दिल्ली एनसीआर बारिश: IMD अलर्ट जारी, यमुना खतरे के निशान से ऊपर; राजस्थान, हिमाचल में भारी बारिश का कहर

दिल्ली एनसीआर बारिश का ताजा अपडेट: IMD ने जारी किया अलर्ट, यमुना खतरे के निशान से ऊपर। जानें दिल्ली-एनसीआर, राजस्थान, हिमाचल और जम्मू-कश्मीर में मौसम का हाल और अगले कुछ दिनों का पूर्वानुमान।

Sep 5, 2025 - 17:38
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दिल्ली एनसीआर बारिश: IMD अलर्ट जारी, यमुना खतरे के निशान से ऊपर; राजस्थान, हिमाचल में भारी बारिश का कहर
दिल्ली एनसीआर में बारिश और यमुना नदी में बाढ़ के हालात

 By: दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: | 05 Sep 2025

देश की राजधानी दिल्ली और उसके आसपास के इलाकों में मौसम ने एक बार फिर अप्रत्याशित करवट ली है। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) ने दिल्ली एनसीआर बारिश को लेकर नया अलर्ट जारी किया है, जिसके तहत अगले कुछ दिनों तक हल्की से मध्यम बारिश का दौर जारी रहने की संभावना है। यमुना नदी एक बार फिर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो गए हैं। यह खबर उन सभी लोगों के लिए महत्वपूर्ण है जो दिल्ली, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर के मौसम से प्रभावित हो रहे हैं, क्योंकि इन सभी राज्यों में भारी बारिश ने जनजीवन को अस्त-व्यस्त कर दिया है और IMD के पूर्वानुमानों पर लगातार नज़र रखना आवश्यक है।

दिल्ली एनसीआर बारिश: अगले कुछ दिन का विस्तृत पूर्वानुमान और यमुना की चेतावनी

दिल्ली में इस बार का मौसम वाकई अजीबोगरीब रहा है, जहां भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) के पूर्वानुमान लगातार बदलते रहे हैं। पहले IMD ने 3 सितंबर से हल्की बारिश का दौर शुरू होने की संभावना जताई थी, लेकिन ये अनुमान स्थिर नहीं रह पाया, और मौसम में पल-पल बदलाव दर्ज किए गए। नवीनतम जानकारी के अनुसार, आज दिल्ली में बादल छाए रहेंगे और अधिकांश जगहों पर हल्की बारिश की संभावना है, वहीं कुछ स्थानों पर मध्यम बारिश की भी पूरी संभावना है। दिल्ली एनसीआर बारिश का यह सिलसिला आगामी दिनों में भी जारी रहने वाला है। मौसम विभाग का कहना है कि 6 से 9 सितंबर तक दिल्ली एनसीआर में बादल छाए रहेंगे और हल्की बारिश का दौर जारी रहेगा। इस अवधि के दौरान अधिकतम तापमान 32 से 36 डिग्री सेल्सियस और न्यूनतम तापमान 22 से 25 डिग्री सेल्सियस के बीच रहने का अनुमान है। 10 सितंबर को स्थिति में थोड़ा बदलाव आएगा, जब आंशिक बादल छाए रहेंगे और अधिकतम तापमान 34 से 36 डिग्री, जबकि न्यूनतम तापमान 24 से 26 डिग्री सेल्सियस तक रह सकता है।

इन बदलते मौसम के मिजाज के बीच, दिल्ली की जीवनरेखा कही जाने वाली यमुना नदी भी अपने पूरे रौद्र रूप में है। यमुना नदी फिलहाल खतरे के निशान से 2 मीटर ऊपर बह रही है, जिससे दिल्ली के निचले इलाकों में गंभीर बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है। हालांकि, एक राहत भरी बात यह है कि पिछले कुछ घंटों में यमुना के वाटर लेवल में कोई खास बढ़ोतरी दर्ज नहीं की गई है, लेकिन खतरे का निशान अभी भी ऊपर ही है। यमुना का पानी दिल्ली के कई संवेदनशील क्षेत्रों में घुस चुका है, जिनमें यमुना बाजार, मोनेस्ट्री मार्केट, मजनू का टीला, सिविल लाइंस, कश्मीरी गेट, गीता कॉलोनी, वासुदेव घाट और निगम बोर्ड घाट तक शामिल हैं। इन क्षेत्रों में पानी घुसने से आम जनजीवन अस्त-व्यस्त हो गया है और लोगों को सुरक्षित स्थानों की ओर रुख करना पड़ रहा है, क्योंकि इन इलाकों में रहने वाले परिवारों को सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित करने या आपातकालीन उपायों के लिए तैयार रहने की आवश्यकता है।

राजस्थान में भारी बारिश का अलर्ट: आगामी तीन-चार दिन चुनौतीपूर्ण

देश की राजधानी के अलावा, भारत के अन्य राज्यों में भी भारी बारिश का कहर जारी है। राजस्थान में मौसम विभाग ने भारी बारिश की चेतावनी जारी की है, जहां IMD का मानना है कि राज्य के अनेक हिस्सों में भारी बारिश का यह दौर अभी कुछ दिन जारी रहने की संभावना है। विभाग के मुताबिक, आगामी तीन-चार दिनों के लिए राजस्थान के कोटा और उदयपुर संभागों के कुछ हिस्सों में हल्की बारिश से लेकर कहीं-कहीं बहुत भारी बारिश होने की आशंका है। इसके अतिरिक्त, जयपुर, भरतपुर और अजमेर संभागों के कुछ भागों में भी हल्की से भारी बारिश होने की संभावना जताई गई है। इन क्षेत्रों के निवासियों को जलभराव और संभावित बाढ़ की स्थितियों के प्रति अत्यधिक सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।

हिमाचल प्रदेश: भूस्खलन, जानमाल का नुकसान और शिक्षण संस्थानों पर असर

पड़ोसी पहाड़ी राज्य हिमाचल प्रदेश भी बारिश और उसके बाद की प्राकृतिक आपदाओं से बुरी तरह प्रभावित हुआ है। हिमाचल प्रदेश के कुल्लू जिले में एक दुखद घटना सामने आई है, जहां भूस्खलन के बाद दो मकान ढह गए। इस हादसे में एक व्यक्ति की मौत हो गई है, जबकि छह अन्य लोग मलबे में दब गए हैं, जिनके बचाव के प्रयास जारी हैं। खराब मौसम को देखते हुए, हिमाचल सरकार ने राज्य में सभी सरकारी और निजी कॉलेज, स्कूल, आंगनबाड़ी और कोचिंग सेंटर 7 सितंबर तक बंद रखने का आदेश दिया है, ताकि किसी भी अप्रिय घटना से बचा जा सके और छात्रों एवं कर्मचारियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।

जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश और स्कूलों की छुट्टी

हिमाचल प्रदेश की तरह, जम्मू-कश्मीर भी भारी बारिश की चपेट में है, जिससे व्यापक तबाही हुई है। कश्मीर घाटी में भारी बारिश के मद्देनजर शनिवार तक सभी स्कूलों में छुट्टी घोषित कर दी गई है। यह निर्णय छात्रों की सुरक्षा को प्राथमिकता देते हुए लिया गया है, ताकि उन्हें खराब मौसम और जलभराव के कारण होने वाली संभावित कठिनाइयों से बचाया जा सके। लगातार बारिश से घाटी के निचले इलाकों में जनजीवन प्रभावित हुआ है।

देश भर में बाढ़ जैसे हालात और सतर्कता की आवश्यकता

कुल मिलाकर, देश भर में, पहाड़ों से लेकर मैदानों तक, भारत के विभिन्न राज्यों में लगातार भारी बारिश का दौर जारी है। दिल्ली एनसीआर बारिश के साथ-साथ, राजस्थान, हिमाचल प्रदेश और जम्मू-कश्मीर में भी मौसम का मिजाज गंभीर बना हुआ है। यमुना नदी का खतरे के निशान से ऊपर बहना और अन्य राज्यों में भूस्खलन तथा बाढ़ जैसी स्थितियों का उत्पन्न होना, प्राकृतिक आपदाओं के प्रति बढ़ी हुई संवेदनशीलता को दर्शाता है। इन चुनौतीपूर्ण परिस्थितियों को देखते हुए, भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी अलर्ट और स्थानीय प्रशासन के निर्देशों का पालन करना अत्यंत आवश्यक है। सभी को सुरक्षित रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की सलाह दी जाती है।

Conclusion: भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (IMD) द्वारा जारी नवीनतम अपडेट्स के अनुसार, देश के विभिन्न हिस्सों में भारी बारिश और संबंधित चुनौतियां अभी कुछ और दिन जारी रह सकती हैं। दिल्ली एनसीआर बारिश के साथ, यमुना नदी का बढ़ा हुआ जलस्तर, राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी और हिमाचल-जम्मू-कश्मीर में प्राकृतिक आपदाएं एक गंभीर स्थिति को दर्शाती हैं। ऐसे में, सभी नागरिकों को सतर्क रहने, मौसम संबंधी जानकारी पर ध्यान देने और अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए सभी आवश्यक कदम उठाने की सलाह दी जाती है।

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