Manisha Murder Case : सीबीआई ने भिवानी में तेज़ की जांच, न्याय की उम्मीद जगी, परिवार को मिला भरोसा
Manisha Murder Case :सीबीआई जांच हुई तेज, हर पहलू को बारीकी से खंगाल रही टीम। पीड़िता के परिवार को मिला न्याय का भरोसा।

By: दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: | 07 Sep 2025
Manisha Murder Case : सीबीआई ने कसी कमर: जांच में तेजी
भिवानी की लेडी टीचर मनीषा की दुखद मौत के मामले में केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) ने अपनी जांच को अब और भी तेज़ी दे दी है। इस संवेदनशील मामले की तह तक पहुंचने के लिए सीबीआई की टीम हर एक पहलू को बेहद बारीकी से खंगाल रही है और एक-एक कड़ी को जोड़कर आगे बढ़ रही है। शनिवार को, सीबीआई की एक विशेष टीम ने मनीषा के प्ले स्कूल, कॉलेज और उसके परिवार से मुलाकात कर इस पूरे केस से जुड़े हर महत्वपूर्ण बिंदु की गहन पड़ताल की। इस जांच में तेजी आने के बाद अब मनीषा के परिवार के साथ-साथ आम जनता को भी जल्द न्याय मिलने की उम्मीदें बढ़ गई हैं। अधिकारियों ने मनीषा के पिता संजय को भरोसा दिलाया है कि उन्हें न्याय अवश्य मिलेगा। यह एक महत्वपूर्ण मोड़ है जो इस मामले को एक नई दिशा दे रहा है, जहां पहले कई सवाल अनुत्तरित थे, अब उनके जवाब मिलने की संभावना प्रबल हो गई है। सीबीआई का यह कदम न केवल मामले की गंभीरता को दर्शाता है बल्कि यह भी बताता है कि वे किसी भी कीमत पर सच्चाई तक पहुंचने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
वारदात स्थल से लेकर परिवार तक, हर पहलू खंगाला
सीबीआई की छह सदस्यीय टीम, जो दो गाड़ियों में पहुंची थी, ने सबसे पहले ढिंगगावा रेस्ट हाउस में रुककर प्रारंभिक जानकारी जुटाई। इसके बाद टीम सीधे वारदात स्थल पर पहुंची और उसका मुआयना किया। हालांकि, सूत्रों के अनुसार, खेत में अब बारिश का पानी भरा हुआ है और पैरों व गाड़ियों के टायरों के निशान पूरी तरह से मिट चुके हैं। फिर भी, शव मिलने के समय फोरेंसिक साइंस लेबोरेटरी (FSL) टीम ने सभी आवश्यक सबूत जुटाकर वीडियोग्राफी कर ली थी, जो अब सीबीआई के लिए महत्वपूर्ण हो सकते हैं। सीबीआई अधिकारियों ने घटनास्थल का लगभग 20 मिनट तक निरीक्षण किया। इसके बाद, टीम मनीषा के घर पहुंची, जहां उन्होंने मनीषा के पिता संजय और अन्य परिजनों से लगभग 40 मिनट तक विस्तृत पूछताछ की। पिता संजय ने बताया कि सीबीआई अधिकारियों ने मनीषा की दिनचर्या और उसकी मौत से जुड़े सभी महत्वपूर्ण सवाल पूछे। उन्होंने परिवार को यह भरोसा भी दिलाया कि न्याय मिलेगा और पूछताछ के लिए अकेले बुलाए जाने पर डरने की कोई जरूरत नहीं है। यह परिवार के लिए एक बड़ी राहत है, जो न्याय की आस लगाए बैठा है।
प्ले स्कूल और कॉलेज में भी पहुंची सीबीआई जांच टीम
मनीषा के घर से निकलने के बाद, सीबीआई टीम उस प्ले स्कूल गई जहां मनीषा एक टीचर के रूप में काम करती थी। टीम ने स्कूल संचालक से गहन पूछताछ की और मनीषा के कार्यकाल का अटेंडेंस रजिस्टर भी अपने कब्जे में ले लिया। यह रजिस्टर मनीषा की उपस्थिति और उसके काम के पैटर्न से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी प्रदान कर सकता है, जो जांच में सहायक होगा। इसके बाद, मनीषा मर्डर केस सीबीआई टीम उस कॉलेज में भी पहुंची जहां मनीषा ने एडमिशन लेने के लिए आवेदन किया था। कॉलेज प्रबंधन से भी पूछताछ की गई और उन्हें आगे की जांच में सहयोग करने के लिए तैयार रहने को कहा गया है। इन सभी स्थानों का निरीक्षण और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ यह दर्शाती है कि सीबीआई इस मामले की जड़ों तक पहुंचने के लिए कोई कसर नहीं छोड़ रही है। वे उन सभी कड़ियों को जोड़ने का प्रयास कर रहे हैं जो मनीषा के जीवन और उसकी मौत से प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से जुड़ी हो सकती हैं।
पिता संजय को न्याय का भरोसा, अभी तीसरे पोस्टमार्टम पर सस्पेंस
मनीषा के पिता संजय ने सीबीआई अधिकारियों द्वारा दिए गए भरोसे पर संतोष व्यक्त किया है। उन्हें उम्मीद है कि अब जल्द ही उनकी बेटी को न्याय मिल पाएगा। हालांकि, मनीषा के तीसरे पोस्टमार्टम को लेकर अभी तक परिवार को कोई जानकारी नहीं दी गई है। यह एक ऐसा पहलू है जिस पर अभी भी स्पष्टता का इंतजार है और परिवार इस संबंध में अपडेट की उम्मीद कर रहा है। पिछले तीन दिनों से सीबीआई की टीम भिवानी के रेस्ट हाउस में ही ठहरी हुई थी और पुलिस से मामले से जुड़े सभी दस्तावेज और तथ्य जुटा रही थी। शनिवार को पहली बार टीम फील्ड पर उतरी और एक ही दिन में उन सभी स्थानों का निरीक्षण किया जिनका मनीषा की मौत से सीधा संबंध था। इस क्रमबद्ध और विस्तृत जांच प्रक्रिया से यह साफ है कि सीबीआई तथ्यों के आधार पर एक मजबूत केस तैयार कर रही है।
कब और कैसे हुई थी मनीषा की मौत? पूरा घटनाक्रम
ढाणी लक्ष्मण निवासी 19 वर्षीय मनीषा 11 अगस्त की सुबह अपने घर से प्ले स्कूल जाने के लिए निकली थी। 12 अगस्त को, उसके पिता संजय ने लोहारू थाने में अपनी बेटी के लापता होने की रिपोर्ट दर्ज कराई थी। इसके एक दिन बाद, यानी 13 अगस्त को, मनीषा का शव सिंघानी नहर के पास एक बाजरे के खेत में बेहद बुरी हालत में मिला था। यह घटनाक्रम पूरे क्षेत्र में एक सदमे की लहर छोड़ गया था और तभी से परिवार और स्थानीय लोग न्याय की मांग कर रहे हैं। सीबीआई टीम ने शनिवार को चुनिंदा लोगों से ही बातचीत की और वारदात स्थल का निरीक्षण करने के बाद टीम अकेले ही मनीषा के घर पहुंची। वहां उन्होंने पिता, दादा सहित कुछ परिजनों से मुलाकात की। इसके बाद प्ले स्कूल संचालक और कॉलेज प्रबंधक से भी पूछताछ की गई। टीम ने सभी को जांच में सहयोग करने और भविष्य में पूछताछ के लिए तैयार रहने को कहा है।
भिवानी में सीबीआई की रणनीति: न्याय की उम्मीदें
सीबीआई की यह रणनीति बेहद स्पष्ट है – तथ्यों को जुटाना, हर संभावित गवाह से बात करना और हर उस स्थान की पड़ताल करना जो इस मामले से जुड़ा हो। जिस तरह से मनीषा मर्डर केस सीबीआई टीम ने एक ही दिन में कई महत्वपूर्ण स्थानों का दौरा किया और संबंधित व्यक्तियों से पूछताछ की है, उससे यह साफ संकेत मिलता है कि वे जल्द से जल्द इस मामले को सुलझाना चाहते हैं। भिवानी में सीबीआई की उपस्थिति और उनकी सक्रिय जांच से अब यह उम्मीद लगाई जा रही है कि मनीषा को जल्द ही न्याय मिल जाएगा। यह जांच केवल एक हत्या के मामले तक सीमित नहीं है, बल्कि यह एक परिवार की उम्मीद और न्याय प्रणाली में जनता के विश्वास का प्रतीक भी है। सभी को इंतजार है कि सीबीआई जांच जल्द ही सच्चाई उजागर करेगी और दोषियों को उनके किए की सजा मिलेगी।