर डीजल, 5-लीटर V8 सुपरचार्ज्ड और 4.4-लीटर BMW-सोर्स इंजन जैसे शक्तिशाली विकल्प भी उपलब्ध हैं।