इजरायल-ईरान तनाव: तेहरान पर हवाई हमला, ट्रंप ने परमाणु समझौते की चेतावनी दी
ईरान की राजधानी तेहरान पर हवाई हमले के बाद मध्यपूर्व में तनाव चरम पर। इस्राइल ने 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' की जिम्मेदारी ली, जबकि डोनाल्ड ट्रंप ने परमाणु समझौते पर फिर से बातचीत की मांग की

तेहरान के ऊपर आसमान में मंगलवार रात आग के गोले दिखे और धमाकों की आवाज़ ने मध्यपूर्व को युद्ध के कगार पर पहुँचा दिया। इस्राइली वायुसेना के ताजा हमलों ने ईरान की राजधानी के पश्चिमी इलाकों में सैन्य ठिकानों को निशाना बनाया, जिसे 'ऑपरेशन राइजिंग लायन' का नाम दिया गया है। इस कार्रवाई के बाद पूरे क्षेत्र में तनाव चरम पर पहुँच गया है।
तेहरान हमले की प्रतिक्रिया में ईरान की धमकी
ईरानी विदेश मंत्रालय ने इस हमले को "अंतरराष्ट्रीय कानूनों का घोर उल्लंघन" बताते हुए जवाबी कार्रवाई की चेतावनी दी है। सूत्रों के अनुसार, हमले में ईरान के अल-ग़ादिर मिसाइल कमांड सेंटर को नुकसान पहुँचा है। पिछले 48 घंटों में:
- तेल अवीव पर ईरान समर्थित गुटों द्वारा 12 रॉकेट दागे गए
- इजरायल की आयरन डोम प्रणाली ने 90% मिसाइलों को मार गिराया
- दोनों देशों ने अपनी सीमाओं पर सेना को अलर्ट पर रखा
विश्लेषण: यह पहली बार है जब इजरायल ने सीधे तेहरान में हवाई हमला किया है। 2021 में नतनजाहू सरकार द्वारा ईरानी परमाणु सुविधाओं पर साइबर अटैक के बाद से दोनों देशों के बीच तनाव सबसे उच्च स्तर पर पहुँच गया है।
ट्रंप का बयान: "परमाणु समझौते पर फिर से बातचीत जरूरी"
अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने फ्लोरिडा में एक जनसभा के दौरान संकट पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा, "यदि मैं फिर से राष्ट्रपति बना तो ईरान के साथ परमाणु समझौते को पूरी तरह से बदल दूँगा। वर्तमान समझौता अमेरिका के लिए अपमानजनक है।" उन्होंने इजरायल को "आत्मरक्षा का अधिकार" देने का भी समर्थन किया।
युद्धविराम की उम्मीदें और कूटनीतिक प्रयास
संयुक्त राष्ट्र महासचिव एंतोनियो गुटेरेस ने तुरंत युद्धविराम का आह्वान किया है। हालाँकि, दोनों पक्ष अब तक सीधी बातचीत से इनकार कर रहे हैं। कूटनीतिक सूत्रों के अनुसार:
- मिस्र और कतर मध्यस्थता के लिए तैयार हैं
- यूरोपीय संघ ने दोनों पक्षों को संयम बरतने की अपील की है
- रूस ने संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद की आपात बैठक बुलाई है
क्षेत्रीय अस्थिरता के आर्थिक प्रभाव
इस तनाव का सीधा असर वैश्विक तेल बाजारों पर पड़ा है। ब्रेंट क्रूड के दाम 24 घंटों में 8% बढ़कर प्रति बैरल 127 डॉलर हो गए हैं। भारत सहित आयात पर निर्भर देशों में महँगाई बढ़ने की आशंका व्यक्त की जा रही है।
भविष्य की चुनौतियाँ: विशेषज्ञों का मानना है कि यदि तनाव बना रहा तो यमन के हूती विद्रोहियों द्वारा होर्मुज जलडमरूमध्य को अवरुद्ध करने की संभावना है, जो वैश्विक तेल आपूर्ति श्रृंखला के लिए गंभीर संकट पैदा कर सकता है।
भारतीय नागरिकों के लिए सलाह
भारतीय विदेश मंत्रालय ने ईरान और इजरायल में रह रहे भारतीय नागरिकों से सतर्कता बरतने को कहा है। दूतावासों ने आपातकालीन हेल्पलाइन नंबर जारी किए हैं और स्थानीय अधिकारियों के निर्देशों का पालन करने का निर्देश दिया है।
जैसे-जैसे स्थिति विकसित हो रही है, अंतरराष्ट्रीय समुदाय की निगाहें इस बात पर टिकी हैं कि क्या दोनों देश कूटनीतिक समाधान की राह चुनेंगे या फिर पूरा क्षेत्र एक बड़े टकराव की ओर बढ़ेगा। अगले 72 घंटे इस संकट के भविष्य की दिशा तय करने वाले साबित हो सकते हैं।