UPI पेमेंट पर बड़ा फैसला: 1 अक्टूबर 2025 से बंद होगी 'कलेक्ट रिक्वेस्ट', जानें क्यों?

एनपीसीआई ने यूपीआई कलेक्ट रिक्वेस्ट को 1 अक्टूबर 2025 से पूरी तरह बंद करने का निर्देश दिया है। जालसाजी रोकने और सुरक्षा बढ़ाने के लिए यह कदम उठाया गया है, जानें इसका पूरा असर।

Aug 16, 2025 - 15:55
 0  5
UPI पेमेंट पर बड़ा फैसला: 1 अक्टूबर 2025 से बंद होगी 'कलेक्ट रिक्वेस्ट', जानें क्यों?
UPI पेमेंट पर NPCI का बड़ा फैसला, 1 अक्टूबर 2025 से बंद होगी 'कलेक्ट रिक्वेस्ट'

बड़ी खबर: 1 अक्टूबर 2025 से आम लोगों के लिए बंद होगी UPI 'कलेक्ट रिक्वेस्ट', जालसाजी पर लगेगी लगाम!

डिजिटल इंडिया में ऑनलाइन भुगतान का सबसे लोकप्रिय माध्यम, यूनिफाइड पेमेंट्स इंटरफेस (UPI), एक बड़े बदलाव की दहलीज पर है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने सभी बैंकों और प्रमुख पेमेंट ऐप्स जैसे Google Pay, PhonePe और Paytm को एक महत्वपूर्ण निर्देश जारी किया है। इस निर्देश के तहत, 1 अक्टूबर 2025 से UPI पर 'पियर-टू-पियर' (P2P) कलेक्ट रिक्वेस्ट (पैसा मांगने की सुविधा) को पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा। यह फैसला UPI को और भी अधिक सुरक्षित बनाने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगा, जिससे आम उपभोक्ताओं को जालसाजी और धोखाधड़ी से बचाने में मदद मिलेगी।

क्या है UPI कलेक्ट रिक्वेस्ट और कैसे होता था इसका इस्तेमाल? UPI कलेक्ट रिक्वेस्ट, जिसे 'पुल ट्रांजेक्शन' भी कहा जाता है, UPI का एक खास फीचर है जो आपको किसी दूसरे व्यक्ति से पैसे मांगने की सुविधा देता है। उदाहरण के लिए, यदि आपको अपने दोस्त से 1000 रुपये लेने हैं, तो आप अपने UPI ऐप में उसकी UPI ID डालकर 1000 रुपये की कलेक्ट रिक्वेस्ट भेज सकते थे। आपके दोस्त को एक नोटिफिकेशन मिलता था और जैसे ही वह अपना UPI पिन डालकर उसे अप्रूव करता, पैसे आपके खाते में आ जाते थे। यह सुविधा मूल रूप से दोस्तों या रिश्तेदारों से बकाया पैसा याद दिलाने और उसे आसानी से प्राप्त करने के लिए बनाई गई थी।

जालसाजों का सबसे बड़ा हथियार बनी थी यह सुविधा हालांकि, यह उपयोगी फीचर दुर्भाग्यवश जालसाजों के लिए धोखाधड़ी का एक बड़ा हथियार बन गया था। धोखाधड़ी करने वाले इसका इस्तेमाल लोगों को ठगने के लिए करते थे, जिसमें वे लोगों को पैसे भेजने के बजाय, कलेक्ट रिक्वेस्ट भेजकर उनसे अपना UPI पिन डलवा लेते थे, जिससे पीड़ितों के खाते से ही पैसे कट जाते थे। इस प्रकार की धोखाधड़ी को रोकने के लिए NPCI ने पहले भी कदम उठाए थे। उन्होंने कलेक्ट रिक्वेस्ट की सीमा को घटाकर 2000 रुपये प्रति ट्रांजेक्शन कर दिया था, जिससे धोखाधड़ी में काफी कमी आई थी। लेकिन, जालसाज फिर भी नए-नए तरीकों से लोगों को फंसा रहे थे, जिसके चलते NPCI को यह बड़ा और निर्णायक कदम उठाना पड़ा।

व्यापारियों और कंपनियों के लिए जारी रहेगी सुविधा यह जानना महत्वपूर्ण है कि NPCI का यह फैसला केवल आम लोगों के बीच 'पियर-टू-पियर' कलेक्ट रिक्वेस्ट पर लागू होगा। मर्चेंट, यानी दुकानदार और कंपनियां, पहले की तरह ही आपको कलेक्ट रिक्वेस्ट भेज पाएंगे। उदाहरण के लिए, जब आप किसी ई-कॉमर्स वेबसाइट से कोई सामान खरीदते हैं और UPI से भुगतान का विकल्प चुनते हैं, तो ये कंपनियां आपके फोन पर एक पेमेंट रिक्वेस्ट भेजती हैं। आप उसे अपना पिन डालकर अप्रूव करते हैं, तो भुगतान पूरा हो जाता है। यह प्रक्रिया पहले की तरह ही चलती रहेगी और इस पर कोई प्रतिबंध नहीं होगा।

सीधे पैसे भेजने और प्राप्त करने की सुविधा रहेगी जारी NPCI के इस कदम से आम लोगों की UPI लेनदेन की सामान्य प्रक्रिया पर कोई नकारात्मक प्रभाव नहीं पड़ेगा। आप पहले की तरह ही किसी को भी क्यूआर कोड स्कैन करके, मोबाइल नंबर से या फिर UPI ID से सीधा पैसा भेज सकते हैं। इसी के साथ आप दूसरों से पैसा मंगवा भी सकते हैं, लेकिन अब वह 'कलेक्ट रिक्वेस्ट' के माध्यम से नहीं होगा। सीधे शब्दों में कहें तो, सिर्फ पैसा मांगने यानी 'पुल ट्रांजेक्शन' वाले फीचर को आम लोगों के लिए बंद कर दिया गया है, ताकि धोखाधड़ी के संभावित रास्तों को बंद किया जा सके। यह निर्णय डिजिटल भुगतान प्रणाली को मजबूत और सुरक्षित बनाने की दिशा में एक सराहनीय पहल है।

  . FAQs

  • 1. UPI में क्या बदलाव होने जा रहा है? NPCI ने 1 अक्टूबर 2025 से UPI पर 'पियर-टू-पियर' (P2P) कलेक्ट रिक्वेस्ट यानी पैसा मांगने की सुविधा को पूरी तरह से बंद करने का निर्देश दिया है।

  • 2. यह बदलाव कब से लागू होगा? UPI कलेक्ट रिक्वेस्ट को 1 अक्टूबर 2025 से पूरी तरह से बंद कर दिया जाएगा, जिसके बाद आम लोग इस सुविधा का उपयोग नहीं कर पाएंगे।

  • 3. कलेक्ट रिक्वेस्ट बंद करने का मुख्य कारण क्या है? यह फैसला UPI को धोखाधड़ी और जालसाजी से और अधिक सुरक्षित बनाने के लिए लिया गया है। जालसाज इस सुविधा का दुरुपयोग कर रहे थे।

  • 4. क्या मैं अभी भी UPI से पैसे भेज और प्राप्त कर पाऊँगा? हां, आप पहले की तरह ही किसी को भी QR कोड स्कैन करके, मोबाइल नंबर से या UPI ID से सीधा पैसा भेज और प्राप्त कर सकते हैं। केवल 'कलेक्ट रिक्वेस्ट' बंद होगी।

  • 5. क्या दुकानदार और कंपनियाँ मुझे कलेक्ट रिक्वेस्ट भेज पाएंगी? हां, मर्चेंट यानी दुकानदार और कंपनियाँ आपको पहले की तरह ही कलेक्ट रिक्वेस्ट भेज पाएंगी। यह सुविधा केवल आम लोगों के P2P लेनदेन के लिए बंद की गई है।

Neeraj Ahlawat Neeraj Ahlawat is a seasoned News Editor from Panipat, Haryana, with over 10 years of experience in journalism. He is known for his deep understanding of both national and regional issues and is committed to delivering accurate and unbiased news.