एल्विस यादव पर जानलेवा हमला: क्या गैंगस्टर भाऊ गैंग को चाहिए पब्लिसिटी?
एल्विस यादव पर हुए हमले की inside story जानें। क्या वाकई सट्टेबाजी ऐप प्रमोशन की वजह से हुआ ये हमला या गैंगस्टर भाऊ गैंग का मकसद कुछ और था?

गुरुग्राम, हरियाणा: यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता एल्विस यादव के घर पर हुए हमले ने पूरे देश को चौंका दिया है। गुरुग्राम में उनके आवास पर 20 से अधिक गोलियां चलाई गईं, जिसने सोशल मीडिया से लेकर अपराध जगत तक हलचल मचा दी है। क्या यह हमला सट्टेबाजी ऐप के प्रचार से जुड़ा है, जैसा कि भाऊ गैंग दावा कर रहा है, या इसके पीछे गैंगस्टर की पब्लिसिटी और इलाके में दबदबा बनाने का कोई बड़ा खेल है? आइए, इस सनसनीखेज मामले की हर परत को विस्तार से समझते हैं।
एल्विस यादव पर क्यों हुआ हमला? भाऊ गैंग का दावा क्या?
17 अगस्त को, गुरुग्राम स्थित एल्विस यादव के घर के सामने बाइक पर आए बदमाशों ने ताबड़तोड़ फायरिंग की। सीसीटीवी फुटेज में हमलावर बेखौफ होकर गोली चलाते दिख रहे हैं। हालांकि, इस हमले में एल्विस या उनके परिवार को कोई नुकसान नहीं पहुंचा। इस घटना के तुरंत बाद, हिमांशु भाऊ गैंग ने जिम्मेदारी लेते हुए इंस्टाग्राम पर एक पोस्ट डाला। गैंग का दावा है कि उन्होंने यह कार्रवाई इसलिए की क्योंकि एल्विस यादव सट्टेबाजी ऐप को बढ़ावा दे रहे हैं, जिससे कई लोगों की जिंदगी बर्बाद हो रही है। उन्होंने साफ तौर पर चेतावनी दी है कि वे आगे भी सट्टेबाजी ऐप को बढ़ावा देने वालों को निशाना बनाएंगे। हालांकि, कई लोगों और पुलिस का मानना है कि सट्टेबाजी ऐप का प्रमोशन सिर्फ एक बहाना है और असली मकसद कुछ और ही है।
कौन है एल्विस यादव? सिस्टम से लेकर सेलिब्रिटी बनने तक का सफर
एल्विस यादव, जिनका असली नाम सिद्धार्थ यादव है, गुरुग्राम के एक साधारण परिवार से आते हैं। उन्होंने यूट्यूब पर कॉमेडी वीडियो से शुरुआत की और अपने दोस्तों के साथ मिलकर दर्शकों को खूब हंसाया। उनका 'सिस्टम फाड़ देंगे' डायलॉग इतना मशहूर हुआ कि यह उनकी पहचान बन गया। साल 2023 उनके जीवन का टर्निंग पॉइंट साबित हुआ, जब उन्होंने बिग बॉस ओटीटी 2 में वाइल्ड कार्ड एंट्री ली और सबको पीछे छोड़ते हुए विजेता बने। इस जीत ने उनकी लोकप्रियता को आसमान पर पहुंचा दिया, उनके वीडियो वायरल होने लगे और वे एक यूट्यूबर से बड़े सेलिब्रिटी बन गए। उन्होंने 'सिस्टम क्लोथिंग' और 'एल्गो वूमेन' जैसे अपने ब्रांड भी लॉन्च किए। उनकी नेटवर्थ भी तेजी से बढ़ी और कुछ ही सालों में 50 करोड़ रुपये तक पहुंच गई।
विवादों का एल्विस से नाता: सांप के जहर से सट्टेबाजी ऐप तक
कामयाबी की बुलंदियों पर पहुंचने के साथ ही एल्विस यादव विवादों में भी घिर गए। 2023-24 में उन्हें 'सांप के जहर' वाले रेव पार्टी केस में आरोपी बनाया गया। नोएडा पुलिस ने कुछ लोगों को गिरफ्तार किया, जिनके पास से सांप का जहर मिला, और पूछताछ में एल्विस का नाम सामने आया। उन पर इन पार्टियों को बढ़ावा देने का आरोप लगा और उन्हें एनडीपीएस एक्ट व वन्यजीव अधिनियम के तहत गिरफ्तार भी किया गया। हालांकि उन्होंने पुलिस पूछताछ में खुद को सिर्फ प्रमोटर बताया और बाद में उन्हें जमानत मिल गई। इस घटना से उनकी छवि को बड़ा धक्का लगा। इसके अलावा, सोशल मीडिया पर अन्य इन्फ्लुएंसर्स के साथ उनकी नोकझोंक और मारपीट की खबरें भी सामने आईं। मनी लॉन्ड्रिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के प्रमोशन को लेकर भी सरकारी जांच शुरू हुई है।
गैंगस्टर हिमांशु भाऊ कौन? और उसका मकसद क्या?
हिमांशु भाऊ, जो उम्र में एल्विस से पांच साल छोटा है, को 'किलिंग मशीन' और 'लॉरेंस बिश्नोई का सबसे बड़ा दुश्मन' के रूप में जाना जाता है। उसका गैंग 2020 से सक्रिय है और वह अक्सर कांड करने के बाद अपनी पहचान छोड़ जाता है। वह देश से फरार होकर अपराध की दुनिया चला रहा है। पुलिस का मानना है कि भाऊ गैंग द्वारा एल्विस पर हमला सिर्फ पब्लिसिटी पाने और इलाके में अपना दबदबा (भौकाल) बनाने की एक चाल है। गैंगस्टर अक्सर सेलिब्रिटी को निशाना बनाकर अपना नाम कमाते हैं और लोगों में खौफ पैदा करते हैं। एल्विस की सबसे बड़ी फैन फॉलोइंग दिल्ली और हरियाणा में है, वही राज्य जहां हिमांशु भाऊ का अपराध क्षेत्र है।
क्या ये लॉरेंस बिश्नोई गैंग जैसा 'भौकाल' जमाने का नया तरीका है?
यह हमला गैंगस्टर नेटवर्क के एक पुराने मॉडेस ऑपरेंडी को दर्शाता है। जैसे लॉरेंस बिश्नोई गैंग समय-समय पर सलमान खान और उनके परिवार को निशाना बनाकर पूरे देश में अपना 'भौकाल' जमाता रहता है, उसी तरह हिमांशु भाऊ गैंग भी हरियाणा और दिल्ली की जनता को डराने के लिए एक क्षेत्रीय सेलिब्रिटी एल्विस यादव को निशाना बना रहा है। वे यह दिखाना चाहते हैं कि जब वे एल्विस को नहीं छोड़ते, तो बाकियों की क्या बात है। यह तरीका उन्हें बिना किसी बड़े अपराध के बड़ी पब्लिसिटी और खौफ पैदा करने में मदद करता है।
हमले के बाद की स्थिति और एल्विस का भविष्य
इस घटना के बाद पुलिस ने तुरंत जांच शुरू कर दी है और एल्विस यादव व उनके परिवार की सुरक्षा बढ़ा दी है। सोशल मीडिया पर '#JusticeForElvish' हैशटैग ट्रेंड करने लगा है और कई यूट्यूबर व सेलिब्रिटी एल्विस के समर्थन में आए हैं। उनके फैंस उनकी सुरक्षा को लेकर काफी चिंतित हैं। आज एल्विस यादव अपनी जिंदगी के सबसे बड़े चौराहे पर खड़े हैं। एक तरफ उनकी शोहरत और लाखों फैंस हैं, तो दूसरी तरफ कानूनी मुश्किलें और गैंगस्टर्स की धमकियां, जो कानूनी मुश्किलों से भी ज्यादा खतरनाक मानी जा रही हैं। पुलिस अपनी कार्रवाई कर रही है और उम्मीद है कि इस साजिश के पीछे जो भी हैं, वे जल्द ही पकड़े जाएंगे।
FAQs
एल्विस यादव कौन हैं? एल्विस यादव एक प्रसिद्ध भारतीय यूट्यूबर और बिग बॉस ओटीटी 2 के विजेता हैं। उन्होंने अपने कॉमेडी वीडियो और 'सिस्टम फाड़ देंगे' डायलॉग से लोकप्रियता हासिल की है।
एल्विस यादव पर हमला क्यों हुआ? हिमांशु भाऊ गैंग ने एल्विस यादव के घर पर हमला करने की जिम्मेदारी ली है। गैंग का दावा है कि हमला सट्टेबाजी ऐप के प्रमोशन के कारण हुआ, लेकिन पुलिस इसे पब्लिसिटी पाने की रणनीति मानती है।
हिमांशु भाऊ कौन है? हिमांशु भाऊ एक गैंगस्टर है, जो 'किलिंग मशीन' और 'लॉरेंस बिश्नोई का सबसे बड़ा दुश्मन' के रूप में जाना जाता है। उसका गैंग 2020 से सक्रिय है और वह देश से फरार होकर अपराध चला रहा है।
एल्विस यादव के मुख्य विवाद क्या हैं? एल्विस यादव सांप के जहर वाले रेव पार्टी केस, अन्य इन्फ्लुएंसर्स के साथ झगड़े और ऑनलाइन सट्टेबाजी ऐप के प्रमोशन को लेकर जांच का सामना कर चुके हैं।
पुलिस हमले के बारे में क्या सोचती है? पुलिस का मानना है कि सट्टेबाजी ऐप का प्रमोशन हमलावरों के लिए केवल एक बहाना है। असली मकसद गैंगस्टर हिमांशु भाऊ द्वारा सेलिब्रिटी पर हमला करके पब्लिसिटी पाना और इलाके में अपना दबदबा (भौकाल) बनाना है।