पुतिन-ट्रंप की अलास्का मुलाकात: भारत ने पलटा खेल, यूक्रेन युद्ध खत्म होने से देश को मिलेंगे बड़े फायदे!
15 अगस्त को अलास्का में होने वाली पुतिन-ट्रंप मुलाकात का भारत ने किया स्वागत। जानें कैसे

दुनिया की नजरें अलास्का पर: 15 अगस्त को ट्रंप-पुतिन की मुलाकात से बदलेंगे वैश्विक समीकरण?
जब भारत 15 अगस्त को अपना स्वतंत्रता दिवस मना रहा होगा, ठीक उसी दिन दुनिया की दो बड़ी हस्तियां, रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप, अमेरिका के अलास्का में एक महत्वपूर्ण मुलाकात करने जा रहे हैं। इस बैठक का मुख्य उद्देश्य यूक्रेन के साथ जारी युद्ध का समाधान खोजना है। हालांकि, इस हाई-प्रोफाइल मुलाकात का सबसे बड़ा असर भारत पर पड़ सकता है। दिलचस्प बात यह है कि इस बहुप्रतीक्षित बैठक से ठीक पहले भारत ने एक बड़ा रणनीतिक दांव चलकर पूरा खेल पलट दिया है।
अलास्का क्यों बना पुतिन-ट्रंप मुलाकात का केंद्र? जानें बड़ा कारण
पुतिन और ट्रंप की इस आमने-सामने की मुलाकात के लिए अलास्का को चुना गया है क्योंकि यह रूस से मात्र 88 किलोमीटर दूर है और अब अमेरिका का हिस्सा है। 1741 में रूसी खोजकर्ताओं ने अलास्का की खोज की थी, जिसे रूस ने 1867 में अमेरिका को 72 मिलियन डॉलर में बेच दिया था। इस स्थान के चुनाव का एक बड़ा कारण अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) द्वारा पुतिन के खिलाफ जारी गिरफ्तारी वारंट है। ICC ने पुतिन पर यूक्रेन में युद्ध अपराधों का आरोप लगाया है। चूँकि अमेरिका ICC का सदस्य नहीं है, पुतिन की गिरफ्तारी का वारंट अलास्का में लागू नहीं होगा। इसी सुरक्षा के कारण व्लादिमीर पुतिन कुछ ही हफ्तों में भारत का दौरा भी करने वाले हैं, क्योंकि भारत भी ICC का सदस्य नहीं है।
यूक्रेन युद्ध खत्म होने से भारत को मिलेंगे ये बड़े फायदे
भारत ने पुतिन और ट्रंप की इस आगामी बैठक का खुले दिल से स्वागत किया है। यदि इस बैठक में यूक्रेन युद्ध पर कोई बड़ा फैसला होता है और युद्ध समाप्त होता है, तो भारत की मुश्किलें आसान हो जाएंगी। डोनल्ड ट्रंप ने भारत पर कुल 50% टैरिफ लगाया है, जिसमें से 25% टैरिफ सीधे तौर पर रूस से तेल खरीदने को आधार बनाकर लगाया गया था। युद्ध समाप्त होने पर इस 25% टैरिफ का आधार खत्म हो जाएगा। हालांकि, बाकी 25% टैरिफ लगा रह सकता है, क्योंकि इसके बदले ट्रंप ने भारतीय बाजार में प्रवेश की मांग की है।
भारत का मास्टरस्ट्रोक: रूसी हथियारों की तारीफ, अमेरिकी को झटका
पुतिन और ट्रंप की मुलाकात से पहले, भारत ने एक ऐसा बयान दिया है जिसने बैठक में पुतिन को ट्रंप से अधिक शक्तिशाली स्थिति में ला खड़ा किया है। भारतीय वायु सेना के चीफ ए.पी. सिंह ने अचानक खुलासा किया कि भारत ने रूस के S-400 एयर डिफेंस सिस्टम का इस्तेमाल कर पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमानों को मार गिराया है। ए.पी. सिंह ने यह भी बताया कि भारत ने S-400 के जरिए एक विश्व रिकॉर्ड बनाया है, जिसमें पाकिस्तान के एक सर्विलांस एयरक्राफ्ट को 300 किलोमीटर की दूरी से मार गिराया गया। यह ऐसा कारनामा है जो रूस भी अब तक S-400 से नहीं कर पाया है। इसके अतिरिक्त, उन्होंने यह भी बताया कि पाकिस्तान में खड़े अमेरिकी F-16 लड़ाकू विमानों को भी नुकसान पहुंचाया गया है। यह बयान ऐसे समय में आया है जब पुतिन और ट्रंप मिलने वाले हैं। भारतीय वायुसेना ने एक तरह से रूसी हथियारों (S-400) की ताकत की तारीफ की है और अमेरिकी हथियारों (F-16) की कमजोरी की ओर इशारा किया है, जिससे ट्रंप-पुतिन बातचीत में रूस का पक्ष मजबूत हुआ है।
FAQ Section:
प्रश्न: पुतिन और ट्रंप अलास्का में कब और क्यों मिल रहे हैं? उत्तर: रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप 15 अगस्त को अमेरिका के अलास्का में मिल रहे हैं ताकि यूक्रेन युद्ध का समाधान निकाला जा सके। अलास्का को इसलिए चुना गया क्योंकि अमेरिका अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) का सदस्य नहीं है, जिससे पुतिन के खिलाफ ICC का गिरफ्तारी वारंट वहां लागू नहीं होगा।
प्रश्न: पुतिन के खिलाफ गिरफ्तारी वारंट किसने जारी किया है? उत्तर: अंतर्राष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (ICC) ने पुतिन पर यूक्रेन में युद्ध अपराधों के आरोप में गिरफ्तारी वारंट जारी किया है।
प्रश्न: इस मुलाकात से भारत को क्या प्रमुख फायदे मिल सकते हैं? उत्तर: यदि यूक्रेन युद्ध समाप्त होता है, तो भारत पर लगे 25% टैरिफ का आधार खत्म हो जाएगा जो रूस से तेल खरीदने के कारण लगा था। यह भारत की आर्थिक मुश्किलों को कम करेगा।
प्रश्न: भारत ने इस मुलाकात से पहले क्या बड़ा कदम उठाया है? उत्तर: भारतीय वायुसेना चीफ ए.पी. सिंह ने बताया कि भारत ने रूस के S-400 सिस्टम से पाकिस्तान के पांच लड़ाकू विमान गिराए और 300 किमी दूर से एक सर्विलांस एयरक्राफ्ट मारकर विश्व रिकॉर्ड बनाया। इस बयान ने रूसी हथियारों की प्रशंसा और अमेरिकी हथियारों की कमजोरी को उजागर किया।