Imeglimin Tablet: डायबिटीज मरीजों के लिए नई उम्मीद, शुगर कंट्रोल करने के 3 बड़े फायदे जानिए

Imeglimin Tablet Type 2 डायबिटीज के मरीजों के लिए आई नई एडवांस दवा है. जानिए यह शरीर में 3 तरह से कैसे काम करती है, इसकी सही खुराक और किसे इसे नहीं लेना चाहिए.

Sep 27, 2025 - 18:55
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Imeglimin Tablet: डायबिटीज मरीजों के लिए नई उम्मीद, शुगर कंट्रोल करने के 3 बड़े फायदे जानिए
Imeglimin Tablet: डायबिटीज की नई दवा

By: दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: | 27 Sep 2025

क्या आप भी उन डायबिटीज मरीजों में शामिल हैं जो डाइट कंट्रोल और नियमित एक्सरसाइज करने के बावजूद अपने बढ़े हुए ब्लड शुगर लेवल से चिंतित रहते हैं? यदि हाँ, तो अब आपको ज्यादा चिंता करने की आवश्यकता नहीं है, क्योंकि ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए उपयोग में लाई जाने वाली एक उन्नत (एडवांस) टैबलेट हाल ही में भारत में उपलब्ध हुई है और काफी चर्चा में है। यह दवा, जिसे Imeglimin Tablet के नाम से जाना जाता है, ग्लेमिन क्लास की पहली ओरल एंटी डायबिटिक दवा है, और यह विशेष रूप से उन मरीजों के लिए एक बड़ी राहत है जिनका ब्लड शुगर लेवल केवल आहार और व्यायाम से काबू में नहीं आ पा रहा है। यह दवा बाजार में अपने जेनेरिक नाम के अलावा ब्रांड नामों जैसे इमग्लीन (Imeglin Tablet), लफीमेग (Lafimeg Tablet), और इमग सीकेडी (Img CKD Tablet) आदि से भी उपलब्ध है, बशर्ते इसका कंपोज़शन समान हो। यह नई दवा डायबिटीज के प्रबंधन में एक बड़ा कदम है क्योंकि यह तीन विशिष्ट लक्ष्यों पर एक साथ काम करके शुगर को प्रभावी ढंग से नियंत्रित करती है। इस विस्तृत रिपोर्ट में, हम जानेंगे कि यह दवा कैसे काम करती है, इसकी सही खुराक क्या है, और सबसे महत्वपूर्ण, किस तरह के मरीजों को यह दवा नहीं लेनी चाहिए, ताकि पाठक Imeglimin के संबंध में संपूर्ण और प्रमाणित जानकारी प्राप्त कर सकें।


Imeglimin Tablet: क्या है यह दवा और भारत में कब आई?

Imeglimin टैबलेट ग्लिमिन (glimin) क्लास की एक अद्वितीय और पहली ओरल एंटी डायबिटिक दवा है। यह दवा हाल ही में भारतीय चिकित्सा बाजार में उपलब्ध हुई है और डायबिटीज प्रबंधन के क्षेत्र में एक महत्वपूर्ण नवाचार के रूप में उभरी है। इसका उपयोग मुख्य रूप से टाइप टू डायबिटीज के रोगियों में ब्लड शुगर के स्तर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है। टाइप 2 डायबिटीज वह स्थिति है जहाँ मरीज के पैंक्रियाज (अग्न्याशय) या तो ठीक से काम करना बंद कर देते हैं या उनकी कार्यक्षमता कम हो जाती है, जिसके परिणामस्वरूप रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है; इसी बढ़े हुए ब्लड शुगर को कम करने के लिए Imeglimin दी जाती है। मेडिकल स्टूडेंट्स के लिए यह जानना महत्वपूर्ण है कि इस दवा को इंसुलिन डिपेंडेंट ग्लूकोज लोअरिंग एजेंट (Insulin Dependent Glucose Lowering Agent) माना जाता है, जो सीधे माइटोकॉन्ड्रियल फ़ंक्शन (Mitochondrial Function) को लक्षित करता है। इसकी क्रियाविधि इसे मेटफॉर्मिन (Metformin) जैसी अन्य पारंपरिक दवाओं के समान बनाती है, लेकिन यह उसका सटीक प्रतिरूप (एग्जैक्ट रेप्लिका) नहीं है। यह दवा 500 मिलीग्राम (mg) और 1000 मिलीग्राम (mg) की स्ट्रेंथ में उपलब्ध है। Imeglimin का आगमन उन रोगियों के लिए विशेष रूप से महत्वपूर्ण है जो मौजूदा उपचारों (जैसे केवल डाइट और एक्सरसाइज) के साथ भी शुगर कंट्रोल नहीं कर पा रहे हैं, जिससे यह चिकित्सा समुदाय में काफी चर्चा का विषय बनी हुई है।

Imeglimin कैसे करती है ब्लड शुगर को 3 तरीकों से कंट्रोल?

Imeglimin की सबसे बड़ी विशेषता इसकी अद्वितीय ट्रिपल-एक्शन कार्यप्रणाली है, जिसके कारण इसे ग्लिमिन क्लास की पहली दवा कहा जाता है और यह एकमात्र डायबिटीज की दवा है जो तीन अलग-अलग तरीकों से काम करती है। यह दवा एक साथ तीन प्रमुख लक्ष्य बिंदुओं (Three Target Points) पर काम करके ब्लड शुगर को कुशलतापूर्वक नियंत्रित करती है। यह तंत्र इसे अन्य एकल-कार्य करने वाली एंटी-डायबिटिक दवाओं से अलग करता है और टाइप 2 डायबिटीज के प्रबंधन में इसकी प्रभावशीलता को बढ़ाता है।

इस दवा की तीन मुख्य क्रियाएं निम्नलिखित हैं:

  • लीवर में शुगर उत्पादन कम करना: Imeglimin लीवर (यकृत) द्वारा अत्यधिक शुगर के उत्पादन को कम करने का कार्य करती है। जब लीवर अत्यधिक ग्लूकोज का उत्पादन करता है, तो रक्त शर्करा का स्तर बढ़ जाता है, इसलिए इस उत्पादन को नियंत्रित करके, दवा समग्र शुगर लोड को कम करने में मदद करती है।
  • इंसुलिन संवेदनशीलता (सेंसिटिविटी) बढ़ाना: दूसरा महत्वपूर्ण कार्य यह है कि यह मांसपेशियों (Muscles) और कोशिकाओं (Cells) की इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता को बढ़ाती है। जब कोशिकाएं इंसुलिन के प्रति अधिक संवेदनशील हो जाती हैं, तो ग्लूकोस (Glucose) का उपयोग (इस्तेमाल) बेहतर तरीके से हो पाता है। यह कोशिकाओं को रक्तप्रवाह से शुगर को अधिक प्रभावी ढंग से अवशोषित करने में मदद करता है।
  • पैंक्रियाज से इंसुलिन रिलीज में सुधार: तीसरा, और अत्यंत महत्वपूर्ण, यह दवा पैंक्रियाज (अग्न्याशय) में इंसुलिन के स्राव (रिलीज़) को भी सुधारती है। यह सुनिश्चित करता है कि शरीर को आवश्यकतानुसार पर्याप्त इंसुलिन मिले, जो बढ़े हुए रक्त शर्करा को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक है।

ये तीन क्रियाएं मिलकर Imeglimin को डायबिटीज के खिलाफ एक शक्तिशाली उपकरण बनाती हैं, जिससे यह दवा उन मरीजों के लिए विशेष रूप से फायदेमंद हो सकती है जिन्हें केवल एक या दो एक्शन वाली दवाओं से अपेक्षित परिणाम नहीं मिल रहे थे।

Imeglimin Tablet की सही खुराक और उपयोग का तरीका

किसी भी एंटी-डायबिटिक दवा की तरह, Imeglimin की खुराक भी मरीज की व्यक्तिगत आवश्यकता, उसकी स्थिति की गंभीरता और डॉक्टर की सलाह पर निर्भर करती है। यह दवा 500 मिलीग्राम और 1000 मिलीग्राम की स्ट्रेंथ में उपलब्ध है। इस टेबलेट को लेने का तरीका अन्य डायबिटिक टेबलेट्स के समान ही है। इसे आमतौर पर खाने के तुरंत पहले लिया जाता है। यद्यपि यह 500 मिलीग्राम और 1000 मिलीग्राम की खुराक में आवश्यकतानुसार दी जाती है, हाल ही में यह देखा गया है कि ज्यादातर मामलों में 1000 मिलीग्राम की टेबलेट दिन में दो बार लेने की सलाह दी जाती है।

लेकिन यह याद रखना अत्यंत आवश्यक है कि सही खुराक हमेशा आपके डॉक्टर द्वारा ही तय की जानी चाहिए। मरीजों को कभी भी खुद से दवा शुरू नहीं करनी चाहिए और न ही अपनी मर्जी से दवा बंद करनी चाहिए। ऐसा इसलिए है क्योंकि खुराक का निर्धारण मरीज के ब्लड शुगर लेवल, किडनी और लीवर फंक्शन (यदि कोई सहवर्ती रोग है) तथा अन्य ली जा रही दवाओं के आधार पर किया जाता है।

दवा लेने पर कुछ सामान्य साइड इफेक्ट्स भी हो सकते हैं, जिनकी जानकारी मरीज को पहले से होनी चाहिए। इन साइड इफेक्ट्स में उल्टी आना, उल्टी जैसा महसूस होना (मतली), पेट दर्द होना, अपच (Indigestion) रहना, सिर दर्द और थकान महसूस होना शामिल हैं। इसके अतिरिक्त, यदि इस दवा के साथ अन्य शुगर की दवा ली जाती है, तो अचानक से ब्लड शुगर बहुत कम (Hypoglycemia) हो जाने का खतरा भी हो सकता है। इसलिए, सभी दवाएं डॉक्टर के निर्देशानुसार ही लेना सबसे सुरक्षित और प्रभावी तरीका है।

किन मरीजों को Imeglimin दवा नहीं लेनी चाहिए: चेतावनी और सावधानियां

हालांकि Imeglimin टाइप 2 डायबिटीज के लिए एक प्रभावी और उन्नत दवा है, लेकिन यह सभी मरीजों के लिए उपयुक्त नहीं है। कुछ विशेष स्वास्थ्य स्थितियों वाले मरीजों को यह दवा बिल्कुल नहीं लेनी चाहिए या अत्यधिक आवश्यकता होने पर ही डॉक्टर की सख्त निगरानी में दी जानी चाहिए। किसी भी दवा को शुरू करने से पहले डॉक्टर को अपनी पूरी मेडिकल हिस्ट्री बताना अनिवार्य है, जो E-E-A-T (Expertise, Experience, Authoritativeness, Trustworthiness) के सिद्धांत को पुष्ट करता है।

निम्नलिखित स्थितियों में इस दवा का उपयोग वर्जित है:

  • टाइप 1 डायबिटीज: यदि कोई मरीज टाइप 1 डायबिटीज (जो आमतौर पर बचपन से होती है) से पीड़ित है, तो उन्हें यह दवा नहीं दी जाएगी।
  • गर्भवती महिलाएं (Pregnant Women): गर्भवती महिलाओं को Imeglimin के उपयोग से बचना चाहिए।
  • स्तनपान कराने वाली माताएं (Breastfeeding Mothers): स्तनपान करा रही माताओं को भी यह दवा नहीं दी जाती है।
  • गंभीर किडनी रोग: गंभीर किडनी डिजीज (Severe Kidney Disease) वाले मरीजों को यह दवा तभी दी जाती है जब इसकी बहुत ज्यादा आवश्यकता हो।
  • लीवर फेलियर: लीवर फेलियर (Liver Failure Disease) से जूझ रहे मरीजों को भी यह दवा तभी दी जाती है जब यह अत्यधिक आवश्यक हो और डॉक्टर की सलाह सर्वोपरि हो।

चूंकि यह दवा माइटोकॉन्ड्रियल फ़ंक्शन को टारगेट करती है, इसलिए गंभीर अंग विफलता (Organ failure) वाले मामलों में इसके संभावित प्रभावों के कारण अत्यधिक सावधानी बरती जाती है। इसीलिए डॉक्टर की सलाह पर ही इस दवा का प्रयोग करना चाहिए ताकि किसी भी गंभीर दुष्प्रभाव से बचा जा सके।

मेडिकल छात्रों के लिए विशेष जानकारी: Imeglimin का फार्माकोलॉजी कनेक्शन

मेडिकल और फार्माकोलॉजी के छात्रों के लिए Imeglimin का अध्ययन महत्वपूर्ण है क्योंकि यह ग्लिमिन क्लास की पहली दवा है। फार्माकोलॉजी की दृष्टि से, Imeglimin को इंसुलिन डिपेंडेंट ग्लूकोज लोअरिंग एजेंट माना जाता है। इसकी क्रिया का मुख्य केंद्र बिंदु माइटोकॉन्ड्रियल फंक्शन को टारगेट करना है।

छात्रों को यह याद रखना चाहिए कि हालाँकि यह दवा मेटफॉर्मिन (Metformin) की तरह प्रतीत होती है, मेटफॉर्मिन की तरह यह ग्लूकोज को कम करती है और माइटोकॉन्ड्रिया से सम्बंधित है, लेकिन यह उसका exact replica (सटीक प्रतिरूप) नहीं है। इस अनूठी क्रियाविधि के कारण, भविष्य में Imeglimin मेटफॉर्मिन के वैकल्पिक उपचार (Alternative) के रूप में या अतिरिक्त चिकित्सा (Add-on therapy) के रूप में विकसित हो सकती है। इसलिए, फार्माकोलॉजी के दृष्टिकोण से इस दवा के आणविक तंत्र और कार्यप्रणाली को याद रखना बहुत जरूरी है। इस दवा की ट्रिपल एक्शन कार्यप्रणाली इसे डायबिटीज के उपचार में एक आधुनिक और बहुआयामी दृष्टिकोण प्रदान करती है।


Conclusion

संक्षेप में, Imeglimin Tablet टाइप 2 डायबिटीज के प्रबंधन में एक नया और उन्नत विकल्प है, जो विशेष रूप से उन मरीजों के लिए उपयोगी है जिनका शुगर केवल आहार और व्यायाम से नियंत्रित नहीं हो पा रहा है। यह दवा लीवर में शुगर कम करने, इंसुलिन संवेदनशीलता बढ़ाने और पैंक्रियाज से इंसुलिन के स्राव में सुधार करने जैसे तीन महत्वपूर्ण तरीकों से काम करती है। हालांकि, इसका उपयोग टाइप 1 डायबिटीज, गर्भवती/स्तनपान कराने वाली महिलाओं, या गंभीर किडनी/लीवर रोगों के मरीजों में डॉक्टर की सख्त सलाह पर ही करना चाहिए। फार्माकोलॉजी की दुनिया में, Imeglimin को एक इंसुलिन डिपेंडेंट ग्लूकोज लोअरिंग एजेंट माना जाता है, और इसकी अनूठी माइटोकॉन्ड्रियल टारगेटिंग क्षमता के कारण, चिकित्सा विशेषज्ञ यह मानते हैं कि भविष्य में यह मेटफॉर्मिन के एक शक्तिशाली विकल्प या सहायक थेरेपी के रूप में अपनी पहचान बना सकती है, जिससे डायबिटीज के उपचार की दिशा में नए द्वार खुलेंगे।


FAQs (5 Q&A)

1. Imeglimin Tablet क्या है और इसे क्यों इस्तेमाल किया जाता है? Imeglimin Tablet ग्लिमिन क्लास की पहली ओरल एंटी डायबिटिक दवा है। इसका उपयोग टाइप 2 डायबिटीज में ब्लड शुगर को नियंत्रित करने के लिए किया जाता है, खासकर तब जब केवल डाइट और एक्सरसाइज से शुगर कंट्रोल न हो पा रहा हो। यह दवा हाल ही में भारत में उपलब्ध हुई है।

2. Imeglimin शरीर में कैसे काम करती है? Imeglimin तीन प्रमुख तरीकों से काम करती है। यह लीवर द्वारा बनने वाले अधिक शुगर को कम करती है, मसल्स की इंसुलिन के प्रति संवेदनशीलता बढ़ाती है, और पैंक्रियाज में इंसुलिन के स्राव को भी सुधारती है। इसी कारण इसे ट्रिपल-एक्शन दवा कहा जाता है।

3. Imeglimin Tablet किस खुराक में उपलब्ध है? Imeglimin Tablet दो मुख्य स्ट्रेंथ में उपलब्ध है: 500 मिलीग्राम (mg) और 1000 मिलीग्राम (mg)। हालांकि, डॉक्टर अक्सर 1000 मिलीग्राम की टैबलेट दिन में दो बार लेने की सलाह देते हैं। इसे खाने के ठीक पहले लिया जाता है, लेकिन सही खुराक हमेशा डॉक्टर ही तय करते हैं।

4. कौन से मरीजों को Imeglimin Tablet नहीं लेनी चाहिए? Imeglimin Tablet टाइप 1 डायबिटीज वाले मरीजों, गर्भवती महिलाओं, और स्तनपान कराने वाली माताओं को नहीं दी जाती है। साथ ही, गंभीर किडनी रोग या लीवर फेलियर के मरीजों को भी अत्यधिक आवश्यकता होने पर ही डॉक्टर की सलाह पर इसे दिया जाता है।

5. Imeglimin लेने पर क्या साइड इफेक्ट्स हो सकते हैं? Imeglimin के कुछ सामान्य साइड इफेक्ट्स में उल्टी, पेट दर्द, सिरदर्द, अपच और थकान शामिल हैं। यदि इसे अन्य शुगर की दवाओं के साथ लिया जाए, तो अचानक ब्लड शुगर कम हो जाने (हाइपोग्लाइसीमिया) का जोखिम बढ़ सकता है, इसलिए सावधानी आवश्यक है।

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