Maulvi Pitai: पानीपत मस्जिद में 9 साल के मासूम को मौलवी ने 4 घंटे तक बेरहमी से पीटा, हाथ-पैर बांधे

Maulvi Pitai: पानीपत के पसीन गांव की मस्जिद में 9 साल के मासूम को मौलवी ने 4 घंटे तक बेरहमी से पीटा। हाथ-पैर बांधकर डंडों से मारा, जिसकी वजह सिर्फ एक दिन तालीम के लिए न आना था। पुलिस कर रही जांच।

Sep 24, 2025 - 12:08
Sep 24, 2025 - 12:08
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Maulvi Pitai: पानीपत मस्जिद में 9 साल के मासूम को मौलवी ने 4 घंटे तक बेरहमी से पीटा, हाथ-पैर बांधे
Imam Brutally Assaults Nine-Year-Old Boy in Panipat Mosque

By: दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: | 24 Sep 2025

Maulvi Pitai: पानीपत मस्जिद में 9 साल के बच्चे को मौलवी ने 4 घंटे तक बेरहमी से पीटा, जानिए पूरी घटना

 हरियाणा के पानीपत से एक दिल दहला देने वाला और हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है, जहां ज्ञान देने वाले एक इमाम ने 9 साल के मासूम छात्र को बेरहमी की हदें पार करते हुए डंडों से पीटा और घंटों तक बांधे रखा। यह घटना पसीन गांव स्थित मस्जिद की है, जिसने एक बार फिर शिक्षा के नाम पर होने वाले शारीरिक दंड के गंभीर परिणामों को उजागर किया है। बच्चे का कसूर सिर्फ इतना था कि वह एक दिन तालीम लेने के लिए मस्जिद नहीं आया था। यह घटना सोमवार को हुई, जब बच्चा दोपहर 3 बजे मस्जिद पहुंचा और इमाम ने उसे पीटना शुरू कर दिया। बच्चे के शरीर पर गंभीर चोटों के निशान हैं और उसे तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया, जिसके बाद परिवार ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई है, लेकिन इमाम मौके से फरार हो गया। यह पूरी घटना न केवल माता-पिता को चिंतित कर रही है, बल्कि यह सवाल भी खड़ा करती है कि धार्मिक शिक्षा केंद्रों में बच्चों की सुरक्षा के लिए क्या उपाय किए जाने चाहिए।


1. Maulvi Pitai: क्या है पानीपत की मस्जिद में हुई पूरी घटना?

पानीपत की एक मस्जिद में यह बड़ी घटना सामने आई है, जहां 9 साल के एक बच्चे को मौलवी ने इतनी बुरी तरह पीटा कि उसकी हालत खराब हो गई। बच्चे के पिता मोहम्मद अंसारी ने बताया कि वह सोमवार शाम को जब काम से घर लौटे, तो उन्हें फोन पर सूचना मिली कि बच्चे की हालत काफी खराब है। मोहम्मद अंसारी जमींदार के पास ट्रैक्टर चलाने का काम करते हैं। बच्चे की मां जब काम से लौटीं और बच्चे को घर पर नहीं देखा (जो आम तौर पर शाम 5 बजे लौट आता था), तो वह उसकी तलाश में मस्जिद गईं। जब परिवार के लोग बच्चे को ढूंढते हुए मस्जिद के कार्यालय में पहुंचे, तो देखा कि बच्चे के हाथ-पैर रस्सी से बांध रखे थे और वह एक तरफ गिराया हुआ था। बच्चे को बहुत बुरी तरह मारा गया था। बच्चे ने अपने परिवार को बताया कि मौलवी ने उसे तब से लेकर शाम 7 बजे तक (यानी लगभग 4 घंटे तक) रस्सी से बांधे रखा और लगातार डंडों से पीटता रहा। बच्चे की मां व मामा उसे छुड़ाकर लाए और तुरंत सिविल अस्पताल ले जाया गया। बच्चे के शरीर के कई हिस्सों पर गंभीर डंडों के निशान थे।

2. इमाम ने क्यों बांधी बच्चे के हाथ-पैर? 4 घंटे तक डंडे बरसाने की वजह

इस भयानक घटना के पीछे की वजह बेहद मामूली थी, जो इस इमाम की क्रूरता को दर्शाती है। 9 साल के बच्चे ने परिवार को बताया कि वह रविवार को तालीम लेने के लिए मस्जिद नहीं आया था। सोमवार को जब वह दोपहर करीब 3:00 बजे मस्जिद पहुंचा, तो वहां मौजूद मौलवी ने उससे पूछा कि वह कल क्यों नहीं आया था, और यह कहते हुए उसे पीटना शुरू कर दिया। मौलवी ने गुस्से में आकर बच्चे को अंदर रोका और उसके हाथ-पैर रस्सी से बांध दिए। बच्चे के पिता मोहम्मद अंसारी के अनुसार, इमाम ने उसे इतनी बुरी तरह मारा कि बच्चे के हाफ (स्वास्थ्य) खराब हो गए। बच्चे को बांधकर पीटा गया था, और जब वह दर्द से कराहता था तो इमाम उसका मुंह बंद कर लेता था। पिता ने यह भी बताया कि उनका बच्चा यहां (पानीपत) आने से पहले उत्तर प्रदेश में अपने दादा-दादी के पास रहता था और उसे लगभग 10 दिन पहले ही गांव से यहां लाया गया था और वह अब 10 दिन से ही मस्जिद में तालीम लेने के लिए जा रहा था। बच्चा रोजाना दोपहर 3 बजे जाता था और शाम 5 बजे घर लौट आता था। यह पूरी Maulvi Pitai की घटना बच्चे के एक दिन अनुपस्थित रहने के कारण हुई, जिससे इमाम ने सजा के नाम पर अमानवीय व्यवहार किया।

3. बच्चे को ढूंढने मस्जिद पहुंची मां और मामा, फिर सामने आई भयावह सच्चाई

जब सोमवार शाम को बच्चा निर्धारित समय (शाम 5 बजे) पर घर नहीं लौटा, तो परिवार को चिंता हुई। मोहम्मद अंसारी की पत्नी (बच्चे की मां), जो शाम 7 बजे काम से लौटीं, ने जब बच्चे को घर पर नहीं देखा तो उसकी तलाश में निकल पड़ीं। वह सबसे पहले पसीन गांव की मस्जिद पहुंची, जहां बच्चे पढ़ने के लिए जाता था। मां ने वहां मौजूद अन्य लोगों से बच्चे के बारे में पूछा, लेकिन कोई स्पष्ट जवाब नहीं मिला, और किसी को बच्चे का पता नहीं था। इसके बाद परिवार के सदस्य (मां और मामा/सास-ससुराड़ी) मौलवी के कार्यालय में गए। वहां उन्होंने देखा कि बच्चे को बुरी तरह मारकर हाथ पैर बांधकर गिराया हुआ था। परिवार के सदस्यों ने तुरंत बच्चे को रस्सी से छुड़वाया और उसे लेकर सिविल अस्पताल पहुंचे। बच्चे की हालत गंभीर थी और उसके पूरे शरीर पर चोट के निशान थे। मां ने बताया कि अगर हम घर पर होते तो हमें पता भी लगता, लेकिन जब शाम को बच्चे की ठोक (पिटाई) पड़ी, तब पता लगा कि उसे मस्जिद में पीटकर बंद कर रखा है।

4. मौलवी अली सेन मस्जिद से फरार, पिता ने बताई बच्चों की जानकारी

बच्चे के पिता मोहम्मद अंसारी ने मौलवी का नाम अली सेन बताया, जो मस्जिद में इमाम है और उत्तर प्रदेश का रहने वाला है। जब परिवार बच्चे को छुड़वाने मस्जिद पहुंचा, तो इमाम अली सेन मौके से भाग चुका था। पिता ने बताया कि इमाम का एक भाई मुमतियाज भी है, जिसे उनके साले (मामा) अरबी ले गए उसे ढूंढने के लिए। पिता ने घटना पर गहरा दुख व्यक्त करते हुए कहा कि अगर वह घर पर होते तो मौलवी को मार नहीं देते। मोहम्मद अंसारी ने यह भी जानकारी दी कि उनके पांच बच्चे हैं, जिनमें से यह पीटा गया बच्चा तीसरे नंबर पर है। उनके दो बेटे और तीन बेटियां हैं। उन्होंने पुष्टि की कि बच्चे ने पहले कभी इस तरह की शिकायत नहीं की थी, क्योंकि वह केवल 10 दिन पहले ही यूपी से यहां आया था और उर्दू में तालीम ले रहा था। इस अमानवीय Maulvi Pitai के बाद इमाम के भाग जाने से यह स्पष्ट होता है कि उसे अपने कृत्य का आभास था।

5. पुलिस कर रही मामले की जांच, इमाम की गिरफ्तारी पर संशय

यह पूरा मामला अब पुलिस तक पहुंच चुका है। परिवार ने पुलिस को शिकायत दर्ज करा दी है और पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। फिलहाल इमाम अली सेन फरार है, जिससे उसकी गिरफ्तारी पर संशय बना हुआ है। पुलिस को यह सुनिश्चित करना होगा कि आरोपी जल्द से जल्द पकड़ा जाए और उस पर कानूनी कार्रवाई हो, क्योंकि इस तरह बच्चों को बांधकर घंटों पीटना एक गंभीर अपराध है। बच्चे के माता-पिता न्याय की गुहार लगा रहे हैं और उनकी मांग है कि आरोपी को कड़ी से कड़ी सजा मिले। इस घटना ने शिक्षण संस्थानों में बच्चों के प्रति होने वाली क्रूरता पर एक गंभीर प्रश्नचिह्न लगा दिया है और स्थानीय प्रशासन के लिए यह आवश्यक हो गया है कि वह ऐसे मामलों में त्वरित और पारदर्शी कार्रवाई करे, ताकि भविष्य में इस तरह की Maulvi Pitai की घटनाओं की पुनरावृत्ति न हो।


Conclusion पानीपत के पसीन गांव की मस्जिद में 9 साल के बच्चे को मौलवी द्वारा बेरहमी से पीटने की यह घटना बेहद शर्मनाक है। बच्चे को सिर्फ एक दिन मस्जिद न आने की सजा के तौर पर 4 घंटे तक रस्सी से बांधकर पीटा गया। परिवार के पहुंचने पर मौलवी अली सेन भाग निकला। पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है और जांच जारी है। भविष्य में ऐसे धार्मिक या शैक्षणिक संस्थानों में बच्चों की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सख्त निगरानी और कानूनी प्रावधानों की आवश्यकता है, ताकि बच्चों के साथ होने वाले किसी भी तरह के दुर्व्यवहार को रोका जा सके और आरोपी को जल्द पकड़ा जा सके।


FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले सवाल)

सवाल (Question) जवाब (Answer)
Maulvi Pitai की यह घटना कहाँ हुई? यह घटना हरियाणा के पानीपत जिले के पसीन गांव में स्थित एक मस्जिद में हुई। बच्चे के पिता ने बताया कि बच्चा यहां करीब 10 दिन पहले ही उत्तर प्रदेश से आया था और तालीम ले रहा था।
9 साल के बच्चे को मौलवी ने क्यों पीटा? बच्चे का कसूर सिर्फ इतना था कि वह एक दिन (रविवार) तालीम लेने के लिए मस्जिद नहीं आया था। मौलवी ने इसी बात पर गुस्से में आकर सोमवार को उसे बेरहमी से पीटा।
बच्चे को कितने समय तक बांध कर पीटा गया? बच्चे ने परिवार को बताया कि मौलवी ने उसे सोमवार दोपहर 3 बजे से लेकर शाम 7 बजे तक (लगभग 4 घंटे) तक रस्सी से हाथ-पैर बांधे रखा और डंडों से मारा।
आरोपी मौलवी का नाम क्या है और वह कहां का रहने वाला है? बच्चे के पिता ने बताया कि आरोपी मौलवी का नाम अली सेन है, जो मस्जिद में इमाम के रूप में कार्यरत है। वह उत्तर प्रदेश (यूपी) का रहने वाला है।
क्या Maulvi Pitai के बाद इमाम पकड़ा गया? जब बच्चे की मां और मामा उसे मस्जिद में छुड़ाने पहुंचे, तो मौलवी मौके से भाग गया था। फिलहाल यह मामला पुलिस तक पहुंच चुका है, और पुलिस मामले की जांच कर रही है।

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