एशिया कप: अय्यर-जैसवाल क्यों बाहर?
एशिया कप चयन में श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल की अनदेखी पर आकाश चोपड़ा ने उठाए गंभीर सवाल। जानें टीम चयन के पीछे की रणनीति और इन खिलाड़ियों का भविष्य।

एशिया कप चयन विवाद: श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल की अनदेखी पर बड़ा सवाल!
हाल ही में घोषित एशिया कप टीम के चयन ने क्रिकेट प्रेमियों और विशेषज्ञों को हैरान कर दिया है। टीम में कुछ नामों की अनुपस्थिति को लेकर गहरा विवाद खड़ा हो गया है, खासकर श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल जैसे खिलाड़ियों को बाहर रखने पर। पूर्व क्रिकेटर और कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने इस चयन पर सवाल उठाते हुए कहा है कि जो खिलाड़ी चुने गए हैं, उससे ज़्यादा चर्चा उन खिलाड़ियों की है, जिन्हें नहीं चुना गया। यह चयन भारतीय टीम की भविष्य की रणनीति पर कई सवाल खड़े करता है।
श्रेयस अय्यर की अनदेखी: बड़े सवाल
श्रेयस अय्यर को टीम में शामिल न किए जाने पर सबसे बड़ा सवाल उठा है। आकाश चोपड़ा के अनुसार, अय्यर नंबर तीन या चार के खिलाड़ी हैं। इस स्थान पर तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव मौजूद हैं। चोपड़ा मानते हैं कि सूर्यकुमार यादव टीम के कप्तान हैं, इसलिए उनका स्थान तो पक्का है, लेकिन तिलक वर्मा ने नंबर तीन पर शानदार प्रदर्शन किया है, उनका औसत 50 का है और हाल ही में 76 का औसत तथा 150 से ऊपर का स्ट्राइक रेट रहा है, जिसमें दो लगातार शतक शामिल हैं।
चोपड़ा ने इस बात पर जोर दिया कि तिलक वर्मा को मौका इसलिए मिला क्योंकि श्रेयस अय्यर उस समय अनुपलब्ध थे या उनके "स्टॉक्स नीचे जा रहे थे", जिसमें चोट और सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जैसे मुद्दे भी शामिल थे। हालांकि, अय्यर अब उपलब्ध हैं। चोपड़ा ने सुझाव दिया कि टीम अय्यर को 'अकोमोडेट' कर सकती थी और उन्हें तीन, चार या पांच पर तिलक या सूर्य के साथ रोटेट किया जा सकता था। उनका मानना है कि रिंकू सिंह या शिवम दुबे जैसे किसी एक खिलाड़ी की जगह श्रेयस को टीम में रखा जा सकता था। चोपड़ा को यह बात भी हैरान करती है कि अगर अय्यर प्लेइंग इलेवन का हिस्सा नहीं भी होते, तो कम से कम उन्हें स्टैंडबाय खिलाड़ी के रूप में तो होना ही चाहिए था, ताकि चोट की स्थिति में एक मजबूत विकल्प उपलब्ध रहे।
यशस्वी जायसवाल: विश्व कप विजेता टीम का सदस्य फिर भी बाहर
यशस्वी जायसवाल का चयन न होना भी उतना ही चौंकाने वाला है। आकाश चोपड़ा ने याद दिलाया कि टी20 विश्व कप जीतने वाली टीम में यशस्वी जायसवाल तीसरे ओपनर के तौर पर शामिल थे। उन्होंने सवाल उठाया कि जब शुभमन गिल को उप-कप्तान बनाया गया क्योंकि वे पहले से ही टीम का हिस्सा थे, तो यशस्वी जायसवाल, जो पहले से ही टी20 विश्व कप टीम में थे, उन्हें क्यों नहीं चुना गया।
चोपड़ा ने उल्लेख किया कि यशस्वी ने विश्व कप के बाद रन भी बनाए हैं और उनके नाम एक टी20आई शतक भी है। रविचंद्रन अश्विन के हवाले से, चोपड़ा ने कहा कि जब से यशस्वी जायसवाल ने डेब्यू किया है, वह "सर्वश्रेष्ठ अंतरराष्ट्रीय खिलाड़ी" हैं, जो सभी फॉर्मेट्स में उत्कृष्ट प्रदर्शन कर रहे हैं। चोपड़ा के अनुसार, भारतीय टीम की मौजूदा आक्रामक खेल शैली की फिलॉसफी में यशस्वी जायसवाल पूरी तरह फिट बैठते हैं, जैसे पानी में नमक घुल जाता है। हालांकि, इसके बावजूद उनका नाम टीम में नहीं है, जो हैरानी का विषय है।
टीम चयन की उलझन और रणनीति
भारतीय टीम प्रबंधन को तीन और चार नंबर पर खिलाड़ियों के चयन में चुनौती का सामना करना पड़ा है। टीम को आठ नंबर पर एक बल्लेबाज की जरूरत है और साथ ही छह या सात गेंदबाजी विकल्प भी चाहिए। चोपड़ा के अनुसार, तिलक वर्मा या अभिषेक शर्मा जैसे खिलाड़ियों की गेंदबाजी पर उतना भरोसा नहीं है, और श्रेयस अय्यर या सूर्यकुमार यादव गेंदबाजी नहीं करते। इस दृष्टिकोण से, शिवम दुबे जैसे खिलाड़ी को प्राथमिकता मिल सकती है, जो गेंदबाजी विकल्प भी प्रदान करते हैं।
टीम की यह सोच कि "सुपरस्टार" खिलाड़ियों को भारतीय क्रिकेट को आगे ले जाने की जिम्मेदारी उठानी चाहिए, भी चयन को प्रभावित कर सकती है। शुभमन गिल को इसी सोच के तहत "आइडेंटिफाई" और "अपॉइंट" किया गया है। चोपड़ा ने इस बात पर चिंता व्यक्त की कि क्या "अलग-अलग खिलाड़ियों के लिए अलग-अलग नियम" हैं।
क्या मिलनी चाहिए थी स्टैंडबाय में जगह?
आकाश चोपड़ा का मानना है कि भले ही श्रेयस अय्यर को प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं मिलती, लेकिन उन्हें कम से कम स्टैंडबाय में तो होना ही चाहिए था। उन्होंने उम्मीद जताई कि चयनकर्ताओं ने श्रेयस अय्यर से फोन पर बात कर उन्हें यह बताया होगा कि उनका चयन क्यों नहीं हुआ और उन्हें भविष्य के लिए क्या करना चाहिए। चोपड़ा ने सुझाव दिया कि अय्यर को टेस्ट मैचों और ऑस्ट्रेलिया में होने वाले वनडे मैचों पर ध्यान केंद्रित करने को कहा गया होगा, जिससे उन्हें टी20 विश्व कप में वापसी का मौका मिल सके।
भविष्य की संभावनाएं: कौन आएगा अंदर, कौन बाहर?
चोपड़ा को पूरा विश्वास है कि आने वाले समय में भारतीय टीम में बड़े बदलाव होंगे और कई खिलाड़ी अंदर-बाहर होते रहेंगे। उन्हें उम्मीद है कि श्रेयस अय्यर टेस्ट और वनडे में रन बनाकर टी20 विश्व कप की टीम में जगह बना लेंगे। हालांकि, यशस्वी जायसवाल के लिए वह उतने आश्वस्त नहीं हैं, क्योंकि उनके लिए टेस्ट में रन बनाने से टी20 या वनडे टीम में जगह मिलना कठिन हो सकता है। चोपड़ा ने यह भी बताया कि जसप्रीत बुमराह, शुभमन गिल और हर्षित राणा जैसे कुछ ही खिलाड़ी हैं जिन्हें "ऑल फॉर्मेट स्पेशलिस्ट" माना जाता है।
FAQs
- 1. एशिया कप 2023 की टीम में श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल को क्यों नहीं चुना गया? श्रेयस अय्यर के लिए नंबर 3-4 पर तिलक वर्मा और सूर्यकुमार यादव की मजबूत जगह को कारण बताया गया है। यशस्वी जायसवाल को शुभमन गिल के कारण पीछे रखा गया, जबकि वह टी20 विश्व कप विजेता टीम का हिस्सा थे।
- 2. आकाश चोपड़ा ने श्रेयस अय्यर के चयन पर क्या सवाल उठाए हैं? चोपड़ा ने पूछा कि अय्यर को टीम में समायोजित क्यों नहीं किया गया, खासकर जब वह नंबर 3-4 के खिलाड़ी हैं और उनका अनुभव है। उन्होंने स्टैंडबाय में भी अय्यर को न रखने पर सवाल उठाया।
- 3. यशस्वी जायसवाल को एशिया कप टीम में न शामिल करने का क्या कारण बताया जा रहा है? शुभमन गिल को उप-कप्तान बनाए जाने और उनकी पहले से मौजूदगी को एक कारण माना गया। हालांकि, यशस्वी का टी20 विश्व कप टीम में होना और शानदार प्रदर्शन (शतक सहित) उनकी अनदेखी को हैरान करने वाला बनाता है।
- 4. क्या भविष्य में श्रेयस अय्यर और यशस्वी जायसवाल भारतीय टीम का हिस्सा बन सकते हैं? आकाश चोपड़ा को विश्वास है कि श्रेयस अय्यर टेस्ट और वनडे में प्रदर्शन कर टी20 विश्व कप में वापसी कर सकते हैं। हालांकि, यशस्वी के टी20 में वापसी को लेकर वह कम आश्वस्त हैं, क्योंकि वह अभी टेस्ट पर केंद्रित हैं।
- 5. टीम चयन में 'ऑल-फॉर्मेट प्लेयर' का क्या महत्व है? जसप्रीत बुमराह, शुभमन गिल और हर्षित राणा जैसे 'ऑल-फॉर्मेट प्लेयर' माने जाते हैं जो सभी प्रारूपों में टीम के लिए महत्वपूर्ण हैं। चयनकर्ता अक्सर ऐसे खिलाड़ियों को प्राथमिकता देते हैं जो विभिन्न प्रारूपों में लगातार अच्छा प्रदर्शन करते हैं।