ईरान ने इजरायल के साथ सीजफायर की शर्त रखी: अगर हवाई हमले बंद हुए तो जवाबी कार्रवाई भी रोकेंगे
ईरानी विदेश मंत्री ने इजरायल के साथ सीजफायर की शर्त रखी है। ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए कहा, 'समझौता नहीं, लेकिन 4 बजे तक हमला रोकने पर प्रतिशोध नहीं।

लेखक: नीरज कुमार | तारीख: जून 2025
दुबई, 24 जून 2025: ईरानी विदेश मंत्री अब्बास अराघची ने सोमवार को स्पष्ट किया कि यदि इजरायल आज सुबह 4 बजे तक अपने हवाई हमले बंद कर देगा, तो ईरान भी जवाबी कार्रवाई को रोकने की घोषणा करेगा। यह बयान अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के दावे के एक दिन बाद आया है कि मध्य पूर्व में सीजफायर हो चुका है।
ईरान की शर्त: 4 बजे तक हमला बंद करने पर समझौता संभव
- ईरानी विदेश मंत्री ने सोशल मीडिया पर लिखा, "अभी तक कोई आधिकारिक सीजफायर समझौता नहीं हुआ है।"
- उन्होंने इजरायल को सीधा संदेश दिया: "अगर आप अपने हवाई हमले सुबह 4 बजे तक रोक देंगे, तो हम जवाबी कार्रवाई नहीं करेंगे।"
- इस कदम को ईरान की ओर से पहली स्पष्ट शर्त माना जा रहा है, जो संघर्ष के तनाव को कम करने का संकेत देती है।
ट्रंप के दावे को खारिज करते हुए ईरान का साफ संकेत
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने सोमवार को दावा किया था कि ईरान और इजरायल के बीच सीजफायर हो गया है। हालांकि, ईरानी विदेश मंत्री ने इसे खारिज करते हुए कहा, "ऐसा कोई समझौता नहीं हुआ। हमारी सेना ने अपनी कार्रवाइयां आखिरी समय तक जारी रखीं।" विश्लेषकों का मानना है कि ईरान की ओर से यह बयान दबाव बनाने की रणनीति है, जबकि इजरायल अपने रक्षात्मक रुख पर अड़ा है।
सैन्य कार्रवाइयों पर ईरान का गर्व: बहादुरी की सराहना
अराघची ने ईरानी सेना की बहादुरी की सराहना करते हुए कहा, "हमारी सेना ने दुश्मन के हर हमले का जवाब दिया। उन्होंने अपने खून का आखिरी कतरा देश की रक्षा के लिए बहाया। यह बयान ऐसे समय में आया है जब मध्य पूर्व में तनाव चरम पर है। विश्लेषकों का कहना है कि सीजफायर की संभावना तब बढ़ेगी जब दोनों पक्ष अपनी सैन्य कार्रवाइयों में कमी लाएंगे।
अगले दिनों में क्या हो सकता है?
- यदि इजरायल ईरान की शर्त मान लेता है, तो सीजफायर संभव है।
- दोनों पक्षों के बीच तनाव कम होने पर क्षेत्रीय शक्तियां मध्यस्थता कर सकती हैं।
- अमेरिका और रूस की भूमिका संघर्ष सुलझाने में महत्वपूर्ण होगी।