car par kitna gst lagta hai? जानें नई दरें, छोटी कारों पर 18% GST, लाखों का फायदा

car par kitna gst lagta hai? 22 सितंबर से कारों पर GST दरों में भारी बदलाव! छोटी कारें 18% GST के साथ लाखों सस्ती, जबकि लक्जरी कारों पर भी बड़ी राहत। जानें पूरा गणित।

Sep 8, 2025 - 13:10
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car par kitna gst lagta hai? जानें नई दरें, छोटी कारों पर 18% GST, लाखों का फायदा
भारत में कार पर जीएसटी की नई दरें और उपभोक्ताओं को मिलने वाली बचत

By: दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: | 08 Sep 2025

भारत सरकार ने दिवाली से पहले ही देश के लाखों कार खरीदारों को एक बड़ा तोहफा दिया है। 22 सितंबर से लागू हुए नए जीएसटी सुधारों के बाद, car par kitna gst lagta hai इस सवाल का जवाब अब वाहन प्रेमियों के लिए बेहद फायदेमंद हो गया है। छोटी कारों से लेकर लक्जरी सेगमेंट तक, टैक्स दरों में कटौती ने वाहनों की कीमतों में लाखों की कमी ला दी है, जिससे आम आदमी से लेकर लक्जरी खरीदार तक, हर किसी को फायदा मिल रहा है। इन नए नियमों के तहत सेस को लगभग पूरी तरह से हटा दिया गया है, जो पहले जीएसटी के अतिरिक्त लगता था, जिससे कई कैटेगरी की गाड़ियों की कीमतें काफी कम हो गई हैं। सरकार का यह कदम ऑटोमोबाइल सेक्टर में नई जान फूंकने और ग्राहकों को राहत देने वाला साबित होगा। इसके साथ ही, जीवन रक्षक दवाओं और शिक्षा सामग्री पर भी टैक्स खत्म कर दिया गया है, जो एक स्वागत योग्य कदम है।

सरकार द्वारा लागू किए गए नए जीएसटी रिफॉर्म्स का सबसे बड़ा असर छोटी कारों के खरीदारों पर देखने को मिलेगा। जिन कारों की लंबाई 4 मीटर से कम है और जिनमें पेट्रोल इंजन 1200cc से कम या डीजल इंजन 1500cc से कम है, जैसे कि वेन्यू, सोनेट, नेक्सॉन, अमेज़, डिजायर, आई20, और बलेनो, उन पर अब फ्लैट 18% जीएसटी लगेगा। पहले इन पेट्रोल कारों पर 28% जीएसटी और 1% सेस यानी कुल 29% टैक्स लगता था, जबकि डीजल कारों पर 28% जीएसटी और 3% सेस यानी कुल 31% टैक्स लगता था। अब सेस को पूरी तरह से हटा दिया गया है, और पेट्रोल हो या डीजल, सभी पर सिर्फ 18% जीएसटी लगेगा, जिससे ग्राहकों को सीधे तौर पर बड़ी बचत होगी। उदाहरण के लिए, 10 लाख रुपये की एक्स-शोरूम कीमत वाली पेट्रोल कार पर आप सीधे 85,000 रुपये बचा सकते हैं, और आरटीओ व बीमा के साथ कुल बचत 1 लाख से 1.5 लाख रुपये तक पहुंच सकती है। इसका मतलब है कि जो गाड़ी पहले ऑन-रोड लगभग 11 लाख रुपये की पड़ती थी, वह अब लगभग 10 लाख रुपये में मिल सकती है। यह उन लोगों के लिए एक बड़ी राहत है जो अपनी पहली कार खरीदने या अपग्रेड करने की सोच रहे थे।

मध्यम और बड़ी कारों पर भी मिली राहत: 40% की नई दरें

सिर्फ छोटी कारें ही नहीं, बल्कि मध्यम आकार की एसयूवी और सी-सेगमेंट सेडान व एसयूवी पर भी टैक्स में significant कटौती की गई है। उन वाहनों पर, जो सब-4 मीटर कैटेगरी में होने के बावजूद 1200cc से ऊपर पेट्रोल इंजन या 1500cc से ऊपर डीजल इंजन रखते हैं, या जो 4 मीटर से ऊपर की कैटेगरी में आते हैं, उन पर अब फ्लैट 40% जीएसटी लगेगा। पहले इन कारों पर जीएसटी और सेस मिलाकर 43-44%, 45% या लग्जरी सेगमेंट में 50% तक टैक्स लगता था। इस कैटेगरी में मारुति सुजुकी ब्रेज़ा और अर्टिगा, महिंद्रा एक्सयूवी 3XO पेट्रोल टर्बो, क्रेटा, और स्कॉर्पियो एन जैसे वाहन शामिल हैं। ब्रेज़ा जैसी गाड़ियों पर कम से कम 3% की कीमत में कमी आएगी, हालांकि सोनेट जैसी गाड़ियों के मुकाबले यह अंतर थोड़ा कम रहेगा। महिंद्रा एक्सयूवी 3XO पेट्रोल टर्बो पर जीएसटी में सीधे 1.35 लाख रुपये की बचत होगी, और बीमा, आरटीओ व टीसीएस मिलाकर कुल बचत लगभग 1.5 लाख रुपये तक जा सकती है। क्रेटा डीजल के टॉप वेरिएंट पर एक्स-शोरूम कीमत में लगभग 1.40 लाख रुपये और कुल मिलाकर 1.60 लाख रुपये तक की बचत हो सकती है। स्कॉर्पियो एन जैसी बड़ी एसयूवी पर तो कुल बचत 1.80 लाख रुपये से भी ज़्यादा होकर 2 लाख रुपये तक पहुंच सकती है, जो एक बहुत बड़ा बदलाव है।

लक्जरी कारों पर GST में बंपर कटौती: Lamborghini भी 35 लाख सस्ती

सबसे बड़ा और चौंकाने वाला फायदा लक्जरी कार सेगमेंट को मिला है। जिन लोगों का सपना एक लक्जरी कार खरीदने का था, उनके लिए भी अब car par kitna gst lagta hai इसका जवाब बेहद आकर्षक हो गया है। पहले लक्जरी कारों पर 28% जीएसटी और 22% सेस मिलाकर कुल 50% टैक्स लगता था, यह कस्टम ड्यूटी लगने के बाद की कीमत पर होता था। अब, इस पर भी फ्लैट 40% जीएसटी लगेगा, जिससे सीधे तौर पर 10% की कटौती हुई है। उदाहरण के लिए, लेम्बोर्गिनी उरुस जैसी लक्जरी कार पर, ग्राहकों को कुल मिलाकर लगभग 35 लाख रुपये की बचत हो सकती है, जिसमें बीमा और आरटीओ की बचत भी शामिल है। यह उन लक्जरी खरीदारों के लिए एक अभूतपूर्व अवसर है जो पहले भारी टैक्स के कारण झिझकते थे। इस कदम से उच्च-स्तरीय ऑटोमोबाइल बाजार में भी रौनक आने की उम्मीद है।

इलेक्ट्रिक वाहन (EV) और बाइक पर GST का नया गणित

जहां एक तरफ पेट्रोल और डीजल कारों पर जीएसटी में भारी कटौती हुई है, वहीं इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) पर जीएसटी दरों में कोई बदलाव नहीं हुआ है। ईवी पर पहले भी 5% जीएसटी लगता था और आगे भी यह 5% ही रहेगा। इसका परिणाम यह हुआ है कि पेट्रोल-डीजल और इलेक्ट्रिक वाहनों के बीच का प्राइस गैप थोड़ा और बढ़ गया है, जिससे फिलहाल पेट्रोल-डीजल वाहन खरीदारों को अधिक लाभ मिलेगा। दोपहिया वाहनों के लिए भी नए नियम आए हैं। 350cc से कम इंजन क्षमता वाली बाइक्स पर जीएसटी 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है, जिससे इन बाइक्स की कीमतें 10% तक कम हो जाएंगी। हालांकि, 350cc से ऊपर की इंजन क्षमता वाली बाइक्स पर जीएसटी बढ़कर 40% हो गया है, जो पहले 31% (सेस सहित) तक होता था, यानी लगभग 9% की वृद्धि हुई है। तीन-पहिया वाहनों पर भी जीएसटी 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है, जो उनके पेट्रोल, सीएनजी या डीजल होने से अप्रभावित है। कार इंश्योरेंस पर जीएसटी 18% ही रहेगा, जबकि लाइफ और मेडिकल इंश्योरेंस पर टैक्स 0% कर दिया गया है।

पार्ट्स की कीमतें हुई कम, पर नई गाड़ियां क्यों नहीं?

एक महत्वपूर्ण सवाल यह भी है कि मोटर पार्ट्स पर टैक्स कम होने से क्या गाड़ियों की मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट भी कम होगी और इससे गाड़ियां और सस्ती होंगी? जी नहीं, ऐसा नहीं होगा। मोटर पार्ट्स पर टैक्स 28% से घटाकर 18% कर दिया गया है, जिससे यदि आप अपनी गाड़ी के लिए कोई स्पेयर पार्ट अलग से खरीदते हैं, तो वह आपको सस्ता पड़ेगा। हालांकि, नई गाड़ियों की मैन्युफैक्चरिंग कॉस्ट पर इसका सीधा असर नहीं पड़ेगा, क्योंकि निर्माता पहले से ही 'इनपुट टैक्स क्रेडिट' (ITC) का लाभ लेते हैं। इसका मतलब है कि वे पार्ट्स खरीदते समय जो टैक्स देते हैं, वह उनके अंतिम उत्पाद पर लगने वाले टैक्स में एडजस्ट हो जाता है, जिससे उन्हें दो बार टैक्स नहीं देना पड़ता। इसलिए, पार्ट्स पर टैक्स कम होने से अंतिम गाड़ी की एक्स-शोरूम कीमत पर कोई अतिरिक्त कमी नहीं आएगी, क्योंकि निर्माता पहले भी ITC क्लेम करते थे और अब भी करेंगे।

GST रिफंड और नई कीमतों का ऐलान कब तक?

जिन ग्राहकों ने हाल ही में यानी 22 सितंबर से पहले अपनी गाड़ियां खरीदी हैं, उनके मन में यह सवाल है कि क्या उन्हें जीएसटी रिफंड मिलेगा? सूत्रों के अनुसार, ऐसे ग्राहकों को कोई जीएसटी रिफंड नहीं मिलेगा। सरकार ने स्पष्ट कर दिया है कि नए नियम 22 सितंबर से लागू होंगे, और पिछली खरीदारी पर कोई बदलाव नहीं होगा। अब सबसे बड़ा सवाल यह है कि कार कंपनियां नई जीएसटी दरों के अनुसार अपनी गाड़ियों की कीमतें कब तक जारी करेंगी? विशेषज्ञ बताते हैं कि कार कंपनियां जल्द ही अपनी सभी कारों के लिए नई जीएसटी दरों की घोषणा करेंगी। चूंकि यह एक प्रतिस्पर्धात्मक बाजार है, किसी एक ब्रांड द्वारा दरों में कमी करने पर अन्य ब्रांडों को भी ऐसा करना होगा ताकि वे बाजार में बने रहें। सरकार भी ब्रांडों को यह सुनिश्चित करने के लिए कहेगी कि वे जीएसटी कटौती का लाभ सीधे ग्राहकों तक पहुंचाएं, न कि अपने बेस प्राइस बढ़ाकर लाभ मार्जिन बढ़ाएं। इसलिए, बहुत जल्द आपको अपनी पसंदीदा कार की नई और सस्ती कीमतें देखने को मिलेंगी। कुल मिलाकर, यह नए जीएसटी सुधार भारतीय ऑटोमोबाइल बाजार और उपभोक्ताओं के लिए एक सकारात्मक बदलाव लेकर आए हैं, जिससे आने वाले समय में बिक्री बढ़ने और अर्थव्यवस्था को गति मिलने की उम्मीद है।

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