भारत पाकिस्तान क्रिकेट पॉलिसी पर बड़ा खुलासा: अब साफ हुआ भविष्य!

जानिए भारतीय सरकार की नई भारत पाकिस्तान क्रिकेट पॉलिसी क्या है। एशिया कप और वर्ल्ड कप में होंगे मुकाबले, पर द्विपक्षीय सीरीज पर लगा बैन। पूरी जानकारी पढ़ें।

Aug 22, 2025 - 10:39
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भारत पाकिस्तान क्रिकेट पॉलिसी पर बड़ा खुलासा: अब साफ हुआ भविष्य!
भारत पाकिस्तान क्रिकेट पॉलिसी पर बड़ा खुलासा: अब साफ हुआ भविष्य!

भारत पाकिस्तान क्रिकेट पॉलिसी पर बड़ा खुलासा: अब साफ हुआ भविष्य!

नई दिल्ली: लंबे समय से चली आ रही अटकलों और सोशल मीडिया पर चल रही बहस के बाद, भारतीय सरकार ने भारत पाकिस्तान क्रिकेट पॉलिसी पर अपना दृष्टिकोण स्पष्ट कर दिया है। यह एक बड़ा खुलासा है जो न केवल क्रिकेट बल्कि सभी खेलों से जुड़े भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय संबंधों के भविष्य को आकार देगा। अब यह साफ हो गया है कि भारतीय टीम एशिया कप और आगामी वर्ल्ड कप जैसे मल्टीनेशनल टूर्नामेंट में पाकिस्तान के खिलाफ खेलेगी, लेकिन दोनों देशों के बीच किसी भी प्रकार की द्विपक्षीय सीरीज पर पूर्ण प्रतिबंध रहेगा।

भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय सीरीज पर पूर्ण प्रतिबंध: आर्थिक पहलू बना आधार

भारतीय सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि भारत पाकिस्तान नहीं जाएगा और न ही पाकिस्तान को भारत आने दिया जाएगा, यहां तक कि किसी तीसरी कंट्री में जाकर भी द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली जाएगी। इस फैसले के पीछे की वजह आर्थिक समझाई गई है। जब भी भारत-पाकिस्तान के बीच द्विपक्षीय सीरीज होती है, तो मेजबान देश को सीधा आर्थिक लाभ होता है। उदाहरण के लिए, यदि यह मुकाबला भारत में होता है, तो Jio Star या Sony जैसे भारतीय ब्रॉडकास्टर्स प्रसारण अधिकार खरीदने के लिए भारी रकम खर्च करते हैं। इससे BCCI को प्रति मैच फीस मिलती है और ब्रॉडकास्टर्स को विज्ञापनों से बड़ा मुनाफा होता है, क्योंकि दर्शक बड़ी संख्या में मैच देखते हैं।

इसी तरह, यदि पाकिस्तान मेजबानी करता है, तो भी अधिकतर प्रसारण अधिकार भारतीय ब्रॉडकास्टर्स ही खरीदते हैं, क्योंकि अन्य के पास इतने पैसे नहीं होते। इससे पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) को सीधा आर्थिक लाभ होता है, जिसका अधिकांश पैसा भारत से आता है। सरकार के इस फैसले से "उस पाइपलाइन को काट दिया गया है"। इसका अर्थ है कि अब भारत, पाकिस्तान को सीधे तौर पर आर्थिक लाभ पहुंचाने वाले द्विपक्षीय आयोजनों में शामिल नहीं होगा।

मल्टीनेशनल टूर्नामेंट में जारी रहेंगे मुकाबले: ओलंपिक चार्टर का सम्मान

हालांकि द्विपक्षीय संबंधों पर विराम लगा दिया गया है, भारतीय सरकार ने मल्टीनेशनल टूर्नामेंटों के लिए एक अलग नीति अपनाई है। यह ओलंपिक चार्टर के सिद्धांत पर आधारित है, जहां युद्धरत या वैचारिक रूप से असहमत देश भी एक मंच पर आकर खेलते हैं। फीफा, ओलंपिक्स, वर्ल्ड कप, एशिया कप और कॉमनवेल्थ गेम्स जैसे टूर्नामेंटों में यह हमेशा से होता आया है कि मेज़बान देश सभी देशों के एथलीटों का स्वागत करता है, भले ही उनके आपसी संबंध कैसे भी हों।

भारतीय सरकार ने स्पष्ट किया है कि यदि एशिया कप, वर्ल्ड कप, कॉमनवेल्थ गेम्स या ओलंपिक्स जैसा कोई भी मल्टीनेशनल टूर्नामेंट हो रहा है, तो भारत उसमें निश्चित रूप से भाग लेगा। यदि पाकिस्तान भी खेलता है या दोनों देशों के बीच मैच होता है, तो भी भारत को कोई आपत्ति नहीं है। इस प्रकार के टूर्नामेंटों को एक अलग दृष्टिकोण से देखा जाता है। इस नीति से एशिया कप में भारत-पाकिस्तान मैच पर छाए अनिश्चितता के बादल पूरी तरह छंट गए हैं।

मेजबान देश के रूप में भारत की भूमिका और भविष्य की योजनाएं

भारत एक मेजबान राष्ट्र के रूप में अपनी छवि को मजबूत करना चाहता है। सरकार की नीति में यह भी कहा गया है कि यदि भारत में कोई मल्टीनेशनल टूर्नामेंट (जैसे महिला और पुरुष क्रिकेट वर्ल्ड कप, भविष्य में कॉमनवेल्थ गेम्स या ओलंपिक्स 2036) आयोजित होता है, तो सभी देशों का स्वागत "अतिथि देवो भव" की भावना से किया जाएगा। ऐसे आयोजनों के लिए वीजा नियमों को सरल बनाया जाएगा और यात्रा को आसान बनाने के लिए प्राथमिकता दी जाएगी। कबड्डी वर्ल्ड कप का उदाहरण देते हुए भी यह स्पष्ट किया गया है कि यदि भारत मेजबानी करता है, तो पाकिस्तान की टीम को भी आने का न्योता दिया जाएगा।

हालांकि, इस प्रेस स्टेटमेंट में एक महत्वपूर्ण बिंदु पर स्पष्टता नहीं दी गई है। यह कहीं भी उल्लेख नहीं किया गया है कि यदि पाकिस्तान कोई मल्टीनेशनल टूर्नामेंट (जैसे चैंपियंस ट्रॉफी) होस्ट करता है, तो क्या भारतीय टीम उसमें भाग लेने जाएगी या नहीं। सरकार ने केवल यही कहा है कि यदि भारत मेजबानी करता है तो अन्य देश आ सकते हैं, और यदि मल्टीनेशनल टूर्नामेंट कहीं और होता है, तो भारत की टीम उसमें खेल सकती है।

इस प्रकार, भारतीय सरकार की यह नीति द्विपक्षीय खेल संबंधों को समाप्त करती है, लेकिन बहुराष्ट्रीय मंचों पर सहयोग और प्रतिस्पर्धा के लिए दरवाजे खुले रखती है, जिससे भारत पाकिस्तान क्रिकेट पॉलिसी का भविष्य स्पष्ट हो गया है।


 FAQs

  • प्रश्न: भारतीय सरकार ने भारत-पाकिस्तान खेल संबंधों पर क्या फैसला लिया है? उत्तर: भारतीय सरकार ने द्विपक्षीय खेल संबंधों पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है, जिसका अर्थ है कि भारत और पाकिस्तान के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं होगी।
  • प्रश्न: एशिया कप और वर्ल्ड कप में भारत-पाकिस्तान मैच क्यों खेले जाएंगे? उत्तर: सरकार की नीति के अनुसार, मल्टीनेशनल टूर्नामेंट (जैसे एशिया कप, वर्ल्ड कप) ओलंपिक चार्टर सिद्धांतों के तहत आते हैं, जहां आपसी मतभेदों के बावजूद देश एक साथ खेलते हैं।
  • प्रश्न: भारत-पाकिस्तान द्विपक्षीय सीरीज पर प्रतिबंध क्यों लगाया गया है? उत्तर: द्विपक्षीय सीरीज से मेजबान देश को सीधा आर्थिक लाभ होता है, और सरकार ने उस वित्तीय पाइपलाइन को काटने का फैसला किया है, क्योंकि अधिकांश पैसा भारत से आता है।
  • प्रश्न: क्या भारत भविष्य में किसी बड़े खेल आयोजन की मेजबानी करेगा? उत्तर: हां, भारत खुद को एक प्रमुख मेजबान राष्ट्र के रूप में स्थापित करना चाहता है और भविष्य में महिला और पुरुष वर्ल्ड कप, कॉमनवेल्थ गेम्स, और ओलंपिक्स 2036 जैसे मल्टीनेशनल इवेंट्स की मेजबानी करने की योजना बना रहा है।
  • प्रश्न: अगर पाकिस्तान किसी मल्टीनेशनल टूर्नामेंट की मेजबानी करता है तो क्या भारत वहां जाएगा? उत्तर: जारी बयान में इस बात का स्पष्ट उल्लेख नहीं है कि यदि पाकिस्तान किसी मल्टीनेशनल टूर्नामेंट की मेजबानी करता है, तो क्या भारतीय टीम उसमें भाग लेने जाएगी या नहीं।
Neeraj Ahlawat Neeraj Ahlawat is the founder and lead author of Dainik Realty, a trusted digital news platform. With over a decade of experience in journalism, Neeraj has reported on diverse issues ranging from politics and economy to society and culture. Alongside journalism, he also works as a digital marketing consultant, specializing in SEO, Google Ads, and analytics. His mission is to support sustainable businesses, charities, and organizations that create a positive impact on society.