LG Electronics IPO: निवेश की सलाह! लिस्टिंग गेन और लंबी अवधि दोनों के लिए करें सब्सक्राइब, जानें विशेषज्ञ की राय

LG Electronics IPO 7 अक्टूबर को खुला। क्या आपको इसमें पैसा लगाना चाहिए? आस्था जैन के अनुसार, यह आईपीओ लिस्टिंग गेन और 3-6 महीने के नजरिए के लिए शानदार है। सब्सक्रिप्शन की रेटिंग दी गई है।

Oct 7, 2025 - 12:52
 0  4
LG Electronics IPO: निवेश की सलाह! लिस्टिंग गेन और लंबी अवधि दोनों के लिए करें सब्सक्राइब, जानें विशेषज्ञ की राय
IPO Alert: LG Electronics IPO, Wework India IPO और Tata Capital IPO पर विशेषज्ञ की राय

By: दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: | 07 Oct 2025

ब्रेकिंग न्यूज़: इस हफ्ते खुल रहे पांच बड़े आईपीओ में से LG इलेक्ट्रॉनिक्स IPO पर लगाइए दांव, एक्सपर्ट ने दी सब्सक्राइब करने की सलाह

इस पूरे हफ्ते में बाजार में पांच मेन बोर्ड आईपीओ की धूम है, जिसमें टाटा कैपिटल, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स, वीवर्क (Wework), और कनाडाक जैसे बड़े नाम शामिल हैं। हालांकि, इनमें से सबसे ज्यादा आकर्षण होम अप्लायंसेज उद्योग की दिग्गज कंपनी LG Electronics IPO का रहा, जिसकी बिडिंग डेट्स 7 अक्टूबर से लेकर 9 अक्टूबर 2025 तक निर्धारित की गई हैं। यह एक ऑफर फॉर सेल (OFS) इशू है, जिसका अर्थ है कि इससे जुटाया गया पूरा पैसा कंपनी के वर्तमान शेयरधारकों या इन्वेस्टर्स के पास जाएगा, न कि कंपनी के विस्तार के लिए। इस आईपीओ की लिस्टिंग गेन और लंबी अवधि की संभावनाओं को लेकर सीनियर रिसर्च एनालिस्ट मिस आस्था जैन ने एम सिक्योरिटीज से खास बातचीत में अपनी विस्तृत राय साझा की है, जिसके अनुसार, निवेशकों के लिए इस समय एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के शेयर में पैसा लगाना एक बेहतर रणनीति साबित हो सकती है।

LG Electronics IPO: बाजार में क्यों है इसकी जोरदार चर्चा?

एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स होम अप्लायंसेज उद्योग में एक अग्रणी खिलाड़ी (वन ऑफ द लीडिंग प्लेयर) है, जिसके उत्पादों से हम सब भली-भांति परिचित हैं। इस ब्रांड की बाजार में उपस्थिति आज की नहीं है, बल्कि यह कंपनी पिछले 28 वर्षों से इस क्षेत्र में कार्यरत है। किसी भी आईपीओ में निवेश करने से पहले उसके बिज़नेस मॉडल और फाइनेंशियल परफॉर्मेंस को देखना बेहद ज़रूरी होता है। आस्था जैन के अनुसार, LG Electronics IPO को पसंद करने के पीछे कई ठोस कारण हैं, जिनमें सबसे महत्वपूर्ण है इसकी मजबूत वित्तीय प्रदर्शन (financial performance)। कंपनी के मार्जिन और रिटर्न रेशियो भी काफी मजबूत हैं, जो इसे एक स्थिर निवेश का विकल्प बनाते हैं।

इसके अलावा, आईपीओ की सफलता काफी हद तक उसकी प्राइसिंग पर भी निर्भर करती है। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स ने प्राइसिंग के मोर्चे पर निवेशकों के लिए रीज़नेबल वैल्यूएशन प्रस्तुत किया है। यह इशू 38 के प्राइस टू अर्निंग (P/E) मल्टीपल पर लाया जा रहा है। यद्यपि स्टैंडअलोन फिगर के रूप में 38 का P/E मल्टीपल अधिक लग सकता है, लेकिन जब इसकी तुलना ब्लू स्टार, वोल्टास और हेवल्स जैसे लिस्टेड प्रतिस्पर्धियों (पेयर्स) के साथ की जाती है, तो यह वैल्यूएशन उचित (reasonable) प्रतीत होता है। एक्सपर्ट का मानना है कि कंपनी ने इस इशू को बहुत महंगा नहीं रखा है, जिसके कारण यह आईपीओ निवेशकों के लिए आकर्षक बन जाता है।

निवेश के लिए परफेक्ट टाइमिंग और लिस्टिंग गेन की उम्मीद

किसी भी इलेक्ट्रॉनिक स्पेस की कंपनी के लिए व्यापार की मात्रा (बिजनेस वॉल्यूम) बहुत मायने रखती है, क्योंकि वॉल्यूम बढ़ने से टॉप लाइन में भी वृद्धि होती है। एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स आईपीओ की सबसे खास बात यह है कि इसकी टाइमिंग बहुत परफेक्ट है। यह आईपीओ ऐसे समय में आ रहा है जब नवरात्र का समय हाल ही में समाप्त हुआ है और दिवाली आने वाली है, जो मांग में जबरदस्त वृद्धि (Demand increase) का समय होता है।

  • नवरात्रि और दिवाली जैसे त्योहारों के आस-पास आने से कंपनी को उच्च बिक्री का लाभ मिलेगा।
  • जीएसटी दरों में कटौती (GST rate cut) का फायदा इन अप्लायंसेज पर देखने को मिल रहा है, जिससे वॉल्यूम में बढ़ोतरी होने की संभावना है।
  • मांग में वृद्धि के कारण, एलजी इलेक्ट्रॉनिक्स के आने वाले तिमाही नतीजे अच्छे रहने की उम्मीद है।

इन सभी कारकों को देखते हुए, एक्सपर्ट की स्पष्ट राय है कि यह आईपीओ अच्छा लगता है और इसमें सब्सक्राइब करने की सलाह है। यह न केवल लिस्टिंग गेन (listing gain) के लिए अच्छा है, बल्कि लंबी अवधि के निवेश के लिए भी बेहतर है। यदि कोई निवेशक अपने फंड को पार्क करना चाहता है, तो लिस्टिंग गेन के अलावा कम से कम तीन से छह महीने का नजरिया (टेन्योर) भी रखा जा सकता है। यानी, जो निवेशक सिर्फ लिस्टिंग गेन चाहते हैं, या जो मीडियम टर्म (3-6 महीने) का व्यू रखते हैं, वे दोनों ही इस आईपीओ में निवेश कर सकते हैं।

Wework India IPO पर रुकने की सलाह, जानें वजह

जहां LG Electronics IPO पर एक्सपर्ट की राय सकारात्मक है, वहीं कुछ अन्य आईपीओ पर 'वेट एंड वॉच' की रणनीति अपनाने की सलाह दी गई है। इनमें से एक है वीवर्क इंडिया (Wework India) का आईपीओ, जो 3 अक्टूबर को खुला था और 7 अक्टूबर को बंद होगा। इसका प्राइस बैंड ₹615 से लेकर ₹648 के बीच है और इशू साइज़ ₹3000 करोड़ का है। को-वर्किंग स्पेस मॉडल से जुड़ी यह कंपनी पहले लिस्ट हो चुकी स्मार्ट को वर्किंग और इंडिक्यू जैसी कंपनियों के विपरीत अपने ब्रांड नेम के कारण ज्यादा प्रीमियम रेंट चार्ज करती है।

हालांकि, इस बिजनेस मॉडल की चुनौतियों को देखना आवश्यक है। शुरू में (2019-2020) में यह मॉडल काफी आकर्षक था जब कमर्शियल प्रॉपर्टी के रेंट कम थे। लेकिन अब कमर्शियल प्रॉपर्टी के रेंट में लगातार बढ़ोतरी देखी जा रही है, जिससे को-वर्किंग स्पेस ओनर्स की लागत बढ़ जाती है। सबसे बड़ी चिंता का विषय कंपनी की लाभप्रदता (Profitability) है। वीवर्क पिछले तीन वर्षों से मैच्योर सेंटर्स या ऑपरेशनल सेंटर्स में औसतन 80% की ऑक्यूपेंसी (Occupancy) बता रहा है। इसके बावजूद, कंपनी 2023 और 2024 में घाटे (losses) में थी, सिर्फ 2025 में कुछ टैक्स एडजस्टमेंट के साथ उन्होंने लाभप्रदता दिखाई है। जब 80% ऑक्यूपेंसी पर लाभ नहीं आया, तो आगे सिर्फ 20% स्केलिंग अप का स्कोप बचता है, जिससे ग्रोथ की संभावना कम है। एक्विजिशन (Inorganic growth) में भी कॉस्ट बहुत ज्यादा लगती है। इसलिए, इस आईपीओ में अभी रुकने की सलाह है; इसे लिस्ट होने दें, नतीजों को देखें, और यदि यह लाभप्रदता को बनाए रखता है, तो सेकेंडरी मार्केट से खरीदना बेहतर होगा।

Tata Capital IPO: सिर्फ लंबी अवधि के निवेशकों के लिए

2025 के सबसे बड़े आईपीओ, टाटा कैपिटल IPO की बात करें, तो यह टाटा ग्रुप की फ्लैगशिप कंपनी और वित्तीय सेवा शाखा (Financial Services Arm) है। यह तीसरी सबसे बड़ी एनबीएफसी (NBFC) भी है। यह आईपीओ 6 अक्टूबर को खुला और 8 अक्टूबर 2025 को बंद होगा। इसका इशू साइज़ करीब ₹15,512 करोड़ है। कंपनी कंज्यूमर लोन, कमर्शियल फाइनेंस, और इन्वेस्टमेंट बैंकिंग जैसे प्रमुख व्यवसायों में लगी हुई है।

टाटा कैपिटल का मजबूत पैरेंटेज (Tata Parentage) इसका सबसे बड़ा प्लस पॉइंट है, लेकिन जब मुख्य रेशियो जैसे आरओए (ROA) और आरओई (ROE) को देखा जाता है, तो वे उतने मजबूत नहीं दिखते। इसके अलावा, इस आईपीओ की प्राइसिंग फुली प्राइस्ड की गई है। यह 3.7 गुना प्राइस टू बुक मल्टीपल पर आ रहा है, जो लिस्टेड पीयर्स की तुलना में लगभग पूरी तरह से मूल्यवान है। इसका सीधा मतलब है कि निवेशकों के लिए टेबल पर बहुत ज्यादा कुछ नहीं छोड़ा गया है। इसलिए, आस्था जैन की राय में, इस आईपीओ में लिस्टिंग गेन की कोई बड़ी संभावना नहीं है; यदि टाटा के नाम के कारण छोटा-मोटा लिस्टिंग गेन हो जाए, तो हो जाए। इसीलिए, Tata Capital IPO में केवल उन निवेशकों को पैसा लगाना चाहिए जिनका नजरिया विशुद्ध रूप से लंबी अवधि का है।

Conclusion

तीनों प्रमुख आईपीओ—LG Electronics, Wework, और Tata Capital—के विस्तृत विश्लेषण के बाद, एक्सपर्ट का स्पष्ट निष्कर्ष है कि मौजूदा बाजार स्थिति और वैल्यूएशन के हिसाब से LG Electronics IPO सबसे बेहतरीन दांव है। इसे लिस्टिंग गेन और मध्यम से लंबी अवधि (3-6 महीने) दोनों के लिए सब्सक्राइब करने की रेटिंग दी गई है, जिसका मुख्य कारण कंपनी की मजबूत वित्तीय स्थिति, उचित प्राइसिंग और बाजार में त्योहारी मांग (Timing) है। वहीं, Wework India IPO पर लाभप्रदता बनाए रखने की अनिश्चितता के चलते रुकने की सलाह है। Tata Capital IPO सिर्फ लंबी अवधि के निवेशकों के लिए उपयुक्त है, क्योंकि इसमें बड़े लिस्टिंग गेन की संभावना कम है। आने वाले समय में, बाजार इन आईपीओ की लिस्टिंग और तिमाही नतीजों पर कैसे प्रतिक्रिया देता है, इस पर निवेशकों को नजर बनाए रखनी चाहिए।


FAQs (5 Q&A)

Q1: LG Electronics IPO की बिडिंग डेट्स क्या हैं? LG Electronics IPO की बिडिंग डेट्स 7 अक्टूबर 2025 से शुरू होकर 9 अक्टूबर 2025 तक हैं। यह एक ऑफर फॉर सेल (OFS) इशू है, जिसका कुल इशू साइज़ ₹1167 करोड़ का है। एक्सपर्ट ने इस आईपीओ को सब्सक्राइब करने की सलाह दी है।

Q2: LG Electronics IPO में निवेश क्यों करना चाहिए? LG Electronics IPO में निवेश करने के कारण इसकी मजबूत वित्तीय स्थिति, अच्छे मार्जिन और रिटर्न रेशियो हैं। साथ ही, इसकी प्राइसिंग भी प्रतिस्पर्धी कंपनियों की तुलना में रीज़नेबल रखी गई है। त्योहारों के समय आने के कारण लिस्टिंग गेन की अच्छी उम्मीद है।

Q3: LG Electronics IPO का प्राइस बैंड क्या रखा गया है? LG Electronics IPO का प्राइस बैंड ₹1080 से लेकर ₹1140 प्रति शेयर के बीच निर्धारित किया गया है। यह इशू 38 के प्राइस टू अर्निंग मल्टीपल पर लाया गया है, जो हेविल्स और वोल्टास जैसे साथियों के मुकाबले उचित है।

Q4: क्या Wework IPO में पैसा लगाना सुरक्षित है? विशेषज्ञ के अनुसार Wework India IPO में अभी पैसा लगाना सुरक्षित नहीं है, बल्कि 'वेट एंड वॉच' की रणनीति अपनानी चाहिए। कंपनी की 80% ऑक्यूपेंसी के बावजूद 2023 और 2024 में लाभप्रदता नहीं दिख पाई थी, और प्राइसिंग भी बहुत आकर्षक नहीं है।

Q5: Tata Capital IPO किसके लिए बेहतर है, लॉन्ग टर्म या लिस्टिंग गेन? Tata Capital IPO केवल लंबी अवधि के निवेशकों के लिए बेहतर है। यह इशू फुल्ली प्राइस्ड (3.7 गुना प्राइस टू बुक) है, जिसके कारण इसमें बड़े लिस्टिंग गेन मिलने की संभावना कम है, हालांकि टाटा ब्रांड का मजबूत नाम है।

Dainik Realty News Desk Neeraj Ahlawat & Dainik Realty News के संस्थापक और मुख्य लेखक (Founder & Lead Author) हैं। वह एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया से जुड़े हुए हैं। राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज और संस्कृति जैसे विविध विषयों पर उनकी गहरी समझ और निष्पक्ष रिपोर्टिंग ने उन्हें पाठकों के बीच एक भरोसेमंद नाम बना दिया है। पत्रकारिता के साथ-साथ Neeraj एक डिजिटल मार्केटिंग कंसल्टेंट भी हैं। उन्हें SEO, Google Ads और Analytics में विशेषज्ञता हासिल है। वह व्यवसायों, सामाजिक संगठनों और चैरिटी संस्थाओं को डिजिटल माध्यम से बढ़ने में मदद करते हैं। उनका मिशन है – सस्टेनेबल बिज़नेस, गैर-लाभकारी संस्थाओं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाले संगठनों को सशक्त बनाना, ताकि वे सही दिशा में अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच सकें। Neeraj Ahlawat का मानना है कि पारदर्शिता, विश्वसनीयता और निष्पक्ष पत्रकारिता ही किसी भी मीडिया प्लेटफ़ॉर्म की सबसे बड़ी ताकत है। इसी सोच के साथ उन्होंने Dainik Realty News की शुरुआत की, जो आज पाठकों को सटीक, भरोसेमंद और प्रभावशाली समाचार उपलब्ध कराता है।