Hardik Pandya's 20 Crore Watch: दुबई में अभ्यास के दौरान पहनी गई इस घड़ी के पीछे का रहस्य

Hardik Pandya 20 crore watch की अद्भुत खासियतें जानें! यह सिर्फ समय नहीं बताती बल्कि एक निवेश का भी जरिया है।  जानें क्यों है यह इतनी खास और महंगी।

Sep 9, 2025 - 11:50
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Hardik Pandya's 20 Crore Watch: दुबई में अभ्यास के दौरान पहनी गई इस घड़ी के पीछे का रहस्य
Hardik Pandya's 20 Crore Watch

Hardik Pandya's 20 Crore Watch: दुबई में अभ्यास के दौरान पहनी गई इस घड़ी के पीछे का रहस्य

By: दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: | 09 Sep 2025

भारतीय क्रिकेट टीम के हरफनमौला खिलाड़ी हार्दिक पांड्या इस समय अपनी एक खास घड़ी को लेकर चर्चा का विषय बने हुए हैं। हाल ही में संयुक्त अरब अमीरात (UAE) के अबू धाबी स्टेडियम में अभ्यास सत्र के दौरान उनके हाथ में एक सफेद रंग की घड़ी देखी गई, जिसने सबका ध्यान अपनी ओर खींच लिया। यह कोई साधारण घड़ी नहीं, बल्कि रिचर्ड मिल (Richard Mille) ब्रांड की आरएम 27-04 (RM 27-04) मॉडल की घड़ी है, जिसकी अनुमानित कीमत 20 करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस घड़ी की कीमत इतनी अधिक है कि पाकिस्तान के सबसे अमीर क्रिकेटर बाबर आजम की कुल संपत्ति (लगभग 40-41 करोड़ रुपये) का लगभग आधा है। कल्पना कीजिए, हार्दिक पांड्या अगर ऐसी दो घड़ियाँ पहन लें, तो उसकी कीमत से बाबर आजम को 'खरीदा' जा सकता है। यह स्थिति कई लोगों को हैरान कर रही है, खासकर जब पाकिस्तान के क्रिकेटरों की कुल संपत्ति 20 करोड़ रुपये के आसपास होती है, तब हार्दिक केवल अपनी घड़ी पहनकर अभ्यास कर रहे हैं, बिना इस डर के कि यह कहीं गिरकर टूट न जाए। आखिर इस घड़ी में ऐसा क्या खास है जो इसे इतना महंगा बनाता है और क्यों अमीर लोग इसे सिर्फ समय देखने के लिए नहीं, बल्कि किसी और उद्देश्य से पहनते हैं? आइए जानते हैं इस 20 करोड़ रुपये की घड़ी के पीछे के सभी रहस्यों को, जो इसे क्रिकेट और लग्जरी जगत दोनों में एक अद्वितीय पहचान दिलाता है। यह न सिर्फ एक समय बताने वाला उपकरण है, बल्कि आधुनिक इंजीनियरिंग, निवेश और रुतबे का भी प्रतीक है।

Hardik Pandya 20 crore watch: राफेल नडाल से हार्दिक पांड्या तक का सफर

हार्दिक पांड्या ने जो रिचर्ड मिल आरएम 27-04 घड़ी पहनी है, वह दुनिया की सबसे दुर्लभ और एक्सक्लूसिव घड़ियों में से एक है। इसकी सीमित उपलब्धता इसे और भी खास बनाती है, क्योंकि दुनिया भर में इस मॉडल की मात्र 50 घड़ियाँ ही उपलब्ध हैं, जिनमें से एक हार्दिक पांड्या के पास है। इस घड़ी का एक दिलचस्प पहलू यह भी है कि इसे पहले प्रसिद्ध टेनिस खिलाड़ी राफेल नडाल पहनते हुए देखे गए थे। यह तथ्य इस घड़ी की वैश्विक पहचान और इसे पहनने वाले व्यक्तियों के स्तर को दर्शाता है। राफेल नडाल जैसे शीर्ष स्तरीय एथलीट का इसे पहनना इसकी असाधारण मजबूती और प्रदर्शन की ओर इशारा करता है, जो टेनिस कोर्ट पर अत्यधिक गति और झटकों को सहने में सक्षम है। हार्दिक पांड्या का इसे क्रिकेट अभ्यास के दौरान पहनना भी इसी बात की पुष्टि करता है कि यह सिर्फ एक लग्जरी आइटम नहीं, बल्कि एक उच्च-प्रदर्शन वाला उपकरण भी है जो अत्यधिक शारीरिक गतिविधियों के दौरान भी अपनी जगह बनाए रखता है। यह घड़ी, जिसे पहनने वाला अपने अभ्यास सत्र में शामिल करता है, यह साबित करती है कि यह केवल एक फैशन स्टेटमेंट नहीं, बल्कि एक कार्यात्मक और अविश्वसनीय रूप से मजबूत टाइमपीस है जो अत्यंत दबाव और गति को झेलने में सक्षम है। इस घड़ी का डिज़ाइन और निर्माण इसे अपने आप में एक कला का टुकड़ा बनाता है, जो इसे खेल और जीवनशैली के विशेषज्ञों द्वारा समान रूप से सराहा जाता है।

सिर्फ समय बताना नहीं, निवेश का अनमोल जरिया है Hardik Pandya 20 crore watch

हार्दिक पांड्या की यह रिचर्ड मिल घड़ी सिर्फ अपनी कीमत और दुर्लभता के लिए ही नहीं, बल्कि अपनी असाधारण खूबियों के लिए भी जानी जाती है। यह घड़ी पट्टे सहित केवल 30 ग्राम हल्की है। इसकी सबसे बड़ी खासियत इसकी मजबूती है; यह 12,000 जी-फोर्स (G-force) तक का दबाव सह सकती है, जिसका अर्थ है कि अगर यह गिर जाए तो भी इसके टूटने की संभावना न के बराबर है। इसके निर्माण में टेनिस रैकेट की तरह जालीदार डिज़ाइन का इस्तेमाल किया गया है, जिसके अंदर 0.27 मिलीमीटर का स्टील का तार लपेटा गया है। इसमें पाँच टाइटेनियम बेज़ल का उपयोग किया गया है, और टाइटेनियम एक बेहद महंगा और अत्यधिक गर्मी प्रतिरोधी पदार्थ है। यह घड़ी आग में डालने पर जल्दी जलने वाली नहीं है, भले ही इसका पट्टा जल जाए, घड़ी सुरक्षित रहेगी। ये पाँच टाइटेनियम बेज़ल 38,000 बार गुने गए हैं, जो इसकी जटिल इंजीनियरिंग को दर्शाता है। इसका कुल क्षेत्रफल 855 वर्ग मिलीमीटर है और इस पर 5एन गोल्ड पीवीडी (5N Gold PVD) कोटिंग की गई है। हालांकि यह समय बताती है, इसमें पारंपरिक संख्याएँ (जैसे 1, 2, 3) नहीं होती हैं, बल्कि इसमें ऊपर रिचर्ड मिल का नाम लिखा होता है। यह घड़ी केवल समय बताने के लिए नहीं खरीदी जाती, बल्कि अमीर लोग इसे एक निवेश के रूप में देखते हैं। जहाँ कार जैसी चीज़ें खरीदने के तुरंत बाद 25 से 50 प्रतिशत तक अपनी कीमत खो देती हैं, वहीं इन घड़ियों की कीमत समय के साथ बढ़ती रहती है। इनकी सीमित संख्या (केवल 50) और विशेष ऑर्डर पर बनने की प्रक्रिया इसे एक अद्वितीय निवेश विकल्प बनाती है।

टैक्स बचत और रुतबे की पहचान: क्यों पहनते हैं इतनी महंगी घड़ियाँ?

Hardik Pandya 20 crore watch जैसी अत्यंत महंगी घड़ियाँ खरीदने के पीछे सिर्फ़ उनका आकर्षक डिज़ाइन या तकनीकी विशेषताएँ ही नहीं होतीं, बल्कि इसके कई रणनीतिक और वित्तीय कारण भी होते हैं। अमीर लोग ऐसी घड़ियों को एक स्थायी निवेश के तौर पर देखते हैं, क्योंकि इनकी कीमत समय के साथ बढ़ती रहती है। यह कोई साधारण उपभोग की वस्तु नहीं है, बल्कि एक ऐसा एसेट है जो मुद्रास्फीति के खिलाफ बचाव प्रदान करता है और भविष्य में उच्च प्रतिफल दे सकता है। स्रोत बताते हैं कि 20 करोड़ रुपये की घड़ी को कुछ साल बाद 30-40 करोड़ रुपये में बेचा जा सकता है। इसके अलावा, इन महंगी घड़ियों को खरीदने के पीछे टैक्स बचत का एक महत्वपूर्ण पहलू भी होता है। धनी व्यक्ति अक्सर इन खर्चों को अपनी किसी कंपनी के नाम पर दिखा देते हैं, जिससे उन्हें 20 करोड़ रुपये जैसी बड़ी राशि पर लगने वाले टैक्स को बचाने में मदद मिलती है। यह एक कानूनी तरीका है जिससे वे अपनी संपत्ति को बढ़ाते हुए भी अपने टैक्स के बोझ को कम कर सकते हैं। साथ ही, इन घड़ियों को पहनना केवल समय देखना नहीं है, बल्कि यह व्यक्ति की हैसियत और सामाजिक स्थिति का प्रतीक भी है। ऐसी घड़ियाँ खरीदने के लिए विशेष ऑर्डर देना पड़ता है और अपनी आर्थिक क्षमता दिखानी पड़ती है। यह एक तरह से दुनिया को यह बताने का तरीका है कि व्यक्ति किस वित्तीय और सामाजिक स्तर पर है, जो इसे केवल एक गौण वस्तु से कहीं अधिक बनाता है।

Hardik Pandya 20 crore watch: क्रिकेट जगत में पैसों की होड़ और तुलना

हार्दिक पांड्या की 20 करोड़ रुपये की घड़ी का मामला क्रिकेट जगत में खिलाड़ियों की वित्तीय स्थिति और उनके जीवनशैली के बीच एक बड़ी खाई को उजागर करता है। खासकर, इसकी तुलना पाकिस्तान के क्रिकेटरों से की गई है, जो इस बात को और भी स्पष्ट करती है। पाकिस्तान क्रिकेट टीम के सबसे अमीर खिलाड़ी बाबर आजम की कुल संपत्ति लगभग 40-41 करोड़ रुपये आंकी गई है। ऐसे में हार्दिक पांड्या की एक अकेली घड़ी की कीमत बाबर आजम की कुल संपत्ति का आधा है। यह तथ्य भारतीय और पाकिस्तानी क्रिकेटरों के बीच की वित्तीय असमानता को दर्शाता है, जहाँ भारतीय खिलाड़ी अपने ब्रांड एंडोर्समेंट और लीग क्रिकेट से काफी बड़ी आय अर्जित करते हैं। स्रोत में स्पष्ट रूप से यह प्रश्न उठाया गया है कि क्या पाकिस्तान के किसी खिलाड़ी की इतनी हैसियत है कि वह ऐसी महंगी घड़ी पहन सके। यह तुलना केवल एक घड़ी की कीमत तक सीमित नहीं है, बल्कि यह उन आर्थिक प्रणालियों और अवसरों का भी प्रतिबिंब है जो विभिन्न क्रिकेट खेलने वाले देशों में मौजूद हैं। हार्दिक पांड्या का अपने अभ्यास सत्र के दौरान इस बेशकीमती घड़ी को पहनना यह भी दिखाता है कि वे अपनी संपत्ति को खुले तौर पर प्रदर्शित करने से नहीं डरते, जो उनके आत्मविश्वास और आर्थिक स्वतंत्रता का प्रतीक है। यह सिर्फ एक वस्तु नहीं है, बल्कि एक स्टेटस सिंबल और वित्तीय सफलता का एक बड़ा प्रमाण है।

Hardik Pandya 20 crore watch सिर्फ एक टाइमपीस से कहीं अधिक है; यह आधुनिक इंजीनियरिंग का चमत्कार है, एक दुर्लभ कलाकृति है, और संपन्नता का एक स्पष्ट प्रतीक है। इसकी अविश्वसनीय मजबूती, हल्केपन, और प्रीमियम सामग्री (जैसे टाइटेनियम और गोल्ड पीवीडी कोटिंग) इसे असाधारण बनाती हैं। यह न केवल समय बताती है बल्कि अमीर लोगों के लिए एक सुरक्षित और लाभप्रद निवेश का जरिया भी है, जिसकी कीमत समय के साथ बढ़ती रहती है। साथ ही, यह टैक्स बचाने और सामाजिक रुतबा दिखाने का एक प्रभावी तरीका भी है। हार्दिक पांड्या द्वारा इसे अभ्यास के दौरान पहनना उनकी निडरता और असाधारण जीवनशैली को दर्शाता है, जो क्रिकेट जगत में चर्चा का विषय बनी हुई है। यह घड़ी न केवल हार्दिक की व्यक्तिगत संपत्ति का प्रमाण है, बल्कि यह भी दिखाती है कि कैसे लग्जरी आइटम सिर्फ उपभोग की वस्तुएं नहीं, बल्कि वित्तीय रणनीतियों और पहचान के शक्तिशाली उपकरण बन गए हैं।

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