Diabetes Mein Anda: क्या अंडा खाने से बढ़ता है शुगर? जानिए सच्चाई और खास तरीका
डायबिटीज में अंडा खाना सुरक्षित है या नहीं? जानिए एक्सपर्ट डॉक्टर अनुपम घोष का चौंकाने वाला खुलासा! कैसे सही तरीके से अंडा खाकर शुगर कंट्रोल करें और डायबिटीज रिवर्स करें।

दैनिक रियल्टी ब्यूरो | By: Neeraj Ahlawat Publish Date: 27 Aug 2025
Diabetes Mein Anda: क्या अंडा खाने से बढ़ जाता है शुगर? जानिए एक्सपर्ट डॉक्टर की सच्चाई और खास तरीके
क्या आप डायबिटीज के मरीज हैं और अंडा खाने से डरते हैं? क्या आपको लगता है कि अंडा खाने से आपकी शुगर बढ़ जाएगी या कोलेस्ट्रॉल की समस्या हो जाएगी? अगर हां, तो यह खबर आपके लिए एक बड़ा खुलासा साबित हो सकती है! अक्सर लोगों को यह भ्रम होता है कि डायबिटीज में अंडा खाना नुकसानदेह है, लेकिन एक विशेषज्ञ डॉक्टर और डायबिटीज कोच ने अपने अनुभव और वैज्ञानिक तरीकों से इस मिथक को तोड़ा है। उन्होंने न केवल खुद अपनी डायबिटीज रिवर्स की है, बल्कि दिखाया है कि कैसे सही फूड कॉम्बिनेशन और लाइफस्टाइल के साथ अंडे का सेवन आपके शुगर लेवल को प्रभावित नहीं करता, बल्कि डायबिटीज रिवर्सल में मदद भी करता है।
Diabetes Mein Anda: क्या सच में शुगर बढ़ाता है?
अंडे को लेकर डायबिटीज के मरीजों के मन में कई शंकाएं होती हैं, खासकर इस बात को लेकर कि क्या यह रक्त शर्करा के स्तर को बढ़ा सकता है। डॉ. अनुपम घोष, जो खुद एक एमबीबीएस डॉक्टर, फिटनेस न्यूट्रिशन स्पेशलिस्ट और डायबिटीज रिवर्सल एक्सपर्ट हैं, इस बात पर जोर देते हैं कि अंडे में कार्बोहाइड्रेट लगभग शून्य होता है। उन्होंने अपने स्वयं के उदाहरण से यह बात साबित की है। एक परीक्षण के दौरान, उन्होंने चार उबले अंडे (बटर में फ्राई किए हुए), थोड़े से फ्रेंच बीन्स (बटर में सौते किए हुए) और एक कप बुलेटप्रूफ कॉफी का सेवन किया। इस पूरे भोजन में अधिकतम 4-5 ग्राम कार्बोहाइड्रेट था, जिसमें से 2-3 ग्राम तो फाइबर ही था, यानी शुद्ध कार्बोहाइड्रेट केवल 1-2 ग्राम। इस भोजन के दो घंटे बाद जब उन्होंने अपना ब्लड शुगर लेवल चेक किया, तो यह 113 mg/dL था, जबकि खाने से पहले उनका फास्टिंग शुगर 115 mg/dL था। यह स्पष्ट रूप से दर्शाता है कि अंडा खाने से शुगर का स्तर नहीं बढ़ता है, क्योंकि इसमें कार्बोहाइड्रेट बहुत कम होता है।
अंडे का पीला भाग (Egg Yolk): कोलेस्ट्रॉल का मिथक और असलियत
अंडे के पीले भाग यानी जर्दी को लेकर सबसे आम डर यह है कि यह कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है। डॉ. घोष इस धारणा को पूरी तरह से एक मिथक बताते हैं। उनका कहना है कि लोग डर के मारे अंडा खाना छोड़ देते हैं और अंडे की जर्दी नहीं खाते, जबकि जर्दी खाना बहुत जरूरी है। अंडे की जर्दी में प्रोटीन, विटामिन, हेल्दी फैट और कोलेस्ट्रॉल मिलता है, जो आपके स्वास्थ्य के लिए बहुत अच्छा है। विशेषज्ञ बताते हैं कि अगर आप बाहर से कोलेस्ट्रॉल खाते हैं, तो आपका लीवर खुद जो कोलेस्ट्रॉल बनाता है, वह कम हो जाता है, जिससे आपका कोलेस्ट्रॉल लेवल नहीं बढ़ता। इसलिए, डायबिटीज, प्री-डायबिटीज या इंसुलिन रेजिस्टेंस वाले लोगों को बिना किसी डर के अंडे का सेवन करना चाहिए और उसका पीला भाग भी खाना चाहिए।
सही फूड कॉम्बिनेशन (Food Combination): शुगर कंट्रोल का अचूक मंत्र
डॉ. घोष का मुख्य जोर सिर्फ भोजन समीक्षा पर नहीं, बल्कि यह सिखाने पर है कि डायबिटीज को रिवर्स करने, प्री-डायबिटीज को ठीक करने या इंसुलिन रेजिस्टेंस को दूर करने के लिए सही फूड कॉम्बिनेशन कैसे किया जाए। उनके अनुसार, अंडे से आपको प्रोटीन और फैट मिलता है, जबकि सौते की हुई सब्जियों से थोड़ा कार्बोहाइड्रेट और फाइबर मिलता है। इस तरह के संतुलित फूड कॉम्बिनेशन से आपकी शुगर लेवल नहीं बढ़ती। वे DIAAFIT डाइट का पालन करने की सलाह देते हैं, जिसमें आपकी कैलोरी का 26% कार्बोहाइड्रेट से, 1.5 से 2 ग्राम प्रति किलो वजन प्रोटीन से, और शेष कैलोरी हेल्दी फैट से लेनी चाहिए। यह तरीका न केवल शुगर को नियंत्रित रखता है, बल्कि इंसुलिन रेजिस्टेंस को ठीक करने में भी मदद करता है।
डॉक्टर अनुपम घोष: जिन्होंने खुद रिवर्स की अपनी डायबिटीज
अन्य यूट्यूबर्स से डॉ. अनुपम घोष का तरीका कई मायनों में अलग है। उनका सबसे बड़ा दावा यह है कि उन्होंने साढ़े पांच साल पहले ही अपनी डायबिटीज रिवर्स कर ली है, जबकि अन्य किसी भी यूट्यूबर ने ऐसा नहीं किया है। वे न तो कोई आयुर्वेदिक दवाई लेते हैं और न ही कोई एलोपैथिक दवाई। इसके विपरीत, अन्य वीडियो बनाने वाले लोग अक्सर किसी न किसी प्रकार की दवाई का सेवन करते हैं। डॉ. घोष एक एमबीबीएस डॉक्टर होने के साथ-साथ फिटनेस न्यूट्रिशन स्पेशलिस्ट और डायबिटीज रिवर्सल एक्सपर्ट भी हैं। उनका दृष्टिकोण सिर्फ शुगर लेवल चेक करने तक सीमित नहीं है, बल्कि वे लोगों को डायबिटीज रिवर्स करने के लिए सही आहार और जीवनशैली के बारे में शिक्षित करते हैं।
इंटरमिटेंट फास्टिंग (Intermittent Fasting): मधुमेह रिवर्सल में सहायक
डॉ. घोष अपनी डायबिटीज रिवर्सल प्रक्रिया में इंटरमिटेंट फास्टिंग का भी पालन करते हैं। यह कोई डाइट नहीं, बल्कि एक टूल, सिस्टम या प्रक्रिया है, जिसमें एक निश्चित अवधि तक खाना खाया जाता है और एक निश्चित अवधि तक कुछ नहीं खाया जाता। उदाहरण के लिए, वे 15-16 घंटे तक कुछ नहीं खाते और उसके बाद अपना पहला भोजन करते हैं। इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान केवल कैलोरी-मुक्त पेय जैसे ग्रीन टी पीने की सलाह दी जाती है। उनका यह भी कहना है कि लोग अक्सर गलती करते हैं जब वे इंटरमिटेंट फास्टिंग के दौरान चार बादाम या एक कप चाय पी लेते हैं, क्योंकि इससे भी शरीर में इंसुलिन रिलीज होता है, जिसे रोकना ही इंटरमिटेंट फास्टिंग का मुख्य उद्देश्य है। सही तरीके से इंटरमिटेंट फास्टिंग करने से आप भी अपनी डायबिटीज रिवर्स कर सकते हैं और इंसुलिन रेजिस्टेंस को ठीक कर सकते हैं।
अंडा खाएं, डायबिटीज भगाएं: विशेषज्ञ की सलाह
डॉ. अनुपम घोष स्पष्ट रूप से सलाह देते हैं कि जिन्हें इंसुलिन रेजिस्टेंस, डायबिटीज या प्री-डायबिटीज है, उन्हें अंडा जरूर खाना चाहिए। वे खुद रोजाना चार से छह-सात अंडे तक खाते हैं। उनका कहना है कि अंडे में मौजूद पोषक तत्व डायबिटीज को जल्दी रिवर्स करने में मदद करते हैं और शुगर लेवल को नहीं बढ़ाते। "संडे हो या मंडे, रोज खाओ अंडे" – यह कहावत आज भी बिल्कुल सही है और डायबिटीज के मरीजों के लिए भी लागू होती है। इस जानकारी को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक शेयर करने का आग्रह भी किया गया है, ताकि लोग भ्रम से बाहर निकलें और स्वस्थ जीवन जी सकें।
FAQs
Q1: क्या डायबिटीज में अंडा खाने से शुगर बढ़ जाती है? A1: नहीं, डॉ. अनुपम घोष के अनुसार, अंडे में बहुत कम कार्बोहाइड्रेट होता है (लगभग शून्य), इसलिए यह शुगर का स्तर नहीं बढ़ाता। सही फूड कॉम्बिनेशन के साथ इसका सेवन सुरक्षित है।
Q2: क्या अंडे का पीला भाग (जर्दी) कोलेस्ट्रॉल बढ़ाता है? A2: यह एक मिथक है। विशेषज्ञ के अनुसार, अंडे की जर्दी में स्वस्थ वसा, प्रोटीन और विटामिन होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए फायदेमंद हैं और कोलेस्ट्रॉल नहीं बढ़ाते।
Q3: डायबिटीज रिवर्सल के लिए कितने अंडे खाने चाहिए? A3: डॉ. अनुपम घोष स्वयं रोजाना 4 अंडे खाते हैं और कई बार 6-7 अंडे भी। वे कहते हैं कि आपकी आवश्यकतानुसार 3 से 6 या अधिक अंडे भी खाए जा सकते हैं।
Q4: डॉ. अनुपम घोष अन्य यूट्यूबर्स से कैसे अलग हैं? A4: वे एक एमबीबीएस डॉक्टर और डायबिटीज रिवर्सल एक्सपर्ट हैं जिन्होंने खुद अपनी डायबिटीज रिवर्स की है। वे सिर्फ रिव्यू नहीं करते बल्कि सही फूड कॉम्बिनेशन और लाइफस्टाइल सिखाते हैं और कोई दवाई नहीं लेते।
Q5: इंटरमिटेंट फास्टिंग डायबिटीज में कैसे मदद करती है? A5: इंटरमिटेंट फास्टिंग एक ऐसी प्रक्रिया है जहाँ एक निश्चित अवधि तक भोजन नहीं किया जाता, जिससे शरीर इंसुलिन रिलीज कम करता है। यह इंसुलिन रेजिस्टेंस को ठीक करने और डायबिटीज रिवर्स करने में सहायक है।