Haryana Flood Alert: हरियाणा में बाढ़ का खतरा, बीबीएमबी जलाशयों का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर!

हरियाणा में बाढ़ का खतरा बढ़ा, बीबीएमबी जलाशयों में जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया है. मोरनी में बादल फटने से सड़कें बंद हो गई हैं. जानिए पूरी अपडेट और प्रशासन के बचाव कार्य.

Aug 29, 2025 - 17:09
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Haryana Flood Alert: हरियाणा में बाढ़ का खतरा, बीबीएमबी जलाशयों का जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर!
हरियाणा बाढ़ खतरा, बीबीएमबी जलाशय में बढ़ा जलस्तर, मोरनी में बादल फटने से बंद सड़क, पानी में डूबे घर, प्रशासन द्वारा बचाव कार्य

 दैनिक रियल्टी ब्यूरो | By: Neeraj Ahlawat | Date 29 Aug 2025

ब्रेकिंग न्यूज़: हरियाणा में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, प्रशासन ने जारी किया अलर्ट!

हरियाणा में इस वक्त बाढ़ का खतरा गंभीर रूप ले चुका है, जहां भारी बारिश के कारण स्थिति लगातार बिगड़ती जा रही है. पंजाब के बाद अब हरियाणा में भी बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, जिससे लोगों के लिए नई चुनौतियां सामने आ रही हैं. प्रशासन लगातार स्थिति पर नजर बनाए हुए है और एहतियाती कदम उठा रहा है ताकि आउट ऑफ कंट्रोल सिचुएशन से बचा जा सके. यह आपके लिए जानना महत्वपूर्ण है कि वर्तमान में क्या हो रहा है और आपको किन सावधानियों का पालन करना चाहिए.


बीबीएमबी जलाशयों में रिकॉर्ड तोड़ जलस्तर: बाढ़ जैसे हालात

बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास प्रबंधन बोर्ड) के जलाशयों में जलस्तर खतरनाक रूप से बढ़ गया है, जिसने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. जलाशयों में उफान के कारण इस वक्त बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है, जिससे आसपास के इलाकों में चिंता का माहौल है. स्थिति को नियंत्रित करने के लिए बीबीएमबी जलाशयों से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है. प्रशासन और बीबीएमबी की टीमें लगातार इस प्रक्रिया में जुटी हुई हैं, ताकि जलाशय ओवरफ्लो न हों और स्थिति बेकाबू न हो. जलस्तर को नियंत्रण में रखने के लिए पहले ही अलर्ट मोड पर पानी छोड़ा जा रहा है, ताकि आने वाले समय में बड़ी परेशानी से बचा जा सके. भारी मात्रा में हो रही बारिश ने जलाशयों के लिए इस खतरे को कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ने वाला बना दिया है.


मोरनी-पलासरा में बादल फटा: सड़कें बंद, यातायात ठप

हरियाणा के मोरनी-पलासरा गांव में बादल फटने की घटना ने हालात को और गंभीर बना दिया है. बादल फटने के कारण बड़े-बड़े पत्थर और बोल्डर सड़कों पर गिर गए हैं, जिससे सड़कें पूरी तरह से बंद हो गई हैं. खेड़ा बागड़ा से मोरनी जाने वाला रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है, क्योंकि सड़क का एक हिस्सा भी धंस गया है और टूट गया है. इन तस्वीरों में सड़कों का विकराल रूप देखा जा सकता है, जहां ऊपर से गिरे बड़े-बड़े पत्थरों ने भारी नुकसान पहुंचाया है. प्रशासन ने तुरंत कार्रवाई करते हुए जेसीबी मशीनों को लगाकर सड़कों को फिर से खोलने का प्रयास शुरू कर दिया है, ताकि यातायात बिल्कुल ठप न हो और लोगों की यात्रा सुचारु रूप से जारी रहे. लोगों से अपील की जा रही है कि वे इन क्षतिग्रस्त सड़कों से न गुजरें क्योंकि कभी भी और बोल्डर गिर सकते हैं, जिससे खतरा बढ़ सकता है.


पहाड़ी इलाकों में विकराल स्थिति: मैदानी क्षेत्रों में भी खतरा

लगातार हो रही भारी बारिश के कारण पर्वतों और पहाड़ियों पर स्थिति अत्यंत विकराल हो गई है. पहाड़ों से नदियां विकराल रूप धारण करते हुए नीचे मैदानी इलाकों की ओर बह रही हैं, जिससे मलबा, भूस्खलन और अन्य प्राकृतिक आपदाएं लोगों को सता रही हैं. कई नदियां खतरे के निशान से ऊपर बह रही हैं, जिससे कई जगह बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो रही है. पहाड़ियों से तीव्र गति से बहता पानी सीधे मैदानी क्षेत्र के रिहायशी इलाकों पर 'अटैक' कर रहा है, जिससे गांवों और ग्रामीण क्षेत्रों में खतरा मंडरा रहा है. पहाड़ों पर लगातार हो रही बारिश के कारण मैदानी इलाकों में भी खतरा लगातार बढ़ता ही जा रहा है.


प्रशासन का अलर्ट मोड: बचाव कार्य और अपील

पंजाब के बाद अब हरियाणा में भी अलर्ट जारी कर दिया गया है कि स्थिति कभी भी आउट ऑफ कंट्रोल हो सकती है. इसी को ध्यान में रखते हुए प्रशासन लगातार एहतियाती कदम उठा रहा है. इन कदमों का उद्देश्य बाढ़ की स्थिति से लोगों को बचाना है, विशेषकर नदी के आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को. प्रशासन लगातार लोगों से अपील कर रहा है कि वे उन सड़कों से न गुजरें जहां बोल्डर गिरने का खतरा है. जेसीबी मशीनें लगाकर सड़कों को साफ करने और यातायात बहाल करने का प्रयास जारी है. प्रशासन की टीमें लगातार स्थिति पर नजर रखे हुए हैं और तुरंत नियंत्रण पाने के लिए प्रयासरत हैं.


घरों में घुसा पानी: पलायन को मजबूर ग्रामीण

मैदानी इलाकों में पहुंच रहे बाढ़ के पानी से रिहायशी क्षेत्रों में गंभीर समस्या खड़ी हो गई है. कई गांवों और ग्रामीण इलाकों में स्थिति ऐसी हो गई है कि लोग पलायन करने को मजबूर हैं. कभी भी डूब क्षेत्र वाली या बाढ़ वाली स्थिति उत्पन्न होने के खतरे को देखते हुए ग्रामीण अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर जा रहे हैं. कई लोगों के घर बाढ़ के पानी में डूब गए हैं और समा गए हैं, जिससे उनका जीवन अस्त-व्यस्त हो गया है. यह स्थिति लोगों के लिए अत्यंत चुनौतीपूर्ण है, जहां उन्हें अपने घर और संपत्ति छोड़कर जाना पड़ रहा है.


FAQs

Q1: हरियाणा बाढ़ खतरा क्या है और इसका मुख्य कारण क्या है? A1: हरियाणा में बाढ़ का खतरा भारी बारिश के कारण उत्पन्न हुआ है, जिसने पिछले कई सालों के रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं. बीबीएमबी जलाशयों में जलस्तर बढ़ने और नदियों के उफान पर होने से बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं.

Q2: बीबीएमबी जलाशयों की वर्तमान स्थिति क्या है? A2: बीबीएमबी जलाशयों में जलस्तर रिकॉर्ड स्तर पर बढ़ गया है. स्थिति को नियंत्रित करने और ओवरफ्लो से बचने के लिए जलाशयों से भारी मात्रा में पानी छोड़ा जा रहा है.

Q3: मोरनी में बादल फटने का क्या प्रभाव पड़ा है? A3: मोरनी-पलासरा गांव में बादल फटने के कारण बड़े-बड़े पत्थर और बोल्डर सड़कों पर गिर गए हैं. इससे खेड़ा बागड़ा से मोरनी जाने वाला रास्ता पूरी तरह से बंद हो गया है और सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं.

Q4: प्रशासन क्या कदम उठा रहा है इस हरियाणा बाढ़ खतरा को नियंत्रित करने के लिए? A4: प्रशासन लगातार एहतियाती कदम उठा रहा है, जिसमें जलाशयों से पानी छोड़ना, जेसीबी लगाकर सड़कें साफ करना और लोगों से खतरनाक रास्तों से बचने की अपील करना शामिल है.

Q5: मैदानी इलाकों में लोगों पर क्या असर पड़ रहा है इस बाढ़ से? A5: मैदानी इलाकों में नदी के किनारे रहने वाले लोगों के घरों में पानी घुस गया है. कई ग्रामीण डूब क्षेत्र के खतरे के कारण अपने घरों से पलायन करने को मजबूर हैं.

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