Param Sundari Movie Review: जानिए सिद्धार्थ-जान्हवी की फिल्म ने क्यों नहीं मचाया 'चेन्नई एक्सप्रेस' जैसा धमाल?
Param Sundari Movie Review: सिद्धार्थ मल्होत्रा और जान्हवी कपूर की 'परम सुंदरी' का पूरा रिव्यू। जानें योगी के अनुसार फिल्म ने क्यों पाए 2.5 स्टार्स और क्यों यह दर्शकों के लिए एक 'वन-टाइम वॉच' साबित हो सकती है।

दैनिक रियल्टी ब्यूरो | By: Neeraj Ahlawat | Date 29 Aug 2025
परम सुंदरी मूवी रिव्यू: क्या है इस नई बॉलीवुड फिल्म की हकीकत?
हाल ही में रिलीज हुई सिद्धार्थ मल्होत्रा और जान्हवी कपूर अभिनीत फिल्म 'परम सुंदरी' ने दर्शकों का ध्यान खींचा है। 'YOGI BOLTA HAI' नामक यूट्यूब चैनल पर फिल्म का विस्तृत 'परम सुंदरी मूवी रिव्यू' साझा किया गया है, जिसमें योगी ने फिल्म के विभिन्न पहलुओं पर प्रकाश डाला है। मैडॉक द्वारा निर्मित इस फिल्म को लेकर शुरुआत में काफी उत्सुकता थी, लेकिन सवाल यह है कि क्या यह फिल्म उम्मीदों पर खरी उतरी? योगी के अनुसार, यह फिल्म एक 'ओकेजनल फिल्म' है जिसे एक बार देखा जा सकता है, और उन्होंने इसे 5 में से 2.5 स्टार्स दिए हैं। इस 'परम सुंदरी मूवी रिव्यू' में हम जानेंगे कि आखिर क्यों यह फिल्म 'चेन्नई एक्सप्रेस' जैसी वाइब देने के बावजूद, उसकी बराबरी नहीं कर पाई।
'चेन्नई एक्सप्रेस' से तुलना: समानताएं और बड़े अंतर
'परम सुंदरी' का टीज़र और ट्रेलर सामने आने के बाद कई दर्शकों को 'चेन्नई एक्सप्रेस' की याद आई होगी। योगी भी इस बात से सहमत हैं कि फिल्म का बैकड्रॉप और सेटअप काफी हद तक 'चेन्नई एक्सप्रेस' जैसा है, जिसमें नॉर्थ का लड़का और साउथ की लड़की का कॉन्सेप्ट दिखाया गया है। सिद्धार्थ मल्होत्रा के अभिनय में भी उन्हें 'चेन्नई एक्सप्रेस' वाले शाहरुख खान की वाइब बहुत ज़्यादा नज़र आई। हालांकि, योगी स्पष्ट करते हैं कि दोनों फिल्मों की कहानियाँ बिलकुल अलग हैं, भले ही ऊपरी तौर पर आपको बहुत कुछ वैसा ही लगे। यह तुलना दर्शाती है कि 'परम सुंदरी' ने एक परिचित थीम को उठाया, लेकिन अपनी कहानी को एक अलग दिशा दी है।
कहानी और प्रस्तुति: हल्की-फुल्की कॉमेडी या कुछ और?
फिल्म की कहानी एक नॉर्थ के लड़के के इर्द-गिर्द घूमती है, जो किसी वजह से केरला जाता है। यह वजह ट्रेलर में नहीं बताई गई और समीक्षक ने भी इसे स्पॉइल न करने का फैसला किया है। फिल्म की शुरुआत हल्की-फुल्की कॉमेडी से होती है और यह टोन पूरी फिल्म में बना रहता है। नॉर्थ बनाम साउथ की लड़ाई, जिसे फिल्म में दिखाया गया है, दर्शकों के चेहरे पर मुस्कान ले आती है। योगी के अनुसार, यह फिल्म एक अच्छा मैसेज भी दे जाती है, खासकर उस वजह को रेक्टिफाई करते हुए जिसके लिए नायक केरला जाता है। हालांकि, योगी यह भी मानते हैं कि फिल्म में हार्ड कोर इमोशन थोड़ा मिसिंग था, लेकिन क्योंकि यह अपने लाइट-हार्टेड ड्रामा पर चलती है, इसलिए दर्शकों को कहीं भी नेगेटिव वाइब महसूस नहीं होगी।
जान्हवी कपूर और सिद्धार्थ मल्होत्रा का अभिनय: प्रदर्शन का विश्लेषण
'परम सुंदरी' में जान्हवी कपूर और सिद्धार्थ मल्होत्रा ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं। योगी को जान्हवी कपूर का किरदार विशेष रूप से पसंद आया, और उन्होंने बताया कि जान्हवी इसमें "स्टनिंग" और "लिटरली ब्यूटीफुल" लग रही हैं। हालांकि, उन्होंने एक कमी भी नोटिस की: जान्हवी कपूर बीच-बीच में अपना मलयालम एक्सेंट भूल जाती हैं और प्रॉपर हिंदी बोलने लगती हैं, जिससे फिल्म का रिदम टूटता है। सिद्धार्थ मल्होत्रा के अभिनय के बारे में समीक्षक ने कहा कि उन्हें 'चेन्नई एक्सप्रेस' वाले शाहरुख खान की बहुत ज़्यादा वाइब आ रही थी। कुल मिलाकर, दोनों कलाकारों ने अपने किरदारों को निभाया, लेकिन जान्हवी के एक्सेन्ट की समस्या फिल्म के अनुभव पर थोड़ा असर डालती है।
फर्स्ट हाफ की पकड़ बनाम सेकेंड हाफ की ढीली कहानी
फिल्म की कुल अवधि सवा दो घंटे है, यानी लगभग 2 घंटे 15 मिनट। योगी के 'परम सुंदरी मूवी रिव्यू' के अनुसार, फिल्म का फर्स्ट हाफ काफी ग्रिपिंग लगा। उन्हें यह फन लगता है और महसूस भी होता है। लेकिन वहीं, सेकेंड हाफ में फिल्म बहुत ज़्यादा प्रेडिक्टेबल हो जाती है। योगी कहते हैं कि लास्ट तक आते-आते उन्हें लगा कि फिल्म की शुरुआत कितनी अच्छी थी, लेकिन यह एक रेगुलर मूवी बन गई, जैसा कि लगभग हर रोमांटिक ड्रामा में देखने को मिलता है। सेकेंड हाफ में कॉमिक रिप्रेजेंटेशन थोड़ा बहुत दिखता है, लेकिन यह फिल्म की मौलिकता को वापस नहीं ला पाता।
फैमिली ऑडियंस के लिए कितनी उपयुक्त है 'परम सुंदरी'?
'परम सुंदरी' फिल्म परिवार के साथ देखने लायक है या नहीं, यह एक महत्वपूर्ण सवाल है। योगी के 'परम सुंदरी मूवी रिव्यू' के अनुसार, इस फिल्म में वल्गैरिटी बिल्कुल भी नहीं है। यह पूरी तरह से फैमिली-ओरिएंटेड कंटेंट है, जो इसे परिवार के साथ देखने के लिए उपयुक्त बनाता है। हालांकि, उन्होंने यह भी बताया कि फिल्म के अंत में एक किस ज़रूर है। लेकिन कुल मिलाकर, इसे एक स्वच्छ और सभ्य फिल्म कहा जा सकता है जो मनोरंजन प्रदान करती है, बिना किसी आपत्तिजनक सामग्री के।
अंतिम फैसला: 'परम सुंदरी' क्यों रही एक औसत फिल्म?
योगी ने 'परम सुंदरी' को 2.5 आउट ऑफ 5 स्टार्स दिए हैं, इसे एक औसत फिल्म बताते हुए। उनका कहना है कि कंटेंट के हिसाब से, अगर ज़्यादा नहीं सोचेंगे, तो इसे बोरिंग नहीं कहा जा सकता। फिल्म एंजॉयबल है, खासकर इसमें नदी, पहाड़ और झरने जैसे खूबसूरत दृश्य "कूल वाइब्स" क्रिएट करते हैं। हालांकि, फिल्म की कहानी ताज़ा महसूस नहीं होती। यह ऐसी फिल्म नहीं है जिसकी रिपीट वैल्यू हो, जैसे 'चेन्नई एक्सप्रेस' आज भी कहीं चल रही हो और लोग उसे रुककर एंजॉय करते हों। 'परम सुंदरी' बस एक 'वन-टाइम वॉच' फिल्म है, जिसे टाइम पास के लिए देखा जा सकता है। यह उन फिल्मों में से नहीं है जिसे बार-बार देखने का मन करे या जो लंबे समय तक याद रहे।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1: परम सुंदरी मूवी रिव्यू में फिल्म को क्या रेटिंग मिली है? A1: 'परम सुंदरी मूवी रिव्यू' में फिल्म को 5 में से 2.5 स्टार्स की रेटिंग मिली है, जिसे एक औसत फिल्म माना गया है।
Q2: 'परम सुंदरी' फिल्म के मुख्य कलाकार कौन हैं? A2: 'परम सुंदरी' फिल्म में सिद्धार्थ मल्होत्रा और जान्हवी कपूर ने मुख्य भूमिकाएं निभाई हैं।
Q3: क्या 'परम सुंदरी' एक फैमिली-ओरिएंटेड फिल्म है? A3: हां, 'परम सुंदरी' एक फैमिली-ओरिएंटेड कंटेंट वाली फिल्म है, जिसमें कोई वल्गैरिटी नहीं है और इसे परिवार के साथ देखा जा सकता है।
Q4: 'परम सुंदरी' फिल्म की तुलना किस अन्य बॉलीवुड फिल्म से की गई है? A4: 'परम सुंदरी' फिल्म की तुलना शाहरुख खान की 'चेन्नई एक्सप्रेस' से की गई है, क्योंकि दोनों में नॉर्थ बनाम साउथ का बैकड्रॉप है।
Q5: 'परम सुंदरी' के किस पहलू की आलोचना की गई है? A5: 'परम सुंदरी' की कहानी में मौलिकता की कमी, सेकेंड हाफ का प्रेडिक्टेबल होना और जान्हवी कपूर का मलयालम एक्सेन्ट भूलना आलोचना के प्रमुख पहलू हैं।