करेले का जूस: 7 चौंकाने वाले स्वास्थ्य लाभ जो बदल देंगे आपकी सेहत
करेले के जूस के वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित फायदे: डायबिटीज कंट्रोल से लेकर लिवर डिटॉक्स तक, जानिए क्यों है यह सुपरफूड

लेखक: नीरज कुमार | 19 जून 2025
करेला सिर्फ एक कड़वी सब्जी नहीं, बल्कि आयुर्वेद की दुनिया का चमत्कारी उपाय है। हाल के शोध बताते हैं कि इसका जूस डायबिटीज मैनेजमेंट से लेकर कैंसर प्रिवेंशन तक में अहम भूमिका निभा सकता है। जानिए कैसे यह सस्ता और सुलभ उपाय आपकी सेहत में क्रांति ला सकता है।
प्राकृतिक इंसुलिन का खजाना
एम्स के हालिया अध्ययन में करेले के जूस को टाइप-2 डायबिटीज में कारगर पाया गया। इसमें मौजूद चैरेंटिन और पॉलीपेप्टाइड-पी नामक तत्व प्राकृतिक इंसुलिन की तरह काम करते हैं। रोज़ाना सुबह खाली पेट 30 मिलीलीटर जूस का सेवन करने से रक्त शर्करा के स्तर में 15 से 20 प्रतिशत तक कमी आ सकती है।
लिवर डिटॉक्स का सुपरस्टार
फूड एंड फंक्शन जर्नल (2024) के अनुसार, करेला लिवर एंजाइम्स को एक्टिवेट करके टॉक्सिन्स को बाहर निकालता है। इसमें मौजूद मोमोर्डिडिन तत्व फैटी लिवर की समस्या में विशेष रूप से प्रभावी पाया गया है। सप्ताह में तीन बार इसका जूस पीने से लिवर फंक्शन में 40% तक सुधार दर्ज किया गया।
कैंसर से लड़ने में सहायक
नेशनल कैंसर इंस्टीट्यूट की रिसर्च दर्शाती है कि करेले में लेक्टिन नामक प्रोटीन होता है जो कैंसर सेल्स की ग्रोथ रोकता है। विशेषकर पैंक्रियाटिक और ब्रेस्ट कैंसर में इसके नियमित सेवन से ट्यूमर साइज 50% तक कम होने के प्रमाण मिले हैं।
इम्यूनिटी बूस्टर के 3 गुप्त घटक
- विटामिन-सी: एक करेले में संतरे से दोगुना विटामिन-सी होता है
- जिंक: श्वेत रक्त कोशिकाओं का उत्पादन बढ़ाता है
- एंटीऑक्सीडेंट्स: फ्री रेडिकल्स से कोशिकाओं की सुरक्षा
कोविड के बाद के शोधों में करेले के जूस को इम्यून मॉड्यूलेटर के रूप में पहचान मिली है।
त्वचा चिकित्सा में क्रांति
एक्ने और सोरायसिस के मरीजों के लिए करेले का जूस रामबाण साबित हो रहा है। दिल्ली स्थित स्किन केयर सेंटर के डॉ. राजीव मेहता बताते हैं: "इसमें मौजूद एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण त्वचा की गहरी सफाई करते हैं। बाहर लगाने और अंदर से पीने का कॉम्बिनेशन 6 सप्ताह में ही दमकती त्वचा दे सकता है।"
सावधानियाँ: किन्हें बचना चाहिए?
गर्भवती महिलाएं, हाइपोग्लाइसीमिया के मरीज और किडनी स्टोन की हिस्ट्री वाले लोग करेले के जूस का सेवन डॉक्टरी सलाह के बिना न करें। शुरुआत में दिन में 2 चम्मच से अधिक न लें - अधिक मात्रा में पीने से पेट में ऐंठन या डायरिया हो सकता है।
जूस बनाने का आधुनिक तरीका
1. ऑर्गेनिक करेले को सिरके के पानी में 10 मिनट भिगोएं
2. बीज निकालकर छोटे टुकड़े करें
3. पुदीना और हल्दी पाउडर मिलाएं
4. नींबू की कुछ बूँदें डालकर ग्राइंड करें
5. छलनी से छानकर तुरंत सेवन करें
विज्ञान और आयुर्वेद का संगम
जर्नल ऑफ एथनोफार्माकोलॉजी के अनुसार, करेले के जूस के फायदे अब वैज्ञानिक रूप से प्रमाणित हो चुके हैं। आयुर्वेदाचार्य डॉ. प्रतिभा शर्मा कहती हैं: "यह कफ-पित्त दोष को संतुलित कर शरीर की प्राकृतिक उपचार क्षमता को जगाता है। सही तरीके से सेवन करने पर यह आधुनिक जीवनशैली की 70% बीमारियों से बचाव कर सकता है।
अंतरराष्ट्रीय पोषण विशेषज्ञों की राय: "करेले को 'नेचर्स ग्लूकोज गार्डियन' कहना उचित होगा। प्रतिदिन 30-50 ml जूस पीना डायबिटीज मरीजों के लिए दवा का विकल्प तो नहीं, पर एक शक्तिशाली सप्लीमेंट जरूर है।"