नशे पर बड़ा प्रहार: हरियाणा के CM और स्पीकर साइकिल से पहुंचे विधानसभा, जानिए 'नशा मुक्त हरियाणा' अभियान की पूरी कहानी
हरियाणा में नशे के खिलाफ सरकार का जन आंदोलन तेज. CM सैनी और स्पीकर साइकिल से विधानसभा पहुंचे, 'नशा मुक्त हरियाणा' अभियान से लाखों युवा जुड़ रहे. जानें पूरी मुहिम.

दैनिक रियल्टी ब्यूरो | By: Neeraj Ahlawat Publish Date: 26 Aug 2025
हरियाणा में नशे के खिलाफ जन आंदोलन तेज, CM सैनी और स्पीकर का अनूठा संदेश
चंडीगढ़: हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और विधानसभा स्पीकर ने आज एक अनूठी पहल करते हुए विधायक हॉस्टल से हरियाणा विधानसभा तक साइकिल चलाकर पहुंचे। यह प्रतीकात्मक यात्रा राज्य में नशे के खिलाफ चल रहे जन आंदोलन 'नशा मुक्त हरियाणा' और 'उदय हरियाणा' को एक बड़ा संदेश देने के लिए थी। मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि सरकार लगातार विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से आम नागरिकों को नशे के खिलाफ जागरूक करने का काम कर रही है, जिसमें लाखों युवा, वरिष्ठ नागरिक और महिलाएं बढ़-चढ़कर हिस्सा ले रहे हैं।
मुख्यमंत्री सैनी और स्पीकर का साइकिल संदेश: क्यों था यह अनोखा कदम?
मुख्यमंत्री सैनी और विधानसभा स्पीकर का साइकिल पर विधानसभा पहुंचना सिर्फ एक यात्रा नहीं थी, बल्कि राष्ट्र निर्माण और एक स्वस्थ समाज के प्रति प्रतिबद्धता का प्रतीक था। स्पीकर ने इस पहल को राष्ट्र निर्माण की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम बताया। उनका मानना है कि यदि युवा नशे से दूर रहेंगे, तो न केवल उनकी तरक्की होगी, बल्कि उनके परिवार और पूरा समाज भी प्रगति करेगा। यह आयोजन समाज के लिए एक बड़ा संदेश है कि सभी को अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत रहना चाहिए और नशे से दूर रहना चाहिए। यह पहल विधानसभा के अंदर सभी विधायकों को भी नशे के खिलाफ एकजुट होने का आवाहन करती है।
'उदय हरियाणा' और नशे के खिलाफ जन आंदोलन: सरकार के बड़े प्रयास
हरियाणा सरकार ने 'उदय हरियाणा' योजना के माध्यम से नशे के खिलाफ एक बड़ा जन आंदोलन खड़ा किया है। इस मुहिम में लाखों की संख्या में युवा साइकिल यात्राओं और मैराथन में भाग ले रहे हैं। मुख्यमंत्री सैनी ने जिक्र किया कि पूर्व मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर ने भी इस नशे को जड़ से खत्म करने और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की मुहिम को आगे बढ़ाने के लिए 'हरियाणा उदय' जैसी योजनाएं बनाई थीं। सरकार का लक्ष्य है कि हर नागरिक अपनी जिम्मेदारी निभाए और परिश्रम करते हुए विकसित भारत की यात्रा में योगदान दे। यह एक राष्ट्रीय समस्या बन चुकी है, जिसके लिए सरकार गंभीरता से काम कर रही है।
साइक्लोथॉन और मैराथन: युवाओं की भागीदारी से मिली नई ऊर्जा
नशे के खिलाफ जागरूकता फैलाने के लिए सरकार बड़े पैमाने पर साइक्लोथॉन और मैराथन का आयोजन कर रही है। हाल ही में, हिसार से शुरू होकर पूरे हरियाणा प्रदेश में घूमी साइक्लोथॉन का सिरसा में समापन हुआ। मुख्यमंत्री सैनी ने बताया कि डबवाली में आयोजित मैराथन में हजारों युवाओं ने हिस्सा लिया, जिसमें 5 किलोमीटर, 10 किलोमीटर और 20 किलोमीटर की दौड़ शामिल थी। इन आयोजनों में युवा, वरिष्ठ नागरिक और महिलाएं सभी उत्साहपूर्वक भाग ले रहे हैं, जो एक बड़ी खुशी की बात है। मुख्यमंत्री खुद हर महीने किसी न किसी जिले में ऐसे मैराथन कार्यक्रमों का आयोजन करते हैं।
विपक्ष और नशे की समस्या: क्या हैं आरोप-प्रत्यारोप?
जहां सरकार नशे के खिलाफ मुहिम चला रही है, वहीं विपक्ष सरकार पर सवाल उठा रहा है। विपक्ष का कहना है कि हरियाणा में नशे से हालात खराब हैं और पंजाब के हालात बेहतर हैं। मुख्यमंत्री सैनी ने विपक्ष के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि विपक्ष की आम आदमी पार्टी और पंजाब सरकार से साठगांठ है और वे अच्छे कामों का विरोध करते हैं। उन्होंने यह भी कहा कि सरकार पूरी चर्चा के लिए तैयार है और विपक्ष के एक-एक सवाल का जवाब देगी। स्पीकर ने सभी जनप्रतिनिधियों से नशे के खिलाफ इस यात्रा में सहयोग की अपील की, और उम्मीद जताई कि सदन के सभी सदस्य, चाहे वे पक्ष के हों या विपक्ष के, इस महत्वपूर्ण कार्य में योगदान देंगे।
राष्ट्र निर्माण में नशे से मुक्ति का महत्व: स्पीकर का संदेश
विधानसभा स्पीकर ने जोर देकर कहा कि नशे से मुक्ति सिर्फ एक व्यक्ति या परिवार का मुद्दा नहीं है, बल्कि यह समाज और अंततः राष्ट्र निर्माण से जुड़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि जब समाज में सभी लोग अपने स्वास्थ्य के प्रति सचेत होंगे और नशे से दूर रहेंगे, तो निश्चित रूप से राष्ट्र निर्माण की दिशा में यह एक बहुत महत्वपूर्ण कदम होगा। इसी उद्देश्य से हरियाणा विधानसभा में युवा मामलों की एक समिति भी गठित की गई है, ताकि वह सरकार को और अच्छे सुझाव दे सके और जनभागीदारी बढ़ा सके। सरकार का मानना है कि यह सभी की सामूहिक जिम्मेदारी है कि वे समाज की भलाई और जनहित के कार्यों में सहयोग करें।
सामाजिक संस्थाएं और पंचायतों का योगदान: कैसे बन रहा जन-आंदोलन?
नशे के खिलाफ इस बड़ी मुहिम में केवल सरकार ही नहीं, बल्कि सामाजिक संस्थाएं, संतगण और ग्राम पंचायतें भी सक्रिय रूप से सहयोग कर रही हैं। ये सभी मिलकर समाज में जागरूकता लाने के लिए अलग-अलग गतिविधियां कर रहे हैं, जिससे यह वास्तव में एक जन आंदोलन का रूप ले रहा है। सरकार सख्त कार्रवाई भी कर रही है और नशे फैलाने वाले लोगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई कर उन्हें सलाखों के पीछे भेजा जा रहा है।
FAQs
Q1: हरियाणा सरकार नशे के खिलाफ क्या अभियान चला रही है? A1: हरियाणा सरकार 'उदय हरियाणा' के माध्यम से नशे के खिलाफ एक जन आंदोलन चला रही है, जिसमें साइक्लोथॉन, मैराथन और विभिन्न जागरूकता कार्यक्रम शामिल हैं।
Q2: मुख्यमंत्री और स्पीकर साइकिल से विधानसभा क्यों गए थे? A2: यह एक प्रतीकात्मक पहल थी, जो नशे के खिलाफ जन आंदोलन को बढ़ावा देने, युवाओं को प्रेरित करने और राष्ट्र निर्माण में स्वास्थ्य के महत्व का संदेश देने के लिए थी।
Q3: साइक्लोथॉन और मैराथन में कौन-कौन भाग ले रहा है? A3: इन आयोजनों में लाखों की संख्या में युवा, वरिष्ठ नागरिक और महिलाएं बढ़-चढ़कर भाग ले रहे हैं, जिससे यह एक व्यापक जनभागीदारी वाली मुहिम बन गई है।
Q4: विपक्ष नशे की समस्या पर क्या कह रहा है? A4: विपक्ष का आरोप है कि हरियाणा में नशे के हालात खराब हैं और सरकार इस पर पर्याप्त ध्यान नहीं दे रही है, जबकि मुख्यमंत्री इन आरोपों को खारिज करते हैं।
Q5: नशे से मुक्ति राष्ट्र निर्माण के लिए कैसे महत्वपूर्ण है? A5: विधानसभा स्पीकर के अनुसार, यदि युवा नशे से दूर रहेंगे और स्वस्थ रहेंगे, तो वे परिवार, समाज और अंततः राष्ट्र की तरक्की में महत्वपूर्ण योगदान दे पाएंगे।