अग्नि-5 का बड़ा कमाल: भारत के ताकतवर मिसाइल से पाकिस्तान-अमेरिका चिंतित!
भारत ने किया अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण! जानिए क्यों पाकिस्तान और अमेरिका हुए परेशान, और कैसे भारत ने बदली अपनी रणनीति। क्षेत्र में स्थिरता की बहस।

अग्नि-5 का बड़ा कमाल: भारत के ताकतवर मिसाइल से पाकिस्तान-अमेरिका चिंतित!
नई दिल्ली: भारत ने हाल ही में अपने सबसे ताकतवर बैलिस्टिक मिसाइल अग्नि-5 का ओडिशा तट से सफल परीक्षण किया है। यह परीक्षण ऐसे समय में हुआ है जब पाकिस्तान अपने शाहीन-3 मिसाइल के कथित तौर पर विफल होने के बाद चिंता में है। अग्नि-5 के इस सफल परीक्षण को लेकर पाकिस्तान के कई थिंक टैंक, विशेष रूप से आसिम मुनीर, को आगाह कर रहे हैं कि अब पाकिस्तान का कोई भी हिस्सा सुरक्षित नहीं है, और अग्नि-5 भारत का सबसे बड़ा हथियार है। इस घटनाक्रम ने क्षेत्रीय स्थिरता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे पाकिस्तान और यहां तक कि अमेरिका भी चिंतित नज़र आ रहा है।
अग्नि-5: इंटरकॉन्टिनेंटल से इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल तक का सफर
लंबे समय से भारत की अग्नि-5 मिसाइल को एक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) माना जाता था, जिसकी मारक क्षमता वैश्विक स्ट्राइक के लिए सक्षम थी। 2016 के पीआईबी दस्तावेजों में भी इसे स्पष्ट रूप से ICBM बताया गया था। हालाँकि, हाल ही में भारत सरकार ने अग्नि-5 को एक इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) के रूप में वर्गीकृत किया है। मिसाइलों को मुख्य रूप से उनकी रेंज के आधार पर चार प्रकारों में बांटा जाता है: शॉर्ट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (SRBM) जिसकी रेंज 1000 किमी से कम होती है, मीडियम रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (MRBM) जिसकी रेंज 1000-3000 किमी होती है, IRBM जिसकी रेंज 3000-5500 किमी होती है, और ICBM जो ग्लोबल स्ट्राइक क्षमता के साथ आता है।
अग्नि-5 को IRBM के रूप में पुनः वर्गीकृत करने के दो मुख्य कारण बताए जा रहे हैं:
- पहला, भारत अपनी वास्तविक क्षमताओं को पूरी दुनिया के सामने अभी उजागर नहीं करना चाहता। यह परीक्षण मुख्य रूप से उन देशों के लिए एक संदेश है जो भारत को नुकसान पहुंचाना चाहते हैं, खासकर पाकिस्तान।
- दूसरा, भारत अब अग्नि-6 पर काम कर रहा है, जिसे भारत का वास्तविक ICBM माना जाएगा। अग्नि-6 की रेंज 8000 से 10,000 किलोमीटर तक होने की उम्मीद है, जिसका अर्थ है कि दुनिया का लगभग हर देश भारत की मिसाइलों की रेंज में होगा।
पाकिस्तान की बौखलाहट और दुष्प्रचार
अग्नि-5 के सफल परीक्षण के तुरंत बाद, कई पाकिस्तानी सोशल मीडिया अकाउंट्स ने इसे "फेल" करार देने की कोशिश की, जिसे भारत ने एक शानदार सफलता बताया। पाकिस्तान का सामरिक विजन संस्थान (Strategic Vision Institute) भी अपने प्रधानमंत्री शाहबाज शरीफ को चेतावनी दे रहा है कि भारत का मिसाइल कार्यक्रम क्षेत्रीय स्थिरता के लिए गंभीर खतरा पैदा करता है। पाकिस्तान यह भी प्रचारित कर रहा है कि भविष्य में भारत 8000 किलोमीटर की रेंज वाली मिसाइल बनाएगा जो वाशिंगटन, मॉस्को और बीजिंग जैसे वैश्विक शक्तियों की राजधानियों को निशाना बना सकती है।
अग्नि-5 का नया बंकर बस्टर वेरिएंट: अचूक प्रहार की क्षमता
भारत अब अग्नि-5 का एक उन्नत "बंकर बस्टर" वेरिएंट भी विकसित कर रहा है। इस मिसाइल की रेंज भी 5000 किलोमीटर से अधिक होगी और यह 7500 किलोग्राम का विशाल बंकर बस्टर वॉरहेड ले जाने में सक्षम होगा। इसका उद्देश्य भूमिगत या अत्यधिक सुरक्षित ठिकानों को भी सटीकता से निशाना बनाना है। यह नई क्षमता भारत को अपने दुश्मनों के खिलाफ एक महत्वपूर्ण रणनीतिक लाभ प्रदान करेगी, चाहे वे कितनी भी गहराई में छिपे हों।
अमेरिका की चिंता: क्या भारत एक ICBM शक्ति बन रहा है?
संयुक्त राज्य अमेरिका भारत के मिसाइल कार्यक्रम को लेकर लगातार चिंता में रहा है। आर्म्स कंट्रोल एसोसिएशन के एक लेख के अनुसार, अमेरिका को भारत के मिसाइल कार्यक्रम को गंभीरता से लेना चाहिए। वे यह भी सुझाव देते हैं कि अमेरिका को भारत के अंतरिक्ष प्रक्षेपण कार्यक्रमों में सहायता नहीं करनी चाहिए, क्योंकि इससे अर्जित धन भारत के मिसाइल कार्यक्रमों में जा सकता है। अमेरिकियों का मानना है कि भारत के ICBM का प्राथमिक लक्ष्य संयुक्त राज्य अमेरिका हो सकता है। अमेरिका की यह भी समझ है कि भारत के लिए चीन को निशाना बनाने के लिए अधिकतम 6000-7000 किलोमीटर की रेंज वाली मिसाइल पर्याप्त है, और इससे अधिक रेंज अमेरिका के लिए चिंता का विषय बनती है।
हालांकि, भारत ने इस मामले में बेहद सावधानी बरती है। आधिकारिक तौर पर अग्नि-5 को अब IRBM बताया जा रहा है, भले ही इसकी वास्तविक क्षमता चीन और अमेरिका को भी काफी हद तक पता हो। आने वाले समय में अग्नि-5 और उसके वेरिएंट्स के कई और परीक्षण होने की उम्मीद है, जिससे भारत की बढ़ती सैन्य क्षमताओं का प्रदर्शन होगा।
FAQs:
- अग्नि-5 मिसाइल क्या है? अग्नि-5 भारत द्वारा विकसित एक बैलिस्टिक मिसाइल है, जिसे हाल ही में इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) के रूप में वर्गीकृत किया गया है। यह भारत के सबसे शक्तिशाली हथियारों में से एक है।
- भारत ने अग्नि-5 को IRBM क्यों कहा? भारत ने अग्नि-5 को IRBM इसलिए कहा क्योंकि वह अपनी वास्तविक क्षमताओं को दुनिया के सामने उजागर नहीं करना चाहता। यह मुख्य रूप से पाकिस्तान जैसे देशों को एक संदेश भी है, और भविष्य में अग्नि-6 को असली ICBM के तौर पर विकसित किया जा रहा है।
- पाकिस्तान ने अग्नि-5 परीक्षण पर क्या प्रतिक्रिया दी? पाकिस्तान ने अग्नि-5 परीक्षण पर दुष्प्रचार फैलाने की कोशिश की कि यह विफल हो गया, जबकि यह एक सफल परीक्षण था। उनके थिंक टैंक ने पाकिस्तान सरकार को भारत के मिसाइल कार्यक्रम से खतरे को लेकर चेतावनी भी दी है।
- अग्नि-6 मिसाइल की क्या क्षमता होगी? अग्नि-6 मिसाइल को भारत का वास्तविक इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) माना जा रहा है। इसकी मारक क्षमता 8,000 से 10,000 किलोमीटर तक होने की उम्मीद है, जिससे यह दुनिया के अधिकांश देशों को निशाना बना सकेगी।
- बंकर बस्टर मिसाइल क्या है और भारत इसका विकास क्यों कर रहा है? बंकर बस्टर मिसाइल एक ऐसा हथियार है जो अत्यधिक सुरक्षित या भूमिगत ठिकानों को भेदने में सक्षम है। भारत अग्नि-5 का एक बंकर बस्टर वेरिएंट विकसित कर रहा है, जिसमें 7500 किलोग्राम का वॉरहेड होगा, ताकि छिपे हुए दुश्मनों को भी निशाना बनाया जा सके।