दिल्ली में कल आएगा मानसून, यूपी-एमपी में भारी बारिश की चेतावनी
मौसम विभाग ने जारी किया ताजा पूर्वानुमान: दिल्ली में कल दस्तक देगा मानसून, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में भी होगी भारी बारिश। जानिए क्या होगा असर।

भारतीय मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) ने सोमवार को जारी अपने ताजा पूर्वानुमान में बताया है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून 24 जून को दिल्ली पहुंच जाएगा। इसके साथ ही उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश के कई इलाकों में भारी बारिश होने की संभावना है, जिससे इन क्षेत्रों में गर्मी से राहत मिलेगी।
मानसून की प्रगति और समयबद्धता
आईएमडी के महानिदेशक डॉ. मृत्युंजय महापात्र ने बताया कि मानसून की धारा पिछले 24 घंटों में तेजी से आगे बढ़ी है। उन्होंने कहा, "मानसून अब राजस्थान के अधिकांश हिस्सों, हरियाणा और पंजाब के कुछ भागों को कवर कर चुका है। दिल्ली में इसके कल शाम तक पहुंचने की पूरी संभावना है।"
तत्काल प्रभाव
मानसून के आगमन के साथ ही दिल्ली-एनसीआर में तापमान में 4-6 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जाएगी। आर्द्रता के स्तर में वृद्धि के साथ-साथ प्रदूषण के स्तर में भी कमी आने की उम्मीद है।
प्रादेशिक पूर्वानुमान
मौसम विभाग ने उत्तर भारत के विभिन्न राज्यों के लिए अलग-अलग चेतावनी जारी की है:
दिल्ली-एनसीआर
24-25 जून: हल्की से मध्यम बारिश
26 जून: एक-दो स्थानों पर भारी वर्षा
अधिकतम तापमान: 34°C तक गिरने की संभावना
उत्तर प्रदेश
पूर्वी यूपी: नारंगी चेतावनी (भारी से अत्यंत भारी वर्षा)
पश्चिमी यूपी: पीली चेतावनी (मध्यम बारिश)
बुंदेलखंड: 26 जून तक भारी बारिश
मध्य प्रदेश
विंध्य क्षेत्र: अत्यधिक वर्षा की चेतावनी
मालवा क्षेत्र: मध्यम से भारी बारिश
सतपुड़ा: 24 घंटे में 120mm से अधिक वर्षा संभव
कृषि पर प्रभाव
कृषि विशेषज्ञों का मानना है कि मानसून का यह समय पर आगमन खरीफ फसलों के लिए शुभ संकेत है। कृषि वैज्ञानिक डॉ. अरविंद कुमार बताते हैं, "उत्तर भारत में धान की रोपाई के लिए यह बारिश बेहद महत्वपूर्ण है। मध्य प्रदेश में सोयाबीन और दलहन फसलों को भी इससे लाभ मिलेगा।"
जलाशयों की स्थिति
केंद्रीय जल आयोग के आंकड़े दर्शाते हैं कि उत्तर भारत के प्रमुख जलाशयों में जलस्तर सामान्य से 18% कम है। मानसून की यह वर्षा जलाशयों को रिचार्ज करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
महत्वपूर्ण बिंदु
- दिल्ली में मानसून सामान्य तिथि से दो दिन पहले पहुंचेगा
- पिछले सप्ताह के मुकाबले बारिश की तीव्रता में 40% वृद्धि होगी
- यूपी के गोरखपुर, बस्ती और आजमगढ़ जिलों में बाढ़ की आशंका
- एमपी के बैतूल, होशंगाबाद में 25 जून तक अत्यधिक वर्षा की चेतावनी
- दिल्ली में वायु गुणवत्ता सूचकांक (AQI) 'संतोषजनक' श्रेणी में आने की संभावना
प्रशासनिक तैयारियाँ
मानसून के दस्तक देने से पहले ही विभिन्न राज्यों के प्रशासन ने व्यापक तैयारियाँ शुरू कर दी हैं:
- दिल्ली: एनडीआरएफ की 6 टीमें तैनात, 185 जलभराव वाले स्थानों की पहचान
- उत्तर प्रदेश: पूर्वी जिलों में बाढ़ राहत शिविर सक्रिय, 24x7 कंट्रोल रूम
- मध्य प्रदेश: नर्मदा घाटी में जलाशयों के गेट खोले गए, निचले इलाकों से लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने की तैयारी
- राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल: यूपी और एमपी में अतिरिक्त टीमें तैनात
आम जनता के लिए सलाह
मौसम विभाग ने नागरिकों को सलाह दी है कि वे अगले 48 घंटों में अनावश्यक यात्रा से बचें। विशेषकर निचले इलाकों में रहने वाले लोग स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। बिजली के खंभों और पेड़ों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
दीर्घकालिक पूर्वानुमान
मौसम विज्ञानियों के अनुसार इस वर्ष जुलाई महीने में सामान्य से 6% अधिक बारिश होने की संभावना है। अगस्त में भी वर्षा सामान्य रहने का अनुमान है। हालांकि, सितंबर में वर्षा में मामूली कमी देखी जा सकती है।
दक्षिण-पश्चिम मानसून इस वर्ष 1 जून को केरल पहुंचा था, जो सामान्य तिथि से दो दिन पहले था। अब तक देशभर में सामान्य से 3% अधिक वर्षा दर्ज की गई है।