GURUGRAM Gold Robbery: 9 करोड़ डकैती का मास्टरमाइंड विजय कुमार दादरी में गिरफ्तार, Instagram से बनाया था गैंग!
गुरुग्राम के मन्नपुरम गोल्ड डकैती के मुख्य आरोपी विजय कुमार ने दादरी कोर्ट में किया सरेंडर। जानिए कैसे Instagram के ज़रिए उसने बनाया 9 करोड़ की लूट का गैंग और क्या हैं पुलिस के नए खुलासे।

दैनिक रियल्टी ब्यूरो | By: Neeraj Ahlawat Publish Date: 28 Aug 2025
गुरुग्राम में 9 करोड़ की गोल्ड डकैती का बड़ा खुलासा: मास्टरमाइंड विजय कुमार ने दादरी में किया सरेंडर, इंस्टाग्राम से बनाया था गिरोह
हरियाणा के चरखी दादरी से एक बड़ी खबर सामने आई है, जिसने पूरे राज्य में सनसनी फैला दी है। गुरुग्राम के मन्नपुरम गोल्ड लोन ब्रांच में हुई 9 करोड़ की डकैती के मुख्य साजिशकर्ता विजय कुमार को आखिरकार पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। हैरान करने वाली बात यह है कि विजय ने खुद चरखी दादरी कोर्ट में आत्मसमर्पण किया है। इस गिरफ्तारी के बाद पुलिस को उम्मीद है कि इस हाई-प्रोफाइल डकैती के कई अनसुलझे रहस्य सामने आएंगे। यह ब्रेकिंग न्यूज़ उन सभी के लिए महत्वपूर्ण है जो गुरुग्राम और हरियाणा में सुरक्षा व्यवस्था को लेकर चिंतित हैं।
9 करोड़ की डकैती का मास्टरमाइंड विजय कुमार कौन है?
पुलिस ने बताया कि आरोपी विजय कुमार सोनीपत के गोहाना का रहने वाला है। उसके खिलाफ चरखी दादरी में भी कई आपराधिक मामले दर्ज हैं, जो उसकी आपराधिक पृष्ठभूमि को दर्शाता है। विजय कुमार ने दादरी कोर्ट में सरेंडर कर दिया, जिसके बाद उसे माननीय न्यायालय ने 5 दिन की पुलिस रिमांड पर भेजा है। डीएसपी हेड क्वार्टर धीरज कुमार के अनुसार, इस रिमांड के दौरान विजय से गहनता से पूछताछ की जा रही है ताकि डकैती की पूरी योजना, शामिल अन्य लोगों और लूटे गए सोने के ठिकाने का पता लगाया जा सके। पुलिस पहले ही इस मामले में चार अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है और उनके कब्जे से 863.37 ग्राम सोने की ज्वेलरी बरामद की जा चुकी है।
Instagram के ज़रिए बनाया शातिर गैंग, कैसे रची गई लूट की साजिश?
पूछताछ में विजय कुमार ने एक चौंकाने वाला खुलासा किया है। उसने बताया कि गुरुग्राम में 16 अगस्त को शीतला माता मंदिर के पास स्थित मन्नपुरम गोल्ड ब्रांच में हुई डकैती में उसकी पूरी भूमिका थी। इस वारदात को अंजाम देने के लिए उसने इंस्टाग्राम का सहारा लिया। वारदात से ठीक एक दिन पहले, यानी 15 अगस्त को, विजय ने इंस्टाग्राम के ज़रिए 10 बदमाशों को इकट्ठा कर डकैती की पूरी योजना बनाई थी। यह दर्शाता है कि आधुनिक तकनीकों का इस्तेमाल अब अपराधी भी अपने गिरोह बनाने और वारदातों को अंजाम देने के लिए कर रहे हैं। पुलिस अब विजय के इंस्टाग्राम आईडी और अन्य सोशल मीडिया संपर्कों की गहनता से जांच कर रही है ताकि इस गैंग के सभी सदस्यों का पता लगाया जा सके।
मन्नपुरम गोल्ड डकैती: कैसे दिया गया 9 करोड़ की वारदात को अंजाम?
16 अगस्त को गुरुग्राम स्थित मन्नपुरम गोल्ड की शाखा में इन बदमाशों ने सेंध लगाई और बड़ी वारदात को अंजाम दिया। उन्होंने ब्रांच से 8.54 किलोग्राम सोना और 8.56 लाख रुपये नकद लूट लिए। लूटे गए सोने की कीमत करीब 9 करोड़ रुपये आंकी गई थी। यह डकैती पूरे गुरुग्राम में चर्चा का विषय बनी हुई थी। पुलिस अब विजय से यह पूछताछ कर रही है कि चोरी को किस प्रकार अंजाम दिया गया, किसने चाबी उपलब्ध करवाई थी और लूट के बाद सोना कहां-कहां और किस-किस को दिया गया था।
विजय का पुराना रिकॉर्ड और बैंक से संबंध: एक पूर्व कर्मचारी की साज़िश?
पुलिस की जांच में यह भी सामने आया है कि विजय कुमार पहले इसी बैंक में कर्मचारी था। उसे एक बार 35-40 लाख रुपये के लोन मामले में निलंबित किया गया था, जिसमें नकली सोना गिरवी रखा गया था। हालांकि, जिस समय यह डकैती हुई, उस समय वह इस ब्रांच में कार्यरत नहीं था, लेकिन कुछ दिन पहले तक वह उस ब्रांच में था। उसकी बैंक के भीतर की जानकारी ने उसे इस डकैती की साजिश रचने में मदद की हो सकती है। यह पहलू डकैती के पीछे की गहरी साज़िश की ओर इशारा करता है, जहां अंदरूनी जानकारी का इस्तेमाल किया गया।
पुलिस की अब तक की कार्रवाई और आगे की जांच
गुरुग्राम पुलिस ने इस मामले में पहले ही चार आरोपियों को धनकोट के पास से गिरफ्तार कर लिया था। उनके कब्जे से 863.37 ग्राम सोने की ज्वेलरी भी बरामद हुई थी। अब विजय के सरेंडर के बाद, पुलिस की उम्मीदें बढ़ गई हैं कि बाकी बचे सोने और अन्य आरोपियों की गिरफ्तारी भी जल्द हो सकेगी। डीएसपी धीरज कुमार ने बताया कि विजय से पूछताछ में रोहतक चौक के पास मन्नपुरम गोल्ड में हुई चोरी की एक और वारदात में उसकी भूमिका का भी खुलासा हुआ है। विजय दादरी, गुरुग्राम समेत कई अन्य जगहों पर भी लूट की वारदातों को अंजाम दे चुका है, जिनका खुलासा पूछताछ के दौरान हो सकता है। पुलिस गुरुग्राम पुलिस के साथ संपर्क में है और इस मामले में जल्द ही अन्य बड़े खुलासे होने की संभावना है।
FAQs
Q1: गुरुग्राम गोल्ड डकैती का मास्टरमाइंड कौन है? A1: गुरुग्राम के मन्नपुरम गोल्ड डकैती का मास्टरमाइंड विजय कुमार है। वह सोनीपत के गोहाना का रहने वाला है और उसके खिलाफ दादरी में भी कई मामले दर्ज हैं।
Q2: विजय कुमार ने कहाँ और कब सरेंडर किया? A2: विजय कुमार ने चरखी दादरी कोर्ट में सरेंडर किया। उसे 5 दिन की पुलिस रिमांड पर लिया गया है, जहां उससे गहनता से पूछताछ की जा रही है।
Q3: डकैती को अंजाम देने के लिए गैंग कैसे बनाया गया? A3: विजय कुमार ने डकैती से ठीक एक दिन पहले, 15 अगस्त को, इंस्टाग्राम के ज़रिए 10 बदमाशों को इकट्ठा कर पूरी योजना बनाई थी। पुलिस अब उसके सोशल मीडिया संपर्कों की जांच कर रही है।
Q4: गुरुग्राम में मन्नपुरम गोल्ड ब्रांच से कितनी लूट हुई थी? A4: 16 अगस्त को गुरुग्राम की मन्नपुरम गोल्ड ब्रांच से 8.54 किलोग्राम सोना और 8.56 लाख रुपये नकद लूटे गए थे। लूटे गए सोने की कीमत करीब 9 करोड़ रुपये थी।
Q5: क्या विजय कुमार का बैंक से कोई संबंध था? A5: हां, विजय कुमार पहले इसी बैंक में कर्मचारी था और उसे नकली सोने के लोन मामले में निलंबित किया गया था। हालांकि, डकैती के समय वह उस ब्रांच में नहीं था।