शुभमन गिल या श्रेयस अय्यर? गंभीर का 'पर्सनल इश्यू' क्या है?
गौतम गंभीर के फैसलों पर उठे सवाल, क्या शुभमन गिल के लिए श्रेयस अय्यर की अनदेखी हुई? जानें सुरेश रैना की राय और पूरी कहानी।

क्या टीम इंडिया में खिलाड़ियों के चयन पर व्यक्तिगत पसंद हावी है? इस समय भारतीय क्रिकेट गलियारों में एक बहस छिड़ी हुई है, जहां शुभमन गिल को श्रेयस अय्यर पर तरजीह दिए जाने को लेकर गंभीर सवाल उठ रहे हैं। आरोप यह है कि पूर्व क्रिकेटर गौतम गंभीर की 'कम्फर्ट लेवल' यानी व्यक्तिगत सहजता इन फैसलों में बड़ी भूमिका निभा रही है। यह विवाद ऐसे समय में सामने आया है जब भारतीय टीम को वनडे फॉर्मेट में नंबर एक और नंबर तीन पर अनुभवी और भरोसेमंद खिलाड़ियों की कमी महसूस हो रही है, खासकर लक्ष्य का पीछा करते हुए। क्रिकेट पंडित और पूर्व खिलाड़ी भी इस मुद्दे पर अपनी राय रख रहे हैं, जिससे यह चर्चा और तेज हो गई है।
सुरेश रैना का अहम बयान: रोहित-विराट की अहमियत
पूर्व भारतीय क्रिकेटर सुरेश रैना ने भारतीय वनडे टीम की मौजूदा स्थिति पर चिंता जताई है। उनके मुताबिक, इस समय भारत के पास वनडे में नंबर एक और नंबर तीन पर रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे भरोसेमंद खिलाड़ी नहीं हैं, खासकर जब टीम लक्ष्य का पीछा कर रही हो। रैना ने इस बात पर जोर दिया कि रोहित और विराट जैसे अनुभवी खिलाड़ियों का टीम के साथ बने रहना बेहद महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सीनियर्स को जूनियर्स के साथ मिलकर एक स्वस्थ मिश्रण बनाना चाहिए। वर्तमान में, रोहित और विराट की जगह लेने वाले खिलाड़ी टीम के पास नहीं हैं। विराट कोहली ने हाल ही में चैंपियंस ट्रॉफी में पाकिस्तान के खिलाफ शतक और ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 80 से अधिक रन बनाकर अपनी अहमियत साबित की है, जबकि उनके स्पिन खेलने की क्षमता पर सवाल उठाए जा रहे थे।
युवा खिलाड़ियों को मौका देने की चुनौती
यह एक बड़ा सवाल है कि जब भारतीय टीम के पास रोहित और विराट जैसे दिग्गजों के तत्काल बैकअप नहीं हैं, तो नए खिलाड़ी भरोसेमंद नाम कैसे बनेंगे? सूत्रों के अनुसार, जीत संधू ने इस बात पर जोर दिया है कि युवा खिलाड़ियों को मौके दिए जाने चाहिए, तभी वे खुद को साबित कर पाएंगे। यशस्वी जायसवाल को रोहित शर्मा के संभावित बैकअप के रूप में देखा जा रहा है, खासकर ओपनिंग स्लॉट में। हालांकि, नंबर तीन पर विराट कोहली जैसा कोई तैयार बैकअप अभी उपलब्ध नहीं है, जिससे यह बहस और भी महत्वपूर्ण हो जाती है कि नए टैलेंट को पर्याप्त अवसर मिल रहे हैं या नहीं।
श्रेयस अय्यर: क्या अनदेखी की जा रही है?
श्रेयस अय्यर का नाम इस बहस में एक प्रमुख बिंदु है। जीत संधू का मानना है कि श्रेयस अय्यर वनडे में खेलने के हकदार हैं, खासकर क्योंकि वह "कैप्टन मटेरियल" हैं और चैंपियंस ट्रॉफी में उन्होंने शानदार प्रदर्शन किया था, जिससे टीम को जीत मिली थी। सवाल उठाया जा रहा है कि अगर पंजाब किंग्स जैसी फ्रेंचाइजी अपनी ब्रांड वैल्यू बढ़ा सकती है, तो श्रेयस अय्यर क्यों नहीं? क्या उन्हें एक ब्रांड के रूप में विकसित नहीं किया जा सकता? इसके बावजूद, श्रेयस अय्यर को कथित तौर पर नजरअंदाज किया जा रहा है, जिससे चयन पर सवाल उठ रहे हैं।
गंभीर का 'कम्फर्ट लेवल': शुभमन गिल और अय्यर
श्रेयस अय्यर की अनदेखी के पीछे एक बड़ा कारण गौतम गंभीर की कथित 'कम्फर्ट लेवल' को बताया जा रहा है। रिपोर्ट्स के अनुसार, गौतम गंभीर कथित तौर पर ऋषभ पंत, हार्दिक पांड्या और श्रेयस अय्यर के साथ सहज महसूस नहीं करते हैं। वहीं, शुभमन गिल के साथ उनकी सहजता इतनी अधिक है कि चाहे टी20 में उनकी कप्तानी बनती हो या नहीं, या वनडे में बनती हो या नहीं, वह गिल को ही कप्तान बनाना पसंद करते हैं। हालांकि, यह स्वीकार किया गया है कि शुभमन गिल ने टेस्ट में अच्छी कप्तानी की है। यह आरोप सीधे तौर पर टीम चयन और कप्तानी के फैसलों में गंभीर की व्यक्तिगत पसंद के प्रभाव की ओर इशारा करता है।
आईपीएल से लेकर भारतीय टीम तक: कप्तानी का समीकरण
कप्तानी का मुद्दा भी इस बहस का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। रोहित शर्मा की कप्तानी में भारतीय टीम ने लगातार दो आईसीसी ट्रॉफियां जीती हैं। यह एक मजबूत तर्क है कि अनुभव और सफलता को प्राथमिकता दी जानी चाहिए। हालांकि, गंभीर के 'कम्फर्ट लेवल' के आरोप से यह सवाल उठता है कि क्या केवल व्यक्तिगत पसंद के आधार पर कप्तानी के महत्वपूर्ण फैसले लिए जा रहे हैं, खासकर जब रोहित शर्मा जैसा सफल कप्तान टीम में मौजूद है और रन भी बना रहे हैं। यह समीकरण भारतीय क्रिकेट के लिए एक जटिल स्थिति पैदा करता है।
भारतीय क्रिकेट का भविष्य: संतुलन की तलाश
कुल मिलाकर, भारतीय क्रिकेट इस समय एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है, जहां अनुभव और युवाओं के बीच सही संतुलन बनाने की चुनौती है। सुरेश रैना ने भी एक स्वस्थ मिश्रण की बात कही है। रोहित और विराट जैसे दिग्गजों की अनुपस्थिति में, नए खिलाड़ियों को मौका देना आवश्यक है, लेकिन यह सुनिश्चित करना भी महत्वपूर्ण है कि चयन पूरी तरह से योग्यता और टीम की जरूरतों पर आधारित हो, न कि किसी व्यक्तिगत 'कम्फर्ट लेवल' पर। भारतीय क्रिकेट के भविष्य के लिए यह आवश्यक है कि टीम के चयन और कप्तानी के फैसलों में पारदर्शिता और निष्पक्षता बनी रहे।
. FAQs
Q1: सुरेश रैना ने भारतीय टीम की बल्लेबाजी पर क्या कहा है? A1: सुरेश रैना ने कहा है कि भारतीय वनडे टीम के पास फिलहाल नंबर एक और नंबर तीन पर रोहित शर्मा और विराट कोहली जैसे भरोसेमंद खिलाड़ी नहीं हैं, खासकर लक्ष्य का पीछा करते समय। उन्होंने अनुभवी खिलाड़ियों की मौजूदगी को महत्वपूर्ण बताया है।
Q2: श्रेयस अय्यर को नजरअंदाज करने का आरोप क्यों लग रहा है? A2: श्रेयस अय्यर को "कैप्टन मटेरियल" माना जाता है और उन्होंने चैंपियंस ट्रॉफी में जीत दिलाने में अहम भूमिका निभाई थी। इसके बावजूद, उन्हें नजरअंदाज किए जाने का आरोप है, जिसके पीछे गौतम गंभीर की कथित 'कम्फर्ट लेवल' को कारण बताया जा रहा है।
Q3: गौतम गंभीर का शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर को लेकर क्या मुद्दा है? A3: रिपोर्ट्स के अनुसार, गौतम गंभीर श्रेयस अय्यर, ऋषभ पंत और हार्दिक पांड्या के साथ सहज नहीं हैं, जबकि शुभमन गिल के साथ वह काफी सहज हैं। यह कथित सहजता ही गिल को कप्तानी में तरजीह देने का कारण मानी जा रही है।
Q4: क्या रोहित शर्मा और विराट कोहली का कोई तत्काल विकल्प है? A4: सुरेश रैना के अनुसार, फिलहाल भारतीय टीम के पास नंबर एक (रोहित) और नंबर तीन (विराट) पर कोई तैयार बैकअप नहीं है। हालांकि, यशस्वी जायसवाल को रोहित के लिए एक संभावित ओपनिंग बैकअप के रूप में देखा जा रहा है।
Q5: शुभमन गिल की कप्तानी को लेकर क्या चर्चा है? A5: गौतम गंभीर की कथित पसंद के चलते शुभमन गिल को टी20 और वनडे में भी कप्तान बनाने की चर्चा है, भले ही इन फॉर्मेट में उनकी कप्तानी पर सवाल उठते हों। हालांकि, गिल ने टेस्ट में अच्छी कप्तानी की है।