अग्नि-5 मिसाइल: भारत की बढ़ी शक्ति, दुनिया हैरान!
भारत ने सफलतापूर्वक किया अग्नि-5 मिसाइल का परीक्षण, जिससे चीन-पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ीं। यह मिसाइल 5000 KM तक मारक क्षमता रखती है और MIRV तकनीक से लैस है, जानिए पूरी डिटेल।

अग्नि-5 मिसाइल: भारत की बढ़ी शक्ति, दुश्मन हुए हैरान!
ताज़ा अपडेट: भारत ने अपनी रक्षा शक्ति का अभूतपूर्व प्रदर्शन करते हुए आज अग्नि-5 मिसाइल का सफल परीक्षण किया है। ओडिशा के चांदीपुर रेंज से अंतरिक्ष में लगभग 5000 किलोमीटर की ऊंचाई पर डीआरडीओ द्वारा विकसित इस मिसाइल ने अपना दम दिखाया। इस परीक्षण ने भारत की सामरिक क्षमताओं में जबरदस्त वृद्धि की है, जिससे दुश्मन देशों, विशेषकर चीन और पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ गई हैं। यह देश के लिए एक बड़ा मील का पत्थर है, जो भारत को वैश्विक मंच पर और भी मजबूत बनाता है।
अग्नि-5 की मारक क्षमता और वैश्विक प्रभाव अग्नि-5 मिसाइल की मारक क्षमता 5000 किलोमीटर है, जो इसे इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) श्रेणी में रखती है, हालांकि यह इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (ICBM) क्षमताओं वाली मिसाइल मानी जाती है। इसकी पहुंच इतनी जबरदस्त है कि यह बीजिंग, तुर्की, ईरान, यूरोप, आसियान देश, खाड़ी देश, चीन और जापान तक के लक्ष्यों को निशाना बना सकती है। पाकिस्तान तो भारत के बिल्कुल पड़ोस में है और उसकी तो खैर कोई जद ही क्या है। भारत 2012 से इसका परीक्षण कर रहा है और वर्तमान परीक्षण को सबसे उन्नत किस्म का माना जा रहा है।
MIRV तकनीक: एक साथ कई निशाने अग्नि-5 मिसाइल मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल (MIRV) तकनीक से लैस है। इसका अर्थ है कि यह मिसाइल एक ही उड़ान में कई अलग-अलग लक्ष्यों को भेदने में सक्षम है, यानी यह उड़ने के बाद केवल एक टारगेट पर नहीं जाती। इतना ही नहीं, यह मिसाइल 7500 किलोग्राम का "बंकर बस्टर" वॉरहेड ले जाने में सक्षम है, जो जमीन में 100 मीटर तक की गहराई तक जाकर दुश्मन के परमाणु सिस्टम, रडार सिस्टम, कंट्रोल सेंटर और हथियार स्टोरेज को नष्ट कर सकता है। यह डेढ़ टन तक का परमाणु हथियार भी ले जा सकती है।
रणनीतिक बल कमान की भूमिका इस महत्वपूर्ण परीक्षण को स्ट्रेटेजिक फोर्स कमांड (SFC) के अधीन किया गया है। यह कमांड भारत के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में काम करती है और देश की परमाणु क्षमताओं की देखरेख करती है। 2003 में पृथ्वी-3 मिसाइल सिस्टम के आने के बाद से स्ट्रेटेजिक फोर्स कमांड सक्रिय है। यह एक त्रि-सेवा कमांड है, जो तीनों सेनाओं से मिलकर बनी है और न्यूक्लियर कमांड अथॉरिटी के तहत काम करती है। अब अग्नि-5 भी इसी कमांड का हिस्सा होगी, जो देश की परमाणु निवारक शक्ति को और मजबूत करेगी।
गति और सटीकता का बेजोड़ संगम अग्नि-5 की गति जानकर आप हैरान रह जाएंगे। यह ध्वनि की गति से 24 गुना तेजी से, लगभग 3000 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से उड़ने में सक्षम है। इसकी यह प्रचंड गति इसे अपने लक्ष्य तक अत्यंत तेजी से पहुंचने में मदद करती है। यह एक बैलिस्टिक मिसाइल सिस्टम है और कैनेस्टर पद्धति पर आधारित है, जिसका अर्थ है कि इसे आसानी से ट्रक पर लादकर एक स्थान से दूसरे स्थान पर ले जाया जा सकता है।
चीन-पाकिस्तान की बढ़ी बेचैनी इस सफल परीक्षण से चीन और पाकिस्तान की चिंताएं बढ़ गई हैं। आपको याद होगा कि चीन ने कई बार अग्नि-5 मिसाइल को ट्रैक करने के लिए अपने जासूसी जहाज, जैसे युआन वांग 5, भेजे थे। भारत ने यह परीक्षण चीनी विदेश मंत्री की भारत यात्रा के तुरंत बाद किया, जो एक रणनीतिक संदेश है। पाकिस्तान, जो भारत को Mercedes और खुद को डंपर कहता है, के लिए यह परीक्षण एक स्पष्ट संदेश है कि भारत अपनी क्षमताओं को लगातार बढ़ा रहा है। सोशल मीडिया पर भारतीय लोग अब पाकिस्तान को 'हेलो पाकिस्तान' लिखकर ट्रोल कर रहे हैं।
भारत की आत्मनिर्भरता का प्रतीक यह परीक्षण न केवल भारत की सैन्य शक्ति को दर्शाता है, बल्कि आत्मनिर्भरता की दिशा में भी एक महत्वपूर्ण कदम है। डीआरडीओ ने जिस तरह की तकनीक विकसित की है, उससे दुश्मनों की नींद हराम होनी तय है। जहां पाकिस्तान शाहीन जैसी मिसाइलों का दावा करता है, वहीं भारत दुनिया के सामने पारदर्शिता से परीक्षण करके अपनी क्षमताओं को साबित करता है। यह परीक्षण दर्शाता है कि भारत चुनौतियों के बीच भी अपनी सुरक्षा को मजबूत करने में जुटा है।
FAQs:
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अग्नि-5 मिसाइल क्या है? अग्नि-5 भारत द्वारा विकसित एक इंटरमीडिएट रेंज बैलिस्टिक मिसाइल (IRBM) है, जिसे ICBM क्षमताओं के साथ भी देखा जाता है। यह डीआरडीओ द्वारा विकसित की गई है और भारत की रक्षा शक्ति का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है।
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अग्नि-5 की मारक क्षमता कितनी है? अग्नि-5 मिसाइल की मारक क्षमता 5000 किलोमीटर है। यह इतनी दूर तक मार कर सकती है कि बीजिंग, तुर्की, ईरान, यूरोप, आसियान देश, खाड़ी देश, चीन और जापान जैसे कई क्षेत्रों तक पहुंच सकती है।
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MIRV तकनीक क्या है और अग्नि-5 में इसका क्या उपयोग है? MIRV (मल्टीपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल) एक तकनीक है जो मिसाइल को एक ही उड़ान में कई अलग-अलग लक्ष्यों को निशाना बनाने में सक्षम बनाती है। अग्नि-5 में इस तकनीक का उपयोग किया गया है, जिससे यह एक साथ कई लक्ष्यों को भेद सकती है।
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इस परीक्षण का भारत के दुश्मनों पर क्या असर होगा? इस परीक्षण से चीन और पाकिस्तान जैसे भारत के पड़ोसी और प्रतिद्वंद्वी देशों की चिंताएं बढ़ गई हैं। यह भारत की बढ़ती सैन्य शक्ति और आत्मनिर्भरता का स्पष्ट संकेत है, जिससे उनके लिए भारत को कम आंकना मुश्किल हो जाएगा।
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सामरिक बल कमान (Strategic Force Command) क्या है? स्ट्रेटेजिक फोर्स कमांड (SFC) भारत की परमाणु क्षमताओं की देखरेख करने वाली एक कमांड है। यह भारत के प्रधानमंत्री के नेतृत्व में काम करती है और तीनों सेनाओं से मिलकर बनी एक त्रि-सेवा कमांड है, जो देश की परमाणु निवारक शक्ति का प्रबंधन करती है।