EPFO की EDLI स्कीम: कर्मचारियों के परिवार को ₹7 लाख तक का मुफ्त बीमा, जानें नए नियम और क्लेम प्रक्रिया

ईपीएफओ सदस्यों के लिए बड़ी खबर! बिना कोई प्रीमियम भरे पाएं ₹7 लाख तक का मुफ्त लाइफ इंश्योरेंस कवर. जानें EDLI स्कीम क्या है, इसके नए फायदे और क्लेम करने का आसान तरीका. यह जानकारी आपके लिए बेहद महत्वपूर्ण हो सकती है.

Aug 11, 2025 - 08:32
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EPFO की EDLI स्कीम: कर्मचारियों के परिवार को ₹7 लाख तक का मुफ्त बीमा, जानें नए नियम और क्लेम प्रक्रिया
EPFO EDLI Scheme Free Life Insurance Cover

EPFO सदस्यों के लिए बड़ी राहत! परिवार को मिलेगा ₹7 लाख का मुफ्त लाइफ इंश्योरेंस कवर, जानिए कैसे उठाएं लाभ

क्या आप भी नौकरीपेशा हैं और आपका पीएफ कटता है? तो यह खबर आपके और आपके परिवार के लिए किसी वरदान से कम नहीं है। EPFO अपने हर सदस्य को बिना कोई प्रीमियम लिए ₹7 लाख तक का मुफ्त लाइफ इंश्योरेंस कवर प्रदान करता है, जिसे एंप्लॉइज डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस (EDLI) स्कीम कहा जाता है। यह एक ऐसी सरकारी योजना है जिसके बारे में लाखों पीएफ सदस्यों को शायद जानकारी ही नहीं होती, जबकि मुसीबत के समय यह योजना लाखों परिवारों के लिए एक बड़ा सहारा बन सकती है। इस लेख में हम आपको EDLI स्कीम के फायदे, इसके नए नियम और क्लेम करने की पूरी प्रक्रिया विस्तार से बताएंगे, ताकि आप और आपका परिवार समय रहते इस महत्वपूर्ण जानकारी का लाभ उठा सकें।

क्या है EDLI स्कीम और यह कैसे करती है काम?

EDLI का पूरा नाम एंप्लॉइज डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम है। यह EPFO की एक महत्वपूर्ण लाइफ इंश्योरेंस योजना है जो किसी भी ईपीएफ सदस्य की नौकरी के दौरान मृत्यु होने पर उसके परिवार को ₹7 लाख तक की आर्थिक सहायता देती है। इस योजना की सबसे खास बात यह है कि इसमें कर्मचारी को अपनी जेब से कोई प्रीमियम नहीं देना होता है। इस स्कीम के लिए पूरा का पूरा योगदान कर्मचारी की कंपनी द्वारा किया जाता है। यह एक तरह का निःशुल्क बीमा कवर है जो हर ईपीएफ सदस्य को स्वतः ही मिल जाता है, बशर्ते उसका पीएफ कट रहा हो।

कौन उठा सकता है EDLI स्कीम का लाभ और कितना मिलता है फायदा?

अगर आप ईपीएफ में नियमित रूप से योगदान कर रहे हैं, यानी आपका पीएफ कट रहा है, तो आप EDLI योजना के तहत स्वतः ही कवर हो जाते हैं। इसके लिए आपको अलग से कुछ करने की जरूरत नहीं होती है। बीमा राशि की गणना कर्मचारी के पिछले 12 महीने की औसत सैलरी के 35 गुना और उसमें ₹1.75 लाख तक का बोनस जोड़कर की जाती है। उदाहरण के लिए, यदि आपकी औसत मासिक सैलरी ₹15,000 है, तो आपको ₹15,000 को 35 से गुणा करना होगा, जिससे ₹5,25,000 बनेंगे। इसमें ₹1.75 लाख तक का बोनस जोड़ने पर कुल बीमा राशि ₹7 लाख तक हो जाती है। यदि औसत सैलरी कम है, तो बीमा राशि उसी के अनुपात में कम हो जाती है।

EDLI स्कीम के नए नियम 2024: इन बदलावों से मिलेगा अधिक लाभ!

साल 2024 में EDLI स्कीम में कुछ महत्वपूर्ण अपडेट किए गए हैं, जिनसे लाभार्थियों को अब और भी अधिक फायदा मिलेगा:

  • पहले दिन से कवर: अब कर्मचारी को लाभ उठाने के लिए एक साल की सर्विस पूरी करना जरूरी नहीं होगा। पहले यदि कोई कर्मचारी एक साल से पहले गुजर जाता था, तो परिवार को लाभ नहीं मिल पाता था, लेकिन अब कर्मचारी नौकरी के पहले ही दिन से इस स्कीम के तहत कवर हो जाता है।
  • नौकरी बदलने पर सर्विस ब्रेक भी मान्य: यदि आप नौकरी बदलते हैं और दो नौकरियों के बीच 2 महीने तक का गैप रहता है, तो भी आपकी सर्विस वैध मानी जाएगी और आपको योजना का लाभ मिलेगा। पहले न्यूनतम लाभ प्राप्त करना मुश्किल हो जाता था।
  • पीएफ योगदान बंद होने के 6 महीने तक लाभ: यदि आपने कुछ समय तक पीएफ में योगदान नहीं किया है और इस दौरान कर्मचारी की मृत्यु हो जाती है, तो भी EDLI का फायदा मिलेगा। ऐसा इसलिए है क्योंकि कर्मचारी का नाम 'कंप्लीट रोल' में बना रहता है।

EDLI क्लेम कैसे करें? जानें पूरी प्रक्रिया और आवश्यक दस्तावेज

यदि किसी ईपीएफ कर्मचारी की दुर्भाग्यवश मृत्यु हो जाती है, तो नॉमिनी या परिवार को EDLI क्लेम करने के लिए इन चरणों का पालन करना होगा:

  1. फॉर्म 5 IF भरें: सबसे पहले फॉर्म 5 IF को ऑफलाइन भरना होगा।
  2. कंपनी से सर्टिफाई कराएं: इस फॉर्म को कंपनी से सर्टिफाई करवाना अनिवार्य है। यदि नियोक्ता उपलब्ध न हो, तो आप किसी राजपत्रित अधिकारी (Gazetted Officer), बैंक मैनेजर या विधायक से भी इसे अटेस्ट करवा सकते हैं।
  3. आवश्यक दस्तावेज: क्लेम के लिए कुछ जरूरी दस्तावेज साथ लगाने होंगे, जिनमें मृत्यु प्रमाण पत्र (Death Certificate), क्लेम करने वाले का कैंसिल चेक, नॉमिनी का आईडी प्रूफ शामिल हैं। यदि कानूनी उत्तराधिकारी क्लेम कर रहा है, तो उत्तराधिकार प्रमाण पत्र (Succession Certificate) भी देना होगा।
  4. ईपीएफ कार्यालय में जमा करें: भरे हुए फॉर्म और सभी दस्तावेजों को संबंधित ईपीएफ कार्यालय में जमा करना होगा।
  5. क्लेम सेटलमेंट: EPFO को 30 दिनों के भीतर क्लेम सेटल करना होता है। यदि वे ऐसा नहीं करते हैं, तो उन्हें सालाना 12% की दर से ब्याज भी देना होता है।

भारत में लाखों लोग पीएफ कटवाते हैं, लेकिन बहुत कम लोगों को इस निःशुल्क लाइफ इंश्योरेंस कवर की जानकारी होती है। यह जानकारी वाकई "लाइफ सेविंग" साबित हो सकती है। इस वीडियो या जानकारी को अपने दोस्तों और परिवार के साथ साझा करें, ताकि हर नौकरीपेशा व्यक्ति को इस महत्वपूर्ण योजना का लाभ मिल सके।


  • FAQ Section (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)
  • Q1: EDLI स्कीम क्या है? A1: EDLI (एंप्लॉइज डिपॉजिट लिंक्ड इंश्योरेंस स्कीम) EPFO की एक लाइफ इंश्योरेंस योजना है जो किसी भी ईपीएफ सदस्य की नौकरी के दौरान मृत्यु होने पर उसके परिवार को ₹7 लाख तक की आर्थिक सहायता प्रदान करती है।
  • Q2: EDLI का लाभ कौन उठा सकता है? A2: कोई भी व्यक्ति जिसका पीएफ कट रहा है और जो ईपीएफ में योगदान कर रहा है, वह EDLI योजना के तहत स्वतः ही कवर हो जाता है और इसका लाभ उठा सकता है।
  • Q3: EDLI में कितना बीमा मिलता है? A3: EDLI में अधिकतम ₹7 लाख तक का बीमा कवर मिलता है। यह राशि कर्मचारी की पिछले 12 महीने की औसत सैलरी के 35 गुना और ₹1.75 लाख तक के बोनस को जोड़कर निकाली जाती है।
  • Q4: क्या EDLI के लिए प्रीमियम देना होता है? A4: नहीं, EDLI स्कीम के तहत कर्मचारी को कोई प्रीमियम नहीं देना होता है। इसका पूरा योगदान नियोक्ता (कंपनी) द्वारा किया जाता है।
  • Q5: EDLI क्लेम कैसे करें? A5: EDLI क्लेम करने के लिए नॉमिनी या परिवार को फॉर्म 5 IF भरकर कंपनी से प्रमाणित करवाकर (या गैजेटेड ऑफिसर/बैंक मैनेजर/विधायक से अटेस्ट करवाकर) आवश्यक दस्तावेजों (मृत्यु प्रमाण पत्र, कैंसिल चेक, आईडी प्रूफ आदि) के साथ ईपीएफ कार्यालय में जमा करना होता है।
  • Q6: EDLI के नए नियम 2024 क्या हैं? A6: नए नियमों के तहत अब पहले दिन से ही बीमा कवर मिलता है, नौकरी बदलने पर 2 महीने तक का सर्विस ब्रेक भी मान्य है, और पीएफ योगदान बंद होने के 6 महीने तक भी लाभ मिल सकता है।
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