जीएसटी में कटौती: दिवाली से पहले 170+ प्रोडक्ट्स पर बड़ा ऐलान, जेब को मिलेगी राहत!
जीएसटी में कटौती से आम आदमी को बड़ी राहत मिलने वाली है। दिवाली से पहले 170 से अधिक प्रोडक्ट्स सस्ते होंगे, जिससे आपकी खरीदारी का अनुभव बेहतर होगा और अर्थव्यवस्था को बूस्ट मिलेगा। जानें पूरी खबर।

दैनिक रियल्टी ब्यूरो | By: Neeraj Ahlawat Date: | 02 Sep 2025
जीएसटी में कटौती: दिवाली से पहले आम आदमी को बड़ी राहत, 170 से ज्यादा प्रोडक्ट्स होंगे सस्ते!
त्योहारों का मौसम नजदीक आते ही भारत में खरीदारी का उत्साह बढ़ने लगा है, और इस बार दिवाली की चमक के साथ-साथ आपकी जेब को भी खास राहत मिलने वाली है। सरकार ने रोजमर्रा की आवश्यक वस्तुओं से लेकर वाहनों तक, कई प्रोडक्ट्स पर जीएसटी दरों में भारी कटौती का ऐलान किया है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा स्वतंत्रता दिवस पर घोषित इस सुधार का मुख्य उद्देश्य मध्यम वर्ग को आर्थिक रूप से सशक्त करना और घरेलू खपत को बढ़ावा देना है। तीन और चार सितंबर को होने वाली जीएसटी काउंसिल की अहम बैठक के बाद, अनुमान है कि 170 से भी अधिक प्रोडक्ट्स पर जीएसटी 10% तक कम हो सकता है। इस ऐतिहासिक जीएसटी में कटौती से शैंपू, टूथपेस्ट, तेल, चीनी जैसे दैनिक उपयोग की वस्तुएं, टीवी, एसी, डिशवाशर जैसे इलेक्ट्रॉनिक्स और यहां तक कि हाइब्रिड कारें तथा मोटरसाइकिलें भी काफी सस्ती हो जाएंगी। यह खबर सुनकर हर वर्ग के उपभोक्ता उत्साहित हैं, क्योंकि अब दिवाली की शॉपिंग का अनुभव पहले से कहीं अधिक फायदेमंद होने वाला है। इस कदम से बाजार में बंपर डिमांड आने की उम्मीद है, जिससे हिंदुस्तान यूनिलीवर, सैमसंग, एलजी, सोनी जैसी बड़ी कंपनियों की बिक्री में उछाल आने का अनुमान है, जो देश की अर्थव्यवस्था को बेहद जरूरी बूस्टर डोज प्रदान करेगा।
यह जीएसटी में कटौती का प्रस्ताव न केवल उपभोक्ताओं के लिए फायदेमंद है, बल्कि इसका सीधा असर विभिन्न उद्योगों पर भी पड़ेगा। ऑटो सेक्टर, सीमेंट इंडस्ट्री, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट सेक्टर को इस बदलाव से बड़ी मजबूती मिलने की उम्मीद है। छोटे पेट्रोल हाइब्रिड कारों पर जीएसटी 28% से घटकर 18% होने की संभावना है, वहीं 350 सीसी से कम इंजन वाली मोटरसाइकिलों और स्कूटरों पर भी जीएसटी 28% से कम होकर 18% हो सकता है। इस बदलाव से टोयोटा, सुजुकी और मारुति जैसी कंपनियों के लिए यह एक बड़ी खबर है, क्योंकि गाड़ियों की कीमत में 8% तक की कमी आ सकती है, जिससे डिमांड में उछाल आने का अनुमान है। जेफरीज की रिपोर्ट के अनुसार, खासकर छोटी कारों और टू-व्हीलर्स की बिक्री बढ़ने की उम्मीद है। इसके साथ ही, सीमेंट पर जीएसटी 28% से घटकर 18% होने से अल्ट्राटेक, अंबुजा और श्री सीमेंट जैसे ब्रांड्स को सीधा फायदा होगा, जो हाउसिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स की मजबूत मांग को पूरा करने में सहायक होगा। यह समग्र जीएसटी में कटौती भारत की विनिर्माण क्षमता और निर्यात को भी मजबूती देगी, विशेषकर टेक्सटाइल्स और फार्म मशीनरी जैसे क्षेत्रों में 12% से 5% तक जीएसटी होने से उद्योग को अलग से बढ़ावा मिलेगा। कुल मिलाकर, यह सुधार देश की अर्थव्यवस्था को मजबूत करने और लोगों की क्रय शक्ति बढ़ाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
जीएसटी में कटौती: दिवाली से पहले कौन से प्रोडक्ट हुए सस्ते?
आगामी जीएसटी काउंसिल की बैठक के बाद, अनुमान है कि 170 से अधिक प्रोडक्ट्स पर जीएसटी दरों में कमी आएगी, जिससे उपभोक्ताओं को सीधा लाभ मिलेगा। रोजमर्रा के इस्तेमाल के सामान जैसे शैंपू, टूथपेस्ट, तेल, चीनी और नूडल्स पर जीएसटी 12% से घटकर 5% होने का अनुमान है। यह बदलाव घरेलू बजट पर सकारात्मक प्रभाव डालेगा, जिससे आम आदमी की मासिक बचत में वृद्धि होगी। इन आवश्यक वस्तुओं की कीमतें कम होने से हर घर को आर्थिक राहत मिलेगी और लोग अपनी जरूरतों को पूरा करने के लिए कम खर्च करेंगे।
टीवी, एसी से लेकर हाइब्रिड कारों तक, जानें कितना कम हुआ GST
उपभोक्ता टिकाऊ वस्तुओं और ऑटोमोबाइल सेक्टर में भी महत्वपूर्ण जीएसटी में कटौती होने वाली है। टीवी, एसी, डिशवाशर और मोटरसाइकिल जैसे आइटम्स पर जीएसटी 28% से घटकर 18% हो सकता है। इसके अतिरिक्त, छोटे पेट्रोल हाइब्रिड कारों पर जीएसटी 28% से घटकर 18% होने की उम्मीद है, जबकि 350 सीसी से कम इंजन वाली मोटरसाइकिल और स्कूटर पर भी जीएसटी 28% से 18% हो जाएगा। इन कटौती के परिणामस्वरूप, ऑटो सेक्टर में गाड़ियों की कीमत में 8% तक की कमी आ सकती है, जिससे टोयोटा, सुजुकी और मारुति जैसी कंपनियों की बिक्री में उछाल आएगा।
ऑटो सेक्टर और सीमेंट उद्योग को बड़ा फायदा: क्यों हो रहा है यह जीएसटी में बदलाव?
जीएसटी में कटौती का यह कदम ऑटो सेक्टर और सीमेंट उद्योग के लिए एक गेमचेंजर साबित होगा। सीमेंट पर जीएसटी 28% से घटकर 18% होने से अल्ट्राटेक, अंबुजा और श्री सीमेंट जैसे बड़े ब्रांड्स को लाभ होगा। यह बदलाव हाउसिंग और इंफ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स में मजबूत मांग को बढ़ावा देगा, जिससे निर्माण गतिविधियों में तेजी आएगी। इस जीएसटी में कटौती का मुख्य मकसद मध्यम वर्ग को राहत देना और घरेलू खपत को बढ़ाना है, खासकर दिवाली के शॉपिंग सीजन से पहले बाजार में बंपर डिमांड लाने की उम्मीद है।
जीएसटी स्लैब का सरलीकरण: 2 स्लैब में बंटेगा, लग्जरी पर 40% का प्रस्ताव
जीएसटी स्लैब को आसान बनाने की दिशा में भी महत्वपूर्ण प्रस्ताव हैं। अनुमान है कि जीएसटी स्लैब को सरल करके 5% से 18% के बीच दो मुख्य स्लैब में बांटा जाएगा। हालांकि, लग्जरी और सिन प्रोडक्ट्स (जैसे तंबाकू, शराब) पर 40% जीएसटी लाए जाने का प्रस्ताव है। मिनरल वाटर, सॉफ्ट ड्रिंक्स और फ्रूट जूस पर भी जीएसटी 28% से घटकर 18% हो सकता है। यह सरलीकरण जीएसटी प्रणाली को अधिक कुशल और समझने में आसान बनाएगा।
जीएसटी में कटौती से अर्थव्यवस्था को मिलेगा बूस्टर डोज: नए रोजगार के अवसर
यह व्यापक जीएसटी में कटौती केवल कीमतों को कम करने तक ही सीमित नहीं है, बल्कि यह भारत की अर्थव्यवस्था के लिए एक महत्वपूर्ण बूस्टर डोज साबित होगी। घरेलू खपत बढ़ने से विभिन्न क्षेत्रों में उत्पादन बढ़ेगा, जिससे नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। विशेषकर, भारत की मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट क्षमताओं को मजबूती मिलेगी। टेक्सटाइल्स और फार्म मशीनरी जैसे सेक्टर्स में जीएसटी 12% से घटकर 5% होने से उद्योग को अतिरिक्त बढ़ावा मिलेगा। यह सुधार देश की अर्थव्यवस्था को आत्मनिर्भर बनाने और वैश्विक बाजार में उसकी प्रतिस्पर्धात्मकता बढ़ाने में सहायक होगा।
FAQs
Q1: जीएसटी में कटौती का मुख्य उद्देश्य क्या है? A1: जीएसटी में कटौती का मुख्य उद्देश्य मध्यम वर्ग को महंगाई से राहत देना और घरेलू खपत को बढ़ावा देना है। सरकार को उम्मीद है कि इससे दिवाली जैसे त्योहारों के मौसम में बाजार में बंपर खरीदारी होगी, जिससे अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी। यह कदम भारत की मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट को भी बढ़ावा देगा।
Q2: किन रोजमर्रा के सामान पर जीएसटी में कटौती होने का अनुमान है? A2: अनुमान है कि शैंपू, टूथपेस्ट, तेल, चीनी और नूडल्स जैसे 170 से अधिक रोजमर्रा के सामान पर जीएसटी 12% से घटकर 5% हो सकता है। इन कटौती से आम आदमी की जेब को सीधी राहत मिलेगी और दैनिक खर्चों में कमी आएगी, जिससे मासिक बजट में बचत संभव होगी।
Q3: ऑटो सेक्टर को जीएसटी में कटौती से कैसे फायदा होगा? A3: ऑटो सेक्टर को जीएसटी में कटौती से बड़ा फायदा होगा क्योंकि छोटे पेट्रोल हाइब्रिड कारों और 350 सीसी से कम इंजन वाली मोटरसाइकिलों पर जीएसटी 28% से घटकर 18% हो सकता है। इससे गाड़ियों की कीमत में 8% तक की कमी आने की संभावना है, जिससे इनकी बिक्री में भारी उछाल आएगा, खासकर छोटी कारों और टू-व्हीलर्स की।
Q4: क्या जीएसटी स्लैब में कोई बड़ा बदलाव प्रस्तावित है? A4: हाँ, जीएसटी स्लैब को आसान करके 5% से 18% के दो मुख्य स्लैब में बांटने का प्रस्ताव है। हालांकि, लग्जरी और सिन प्रोडक्ट्स पर 40% जीएसटी लाए जाने का भी प्रस्ताव है, जबकि मिनरल वाटर, सॉफ्ट ड्रिंक्स और फ्रूट जूस पर जीएसटी 28% से घटकर 18% हो सकता है।
Q5: जीएसटी में कटौती से भारतीय अर्थव्यवस्था पर क्या प्रभाव पड़ेगा? A5: जीएसटी में कटौती से भारतीय अर्थव्यवस्था को बेहद जरूरी बूस्टर डोज मिलेगा। इससे घरेलू खपत बढ़ेगी, विभिन्न उद्योगों को मजबूती मिलेगी, मैन्युफैक्चरिंग और एक्सपोर्ट को बढ़ावा मिलेगा, तथा नए रोजगार के अवसर पैदा होंगे। यह कदम देश की अर्थव्यवस्था को अधिक स्थिर और विकासोन्मुखी बनाने में मदद करेगा।