Amul Pouch Milk Price: क्या GST कटौती से सच में कम होंगे दाम? जानें पूरी सच्चाई और किसे मिलेगा फायदा!
Amul Pouch Milk Price पर आई बड़ी खबर! जानें GST कटौती के बाद किस दूध के दाम होंगे कम और किसे नहीं मिलेगी राहत। अफवाहों से बचें, असली सच यहाँ।

By: दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: | 12/Sep/2025
Amul Pouch Milk Price: क्या सच में घटने वाले हैं दूध के दाम? जानें असली सच्चाई और किसे मिलेगा फायदा!
ब्रेकिंग न्यूज़! हाल ही में केंद्र सरकार द्वारा 3 सितंबर को कई रोजमर्रा के सामानों पर टैक्स हटाने के बड़े फैसले के बाद, यह खबर जंगल की आग की तरह फैली कि अब Amul Pouch Milk Price कम होने वाले हैं। लाखों उपभोक्ताओं को उम्मीद थी कि अमूल और मदर डेयरी जैसे ब्रांडेड दूध की कीमतें घटेंगी, जिससे रसोई का मासिक बजट कुछ हल्का होगा। शुरुआती मीडिया रिपोर्टों ने तो जीएसटी 2.0 ढांचे के तहत Amul Pouch Milk की कीमतों में ₹3 से ₹4 की कमी का सुझाव भी दिया था। लेकिन, इस बहुप्रतीक्षित घोषणा के पीछे एक गहरा सच छिपा है, जिसे हर आम आदमी के लिए जानना बेहद जरूरी है। सच्चाई यह है कि जीएसटी में कटौती का फायदा हर तरह के दूध पर नहीं मिलेगा, बल्कि यह एक विशिष्ट प्रकार के दूध के लिए है, जिसका सीधा असर आपके दैनिक दूध खरीद पर नहीं पड़ेगा। यह खबर उन करोड़ों लोगों के लिए खास है जो हर दिन अपनी पड़ोस की दुकान या मिल्क बूथ से Amul Pouch Milk खरीदते हैं, क्योंकि कुछ ऐसी महत्वपूर्ण बारीकियां हैं जो आपकी बचत की उम्मीदों को नया मोड़ दे सकती हैं। आइए, इस पूरे मामले की 'ज्ञान की गहराई' में उतरते हैं और समझते हैं कि क्या है पूरा सच और किस दूध पर वाकई घटेगा जीएसटी।
हाल ही में हुई जीएसटी परिषद की बैठक ने कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए, जिसमें रोजमर्रा की कई आवश्यक वस्तुओं पर टैक्स हटाने का फैसला भी शामिल था। इस निर्णय के तहत, कई खाने-पीने की चीजें और रसोई में इस्तेमाल होने वाले सामान पर अब सिर्फ 5% टैक्स लगेगा। इसी कड़ी में, पैकेट वाले दूध, जिसमें Amul और मदर डेयरी का दूध शामिल था, पर लगने वाले 5% टैक्स को हटाने की बात सामने आई, जिससे यह उम्मीद जगी कि इनके दाम कम होंगे। हालांकि, गुजरात कोऑपरेटिव मिल्क मार्केटिंग फेडरेशन के एमडी जयन मेहता ने इस धारणा को स्पष्ट करते हुए बताया है कि Amul Pouch Milk या पाउच वाले ताजे दूध पर पहले से ही कोई टैक्स नहीं लगता था, इसलिए इसके दाम कम होने का कोई कारण ही नहीं है। 22 सितंबर से नई जीएसटी दरें लागू होने के बाद भी अमूल के पाउच वाले दूध की कीमतें वैसी ही रहेंगी जैसी अभी हैं, जिससे उन उपभोक्ताओं को निराशा हाथ लगेगी जो हर दिन इस दूध का सेवन करते हैं। यह स्पष्टीकरण उन शुरुआती मीडिया रिपोर्टों के विपरीत है जिनमें जीएसटी 2.0 ढांचे के तहत पाउच दूध की कीमतों में 3 से ₹4 की कमी का सुझाव दिया गया था, जिसे मेहता ने गलत बताया है।
Amul Pouch Milk: क्या वाकई कम होंगे दाम? जानें असली सच!
आम घरों में रोजमर्रा के उपयोग में आने वाला Amul Pouch Milk या कोई भी पाउच वाला ताजा दूध, भारतीय कर प्रणाली के तहत हमेशा से ही जीएसटी से मुक्त रहा है। इसका सीधा और सरल अर्थ यह है कि इस प्रकार के दूध पर सरकार द्वारा कभी कोई टैक्स लगाया ही नहीं गया था, तो अब उसे घटाने या हटाने का सवाल ही नहीं उठता। इस स्पष्टीकरण का सीधा असर करोड़ों भारतीय परिवारों पर पड़ेगा जो अपनी सुबह की चाय या बच्चों के लिए रोज दूध खरीदते हैं। उनकी आशाएँ धूमिल होंगी क्योंकि उन्हें Amul Pouch Milk Price में कोई कमी देखने को नहीं मिलेगी। मेहता ने बताया कि जीएसटी परिषद की हालिया बैठक का एक बड़ा नतीजा निकला कि पैकेज दूध पर अब 5% जीएसटी नहीं लगेगा, लेकिन यह फैसला UST (अल्ट्रा हाई टेंपरेचर) मिल्क के संदर्भ में है। यह एक महत्वपूर्ण बारीक जानकारी है जो इस पूरे मामले को समझने और आम जनता के बीच फैली गलतफहमी को दूर करने के लिए बेहद आवश्यक है।
UHT Milk क्या है? क्यों सिर्फ इसी पर मिलेगी छूट?
दूध के दाम में कटौती का यह फैसला दरअसल UHT (अल्ट्रा हाई टेंपरेचर) दूध के संदर्भ में है। जयन मेहता ने स्पष्ट किया कि यह बदलाव सिर्फ यूएसटी दूध पर लागू होता है। यूएसटी दूध एक खास प्रक्रिया से तैयार किया जाता है जिसमें दूध को कुछ सेकंड के लिए कम से कम 135 डिग्री सेल्सियस से 275 डिग्री सेल्सियस तक अत्यधिक उच्च तापमान पर गर्म किया जाता है। इस प्रक्रिया से दूध में मौजूद लगभग सभी सूक्ष्म जीव मर जाते हैं और एक जीवाणु रहित उत्पाद तैयार होता है। टेट्रा पैक जैसी एसेटिक पैकेजिंग के साथ मिलकर, यह प्रक्रिया यूएसटी दूध को बिना रेफ्रिजरेशन के भी कई महीनों तक सुरक्षित रखती है। पहले इस पर 5% जीएसटी लगता था, जिसे अब घटाकर शून्य कर दिया गया है। इसलिए, अब यूएसटी दूध सस्ता हो जाएगा, जबकि आम घरों में इस्तेमाल होने वाले Amul Pouch Milk या पाउच वाले ताजे दूध पर इसका कोई असर नहीं पड़ेगा क्योंकि वह पहले से ही जीएसटी से मुक्त था।
आम उपभोक्ता पर क्या पड़ेगा असर? Amul Pouch Milk का गणित!
जीएसटी परिषद की बैठक के इस फैसले का सीधा असर यूएसटी दूध के उपभोक्ताओं पर पड़ेगा। वे अब 5% कम कीमत पर यह खास तरह का दूध खरीद पाएंगे, जिसका इस्तेमाल अक्सर लंबी यात्राओं या उन जगहों पर किया जाता है जहाँ रेफ्रिजरेशन की सुविधा उपलब्ध नहीं होती है। दूसरी ओर, करोड़ों भारतीय परिवार जो अपनी दैनिक जरूरतों के लिए Amul Pouch Milk जैसे अमूल गोल्ड फुल क्रीम दूध, अमूल टोंड मिल्क, मदर डेयरी फुल क्रीम दूध या टोंड मिल्क जैसे पाउच वाले दूध पर निर्भर हैं, उन्हें किसी भी कीमत में कमी का लाभ नहीं मिलेगा। इसका मतलब है कि उनके मासिक बजट पर कोई अतिरिक्त राहत नहीं मिलेगी। वर्तमान में, बाजार में Amul Gold Full Cream दूध ₹69 प्रति लीटर और Amul Toned Milk ₹57 प्रति लीटर मिल रहा है। इसी तरह मदर डेयरी का फुल क्रीम दूध ₹69 और टोंड मिल्क ₹57 प्रति लीटर बिक रहा है। भैंस के दूध की कीमत ₹75 प्रति लीटर और गाय के दूध की कीमत ₹58 प्रति लीटर है। ये सभी कीमतें नई जीएसटी दरें लागू होने के बाद भी पाउच वाले दूध के लिए वैसी ही रहेंगी, जैसा कि अमूल के एमडी ने स्पष्ट किया है।
अफवाहों से बचें: सही जानकारी ही बचत का रास्ता
यह पूरा मामला हमें नीतिगत फैसलों की बारीकियों को समझने की अहमियत सिखाता है। सरकार का उद्देश्य निश्चित रूप से उपभोक्ताओं को कुछ राहत देना था, लेकिन दूध के मामले में यह राहत केवल एक विशेष सेगमेंट (यूएसटी दूध) तक ही सीमित रही। आम उपभोक्ता, जो हर दिन Amul Pouch Milk खरीदते हैं, उन्हें इस बदलाव से कोई प्रत्यक्ष वित्तीय लाभ नहीं मिलेगा। इसलिए, यह आवश्यक है कि हम मीडिया में फैली आधी-अधूरी जानकारियों या अफवाहों पर आंख मूंदकर भरोसा न करें। सही जानकारी हमें न केवल भ्रम से बचाती है, बल्कि हमें अपने घर के बजट और खरीदारी के फैसलों को बेहतर ढंग से प्रबंधित करने में भी मदद करती है। भविष्य में भी, किसी भी बड़े आर्थिक बदलाव के बारे में विस्तृत जानकारी प्राप्त करने और उसके वास्तविक प्रभाव को समझने के लिए आधिकारिक स्रोतों और विशेषज्ञों के बयानों पर ध्यान देना महत्वपूर्ण है।