हरियाणा मौसम अलर्ट: भारी बारिश से हाहाकार, स्कूल बंद, कई जिलों में बाढ़ का खतरा
हरियाणा मौसम अलर्ट! भारी बारिश और जलभराव से जनजीवन अस्त-व्यस्त। जानें अपने शहर का हाल, स्कूल खुले या बंद और आगामी मौसम का पूर्वानुमान। सतर्क रहें।

दैनिक रियल्टी ब्यूरो | By: Neeraj Ahlawat Date: | 05 Sep 2025
हरियाणा में लगातार हो रही भारी बारिश के कारण जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ है। मौसम विभाग ने पूरे राज्य में हरियाणा मौसम अलर्ट जारी किया है, जिसमें कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। 5 सितंबर तक स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे छात्रों और अभिभावकों को राहत मिली है, लेकिन दूसरी ओर लगातार जलभराव से लोगों की मुश्किलें बढ़ गई हैं। गुरुग्राम, फरीदाबाद, अंबाला जैसे प्रमुख शहरों में सड़कें पानी से लबालब हैं, और कई स्थानों पर सामान्य से कहीं अधिक बारिश दर्ज की गई है। प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।
राज्य के विभिन्न क्षेत्रों में भयंकर बरसात के चलते हाहाकार मचा हुआ है। मौसम विभाग की मानें तो इस बार मानसून ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। जहां सामान्य रूप से 31 अगस्त तक 353 मि.मी. बारिश होती थी, वहीं इस बार 465 मि.मी. दर्ज की गई है। हरियाणा मौसम अलर्ट (Haryana Mausam Alert) के तहत अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर, करनाल, कुरुक्षेत्र, कैथल, पानीपत, जींद जिलों में हवाओं के साथ गरज-चमक और हल्की से मध्यम बरसात की संभावना है, कुछ स्थानों पर तेज बारिश भी देखने को मिल सकती है। दिल्ली से छोड़े गए पानी के कारण भी संकट बढ़ गया है और राज्य में अब तक 11 लोगों की दुखद मौत की खबरें हैं। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने हिसार, पंचकूला, अंबाला और रोहतक के सभी स्कूलों को बंद करने के निर्देश दिए हैं। अंबाला शहर के ठोक बाजार, कोर्ट रोड, मॉडल टाउन और कई सरकारी दफ्तरों में पानी भर गया है। फरीदाबाद में यमुना नदी खतरे के निशान तक पहुंच गई है। अगले 3 घंटों के दौरान फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर, जींद, करनाल, कुरुक्षेत्र, नूंह, पलवल, सोनीपत, पानीपत, रोहतक, रेवाड़ी, यमुनानगर में बारिश की संभावना है। दक्षिणी हरियाणा में एक साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है, और बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाओं के कारण मानसून की सक्रियता 6 सितंबर तक बनी रहेगी।
लगातार बारिश के कारण गुरुग्राम जैसे बड़े शहरों में जलमग्न की स्थिति है। हरियाणा और पंजाब को जोड़ने वाली हासी-बरवाला के बीच नेशनल हाईवे पर इतना पानी जमा हो गया है कि हाईवे पूरी तरह से बंद हो गया है। पहाड़ी इलाकों में बादल फटने और मूसलाधार बारिश से बाढ़ के मामले सामने आए हैं, जिससे लोगों को काफी नुकसान हुआ है। महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम और फरीदाबाद में येलो अलर्ट जारी किया गया है। चंडीगढ़ ने महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात, पलवल जैसे चार जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। यमुनानगर से सटे हरियाणा के छह जिलों – यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, पलवल – पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इन क्षेत्रों में हजारों एकड़ फसलें पानी में डूब चुकी हैं। सिरसा जिले में घग्गर नदी का जलस्तर 5000 क्यूसेक बढ़कर खतरे के निशान से 8000 क्यूसेक ऊपर बह रहा है। यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज से 2.29 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना के आसपास के क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। बोरनी, बरवाला, पिंजौर, रायपुर रानी, छछरौली, टोहाना और शाहबाद ब्लॉक में भी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। मौसम विभाग ने आगामी 36 घंटों के दौरान भारी बरसात को लेकर अलर्ट जारी किया है और बाढ़ की आशंका जताई है, इसलिए सावधानी बरतने की सलाह दी गई है।
हरियाणा में बारिश से हाहाकार, स्कूल बंद और बाढ़ जैसे हालात
हरियाणा के विभिन्न क्षेत्रों में भारी भयंकर बरसात के चलते जनजीवन बुरी तरह प्रभावित है। मौसम विभाग ने 5 सितंबर तक स्कूलों को बंद रखने के निर्देश दिए हैं। गुरुग्राम, फतेहाबाद के खंड भूना, झाल, टोहाना अंतर्गत आने वाले राजकीय विद्यालयों में 3 से 5 सितंबर तक अवकाश घोषित किया गया। हिसार, पंचकूला, अंबाला, रोहतक के सभी स्कूल भी बंद कर दिए गए हैं। अंबाला शहर के ठोक बाजार, कोर्ट रोड, मॉडल टाउन और कई सरकारी दफ्तरों में पानी भर गया है। हरियाणा में लगातार बारिश के कारण कई क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात हैं।
प्रमुख शहरों में जलभराव और येलो/ऑरेंज अलर्ट जारी
गुरुग्राम जैसे बड़े शहरों में जलमग्न देखने को मिल रहा है। फरीदाबाद, गुरुग्राम, झज्जर, जींद, करनाल, कुरुक्षेत्र, नूंह, पलवल, सोनीपत, पानीपत, रोहतक, रेवाड़ी, यमुनानगर में अगले 3 घंटों तक बारिश की संभावना है। महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, झज्जर, गुरुग्राम और फरीदाबाद में येलो अलर्ट जारी किया गया है। वहीं, चंडीगढ़ ने महेंद्रगढ़, रेवाड़ी, मेवात, पलवल में ऑरेंज अलर्ट जारी किया है, जो हरियाणा मौसम अलर्ट की गंभीरता को दर्शाता है। सिरसा, फतेहाबाद, झज्जर, रोहतक, भिवानी जैसे जिलों में भी जल भराव की स्थिति बनी हुई है।
मौसम विभाग की चेतावनी: आगामी 7 सितंबर तक सक्रिय रहेगा मानसून
मौसम विभाग के अनुसार, दक्षिणी हरियाणा में साइक्लोनिक सर्कुलेशन बना हुआ है। बंगाल की खाड़ी से आ रही नमी भरी हवाओं के कारण राज्य में मानसून की सक्रियता 6 सितंबर तक बनी रहेगी। उत्तर भारत में दक्षिण-पश्चिम मानसून सक्रिय रहने के साथ मौसम में बदलाव देखा जा रहा है। आगामी 7 सितंबर तक उत्तर भारत के लिए बारिश को लेकर अलर्ट जारी किया गया है। अगले 24 घंटों के दौरान अंबाला समेत मौसम में बदलाव आने की संभावना है। 4 से 6 सितंबर तक कई जगहों पर हल्की से मध्यम बरसात और बिजली गिरने की भी संभावना है।
नदियाँ उफान पर, जानें किन जिलों पर मंडरा रहा बाढ़ का खतरा
हरियाणा में कई नदियाँ उफान पर हैं। फरीदाबाद में यमुना नदी खतरे के निशान तक पहुंच गई है। सिरसा जिले के घग्गर नदी के जलस्तर में 5000 क्यूसेक की वृद्धि हुई है, और यह खतरे के निशान से करीब 8000 क्यूसेक ऊपर बह रही है। यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज में 2.29 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने के कारण यमुना के आसपास के क्षेत्रों में हाई अलर्ट जारी किया गया है। यमुनानगर से सटे हरियाणा के छह जिले – यमुनानगर, करनाल, पानीपत, सोनीपत, फरीदाबाद, पलवल – पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है। इन क्षेत्रों में हजारों एकड़ की फसलें पानी में डूब चुकी हैं।
रिकॉर्ड तोड़ बारिश और प्रशासन की तैयारी
इस बार मानसून ने हरियाणा में सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। 31 अगस्त तक सामान्य से 353 मि.मी. बरसात होती थी, लेकिन इस बार 465 मि.मी. रिकॉर्ड की गई है। हरियाणा मौसम अलर्ट के साथ भारी बरसात की गतिविधियों को लेकर चेतावनी जारी की गई है। प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड पर है, लेकिन बारिश रुकने का नाम नहीं ले रही है। बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन ने सावधानी बरतने के निर्देश दिए हैं। लोगों को बिना वजह घर से बाहर न निकलने, पेड़ के नीचे न रुकने और बिजली के खंभों से दूर रहने की सलाह दी गई है।
FAQs
Q1: हरियाणा मौसम अलर्ट क्यों जारी किया गया है? A1: हरियाणा मौसम अलर्ट राज्य में भारी और भयंकर बारिश, व्यापक जलभराव और बाढ़ जैसे हालातों के कारण जारी किया गया है। मौसम विभाग ने मानसून की असाधारण सक्रियता और रिकॉर्ड तोड़ बारिश को देखते हुए यह चेतावनी जारी की है, ताकि लोग सतर्क रहें और सुरक्षित रहें।
Q2: हरियाणा में किन जिलों में स्कूलों को बंद किया गया है? A2: हरियाणा मौसम अलर्ट के तहत, हिसार, पंचकूला, अंबाला, रोहतक के सभी स्कूल बंद कर दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, फतेहाबाद के खंड भूना, झाल, टोहाना के राजकीय विद्यालयों में 3 से 5 सितंबर तक अवकाश घोषित किया गया है। बोरनी, बरवाला, पिंजौर, रायपुर रानी, छछरौली, टोहाना और शाहबाद ब्लॉक में भी स्कूल बंद हैं।
Q3: क्या हरियाणा में नदियाँ खतरे के निशान पर हैं? A3: हाँ, हरियाणा मौसम अलर्ट के बीच कई नदियाँ खतरे के निशान पर हैं। फरीदाबाद में यमुना नदी खतरे के निशान तक पहुंच चुकी है। सिरसा जिले में घग्गर नदी का जलस्तर खतरे के निशान से ऊपर बह रहा है, और यमुनानगर के हथिनीकुंड बैराज से पानी छोड़े जाने के कारण यमुना के आसपास के क्षेत्रों में हाई अलर्ट है।
Q4: आगामी दिनों में हरियाणा का मौसम कैसा रहेगा? A4: मौसम विभाग के अनुसार, हरियाणा मौसम अलर्ट 6 सितंबर तक सक्रिय मानसून गतिविधियों के साथ जारी रहेगा। 7 सितंबर तक उत्तर भारत में बारिश की संभावना है। अंबाला, पंचकूला, यमुनानगर जैसे जिलों में गरज-चमक के साथ हल्की से मध्यम बारिश और कुछ स्थानों पर तेज बारिश की उम्मीद है। मौसम में ठंडक बनी रहेगी।
Q5: हरियाणा में भारी बारिश से बचने के लिए क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? A5: हरियाणा मौसम अलर्ट के दौरान, लोगों को सतर्क रहने की सलाह दी गई है। बिना वजह घर से बाहर न निकलें, पेड़ के नीचे या बिजली के खंभों के पास खड़े न हों। जलभराव वाले इलाकों से बचें और प्रशासन द्वारा जारी निर्देशों का पालन करें। निचली बस्तियों और नदी किनारे रहने वाले लोग विशेष रूप से सावधान रहें।