मनीषा हत्याकांड: दोस्त ने खोला गहरा राज, पुलिस पर बड़े सवाल!

मनीषा हत्याकांड में दोस्त पिंकी का बड़ा खुलासा, पुलिस की लापरवाही पर गंभीर सवाल। जानें क्यों भड़का है जनता का गुस्सा और न्याय की मांग।

Aug 17, 2025 - 12:17
 0  5
मनीषा हत्याकांड: दोस्त ने खोला गहरा राज, पुलिस पर बड़े सवाल!
मनीषा हत्याकांड में दोस्त पिंकी का खुलासा, पुलिस की भूमिका पर सवाल

हरियाणा: मनीषा हत्याकांड में बचपन की दोस्त का दिल दहला देने वाला खुलासा, पुलिस प्रशासन पर गहराया संकट!

हरियाणा के भिवानी में मनीषा हत्याकांड मामले ने पूरे प्रदेश को झकझोर कर रख दिया है। लगातार चल रहे धरना-प्रदर्शनों और न्याय की मांग के बीच, अब मनीषा की बचपन की दोस्त पिंकी ने चौंकाने वाले खुलासे किए हैं। इंडिया न्यूज़ हरियाणा की टीम ने धरना स्थल पर पहुंचकर मनीषा की दोस्त से बातचीत की, जिसने उसके व्यवहार से लेकर पुलिस की कार्यप्रणाली तक, कई अहम बिंदुओं पर प्रकाश डाला है। इस घटना ने एक बार फिर पुलिस प्रशासन और सरकार की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं, जिससे जनता में भारी आक्रोश है।

मनीषा का बेदाग चरित्र: दोस्त ने खोले राज

मनीषा की क्लासमेट पिंकी ने उसके व्यक्तित्व को लेकर बेहद सकारात्मक बातें बताईं। पिंकी के अनुसार, मनीषा बेहद शांत स्वभाव की थी और किसी से ज्यादा बातचीत नहीं करती थी। वह सुबह क्लास आती, आराम से बैठती और परेड में भी जाती थी। क्लास में भी वह सबसे आगे पहली बेंच पर बैठती थी और कभी पीछे मुड़कर किसी से यह भी नहीं कहती थी कि तुम बकवास क्यों कर रही हो। पिंकी ने बताया कि मनीषा का व्यवहार इतना अच्छा था कि वह तभी जवाब देती थी जब टीचर उससे कुछ पूछते थे। पढ़ाई के मामले में वह बहुत अच्छी थी और अपनी कॉपी-किताबें भी हमेशा पूरी रखती थी। पिंकी ने पूरे एक साल मनीषा के साथ पढ़ाई की और पाया कि क्लास में उससे अच्छी लड़की कोई नहीं थी। मनीषा लड़कों से भी कभी बात नहीं करती थी, न तो स्कूल में और न ही घर जाते समय बस में।

पुलिस की भूमिका पर गंभीर सवाल: 'भागने' के आरोप का खंडन

इस मामले में पुलिस की भूमिका पर सबसे बड़े सवाल खड़े हो रहे हैं। पिंकी ने बताया कि जब मनीषा के परिजन पुलिस स्टेशन शिकायत दर्ज कराने गए थे, तो पुलिस वालों ने उन पर आरोप लगाया कि "आपकी बेटी आ जाएगी, शादी का सर्टिफिकेट लेकर"। पिंकी ने इस बात को पूरी तरह असत्य बताया और कहा कि पुलिस वालों को ऐसा नहीं कहना चाहिए था। उसका मानना है कि पुलिस का दायित्व था कि वे घरवालों की रिपोर्ट पर तुरंत कार्रवाई करते, बजाय ऐसे आरोप लगाने के। सबसे बड़ी गलती पिंकी ने पुलिस की यह बताई कि जब मनीषा ने शाम 6 बजे अपने पिताजी को फोन किया था, तो पुलिस को अपनी टीम बुलाकर पूरे कॉलेज में जांच करनी चाहिए थी कि लड़की अंदर है या नहीं।

शिक्षण संस्थान का स्टाफ और व्यवहार: क्या था माहौल?

जीनियस स्कूल के स्टाफ के बारे में पिंकी ने सकारात्मक प्रतिक्रिया दी। उसने बताया कि सोमवीर सर और हिंदी के टीचर सतवीर सर जैसे सभी स्टाफ का व्यवहार बहुत अच्छा था। फिजिकल टीचर भी बहुत अच्छे थे। यहां तक कि स्कूल के प्रिंसिपल का व्यवहार भी बहुत अच्छा बताया गया है। यह जानकारी इस क्रूर घटना के संदर्भ में महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह दर्शाती है कि स्कूल का सामान्य माहौल सकारात्मक था, जिससे इस प्रकार की घटना का होना और भी गंभीर सवाल खड़े करता है।

जनता का आक्रोश और न्याय की मांग: सड़कों पर उतरे लोग

मनीषा के साथ हुई दरिंदगी (जिसमें उसकी आंखें निकाल दी गईं, कान काट दिए गए और केवल उसका चेहरा ही दिख रहा था) ने पूरे समाज को हिला दिया है। जनता का गुस्सा साफ तौर पर देखने को मिल रहा है और लोग लगातार धरना प्रदर्शन कर रहे हैं। लोग सख्त कानून बनाने और दोषियों का एनकाउंटर करने की मांग कर रहे हैं। 2012 के निर्भया कांड का हवाला देते हुए, हर बार ऐसी दरिंदगी होने पर फांसी की सजा की मांग उठती है। जनता का कहना है कि सरकार और पुलिस प्रशासन की लापरवाही साफ नजर आ रही है।

सस्पेंशन से नहीं, बर्खास्तगी से मिलेगा न्याय: परिवार और समर्थकों की मांग

मनीषा के परिजन और समर्थक पुलिस द्वारा की गई कार्रवाई से असंतुष्ट हैं। हरियाणा सरकार ने एसपी को बदला है और हलहारू के एसएचओ सहित पांच अधिकारियों को सस्पेंड किया है। लेकिन पिंकी का कहना है कि सस्पेंड करने से क्या होगा, उन्हें तो पूरी उम्र के लिए नौकरी से ही हटा देना चाहिए। उसका मानना है कि कुछ समय के लिए सस्पेंड करने के बाद वे फिर वापस आएंगे और किसी और के साथ भी ऐसा ही कर सकते हैं। जनता की मांग है कि सिर्फ सस्पेंड करने से न्याय नहीं मिलेगा, बल्कि दोषियों को नौकरी से बर्खास्त किया जाना चाहिए।

कॉलेज पर एक्शन की मांग: 'आग लगा दो ऐसे कॉलेज को'

जनता में कॉलेज के प्रति भी भारी गुस्सा है, जहां यह जघन्य घटना हुई। मनीषा की दोस्त पिंकी और अन्य लोग ऐसे कॉलेज को बंद कर देने या यहां तक कि "आग लगा देने" की मांग कर रहे हैं, क्योंकि उनका मानना है कि ऐसा कॉलेज किसी काम का नहीं है। लोगों का आरोप है कि पुलिस प्रशासन ने उस कॉलेज की बिल्डिंग की तो चिंता की, लेकिन उस बेटी की चिंता नहीं की जिसे इतनी दरिंदगी से मारा गया। धरना प्रदर्शन करने वाले लोगों ने अल्टीमेटम दिया है कि जब तक मनीषा को न्याय नहीं मिल जाता और उसकी ओरिजिनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट नहीं आ जाती, तब तक यह प्रदर्शन जारी रहेगा। आसपास के गांवों से लोग लगातार धरना स्थल पर पहुंच रहे हैं और न्याय की लड़ाई लड़ते रहेंगे।

6. FAQs

Q1: मनीषा हत्याकांड क्या है? A1: मनीषा हत्याकांड हरियाणा के भिवानी में एक महिला शिक्षक मनीषा की नृशंस हत्या का मामला है। इस घटना ने व्यापक रोष पैदा किया है, और मनीषा की दोस्त ने पुलिस की भूमिका और मनीषा के चरित्र के बारे में महत्वपूर्ण खुलासे किए हैं।

Q2: मनीषा की दोस्त पिंकी ने क्या खुलासे किए हैं? A2: मनीषा की दोस्त पिंकी ने बताया कि मनीषा का व्यवहार बहुत अच्छा, शांत और पढ़ाई में तेज था। वह किसी लड़के से बात नहीं करती थी। पिंकी ने पुलिस के इस आरोप का भी खंडन किया कि मनीषा भाग गई होगी, और पुलिस की निष्क्रियता पर सवाल उठाए।

Q3: पुलिस की भूमिका पर क्या सवाल उठ रहे हैं? A3: पुलिस पर मनीषा के माता-पिता के प्रति असंवेदनशील टिप्पणी करने का आरोप है। सबसे बड़ा सवाल यह है कि मनीषा द्वारा पिताजी को फोन करने के बाद पुलिस ने तुरंत कॉलेज में जाकर पूरी तरह जांच क्यों नहीं की।

Q4: जनता मनीषा हत्याकांड में क्या मांग कर रही है? A4: जनता मनीषा के हत्यारों के लिए सख्त कानून, फांसी की सजा और दोषियों का एनकाउंटर करने की मांग कर रही है। लोग पुलिस अधिकारियों के केवल निलंबन से असंतुष्ट हैं और उनकी स्थायी बर्खास्तगी की मांग कर रहे हैं।

Q5: मनीषा के कॉलेज और स्टाफ का व्यवहार कैसा बताया गया है? A5: मनीषा की दोस्त पिंकी के अनुसार, जीनियस स्कूल के सभी स्टाफ और प्रिंसिपल का व्यवहार बहुत अच्छा था। इसके बावजूद, कॉलेज में हुई भयावह घटना ने जनता को कॉलेज को बंद करने या कड़ी कार्रवाई की मांग करने पर मजबूर कर दिया है।


Neeraj Ahlawat Neeraj Ahlawat is a seasoned News Editor from Panipat, Haryana, with over 10 years of experience in journalism. He is known for his deep understanding of both national and regional issues and is committed to delivering accurate and unbiased news.