Haryana Assembly: हरियाणा की सड़कें, सीएम सैनी पर क्यों भड़के रामकुमार गौतम? जानिए विधानसभा में क्या हुआ बड़ा खुलासा!
Haryana Assembly: हरियाणा विधानसभा में उठा सड़कों का मुद्दा, रामकुमार गौतम ने सीएम सैनी और अधिकारियों पर लगाए आरोप। जानिए जिंद-पानीपत, नारनौंद बाईपास और अन्य सड़कों की स्थिति पर मंत्री का ताज़ा जवाब और सरकार की योजना।

दैनिक रियल्टी ब्यूरो |By: Neeraj Ahlawat Publish Date: 26 Aug 2025
हरियाणा विधानसभा में सड़कों पर गरमाई बहस: रामकुमार गौतम ने उठाए तीखे सवाल, मंत्री ने दिया जवाब
Haryana Assembly: हरियाणा विधानसभा में सड़कों की बदहाली और निर्माण में देरी का मुद्दा एक बार फिर गरमा गया है. कांग्रेस विधायक रामकुमार गौतम ने अपनी ही पिछली सरकार पर भी निशाना साधते हुए मौजूदा मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी और वन विभाग पर तीखे सवाल उठाए. उन्होंने कई महत्वपूर्ण सड़कों, जैसे जींद-पानीपत रोड, नारनौंद बाईपास और जींद-हांसी रोड की खराब स्थिति और निर्माण में हो रही देरी को लेकर चिंता व्यक्त की. इस दौरान सदन में काफी गहमागहमी देखने को मिली, जिसके बाद मंत्री ने विस्तृत जवाब देते हुए सड़कों के चौड़ीकरण और मरम्मत की योजनाओं का खाका पेश किया. यह घटनाक्रम हरियाणा की आधारभूत संरचना, विशेषकर सड़कों की गुणवत्ता और निर्माण की गति पर एक बड़ा प्रश्नचिह्न लगाता है, जिसका सीधा असर आम जनता पर पड़ता है.
वन विभाग की मंजूरी में देरी: जिंद-पानीपत रोड का अटका काम
Haryana Assembly: रामकुमार गौतम ने विशेष रूप से जींद-पानीपत रोड की दयनीय स्थिति पर प्रकाश डाला, जिसे उन्होंने "बहुत इंपॉर्टेंट रोड" और "मैक्सिमम रनिंग रोड" बताया. उन्होंने आरोप लगाया कि इस सड़क का काम वन विभाग की मंजूरी के कारण अटका हुआ है, और अधिकारियों को यह भी नहीं पता कि परमिशन कितने समय में मिलेगी. गौतम ने मांग की कि वन मंत्री, जो सदन में मौजूद थे, किसी अधिकारी की व्यक्तिगत जिम्मेदारी तय करें ताकि यह मंजूरी जल्द मिल सके और काम आगे बढ़ सके. उन्होंने यह भी बताया कि सरकार को बने 10 महीने हो चुके हैं, लेकिन स्थिति जस की तस है. मंत्री ने जवाब में बताया कि जींद-पानीपत रोड के चौड़ीकरण और मरम्मत का कार्य स्वीकृत कर लिया गया है. उन्होंने आश्वासन दिया कि अधिकारियों की ड्यूटी लगाकर वन विभाग से जल्द से जल्द मंजूरी दिलाई जाएगी, और दिसंबर 2025 तक इस कार्य को शुरू करवा दिया जाएगा. मंत्री ने स्पष्ट किया कि डायवर्सन के मामलों में, यदि पीडब्ल्यूडी वन विभाग को जमीन उपलब्ध कराता है, तो वन विभाग मंजूरी देने में एक मिनट भी नहीं लगाएगा.
नारनौंद बाईपास का इंतजार: ई-भूमि पर अटकी योजना
विधानसभा में नारनौंद बाईपास का मुद्दा भी उठा, जिसे रामकुमार गौतम ने 30-35 गांवों की "लाइफलाइन" बताया. उन्होंने कहा कि लोगों को नारनौंद के अंदर से गुजरना पड़ता है, जिससे आधा-आधा घंटे का समय लगता है. मंत्री ने इस संबंध में बताया कि नारनौंद बाईपास के लिए ई-भूमि पोर्टल पर जमीन मांगी गई है. उन्होंने विधायक जस्सी पेटवाड़ जी और गौतम जी दोनों से आग्रह किया कि वे किसानों से बात करें ताकि यदि जमीन उपलब्ध हो जाए, तो मुख्यमंत्री महोदय के निर्देशानुसार नारनौंद बाईपास का निर्माण भी कर दिया जाएगा. यह दर्शाता है कि जमीन अधिग्रहण की समस्या के कारण यह महत्वपूर्ण परियोजना लंबित है.
जींद-हांसी रोड का अधूरा चौड़ीकरण: 2027 के बाद होगा काम
रामकुमार गौतम ने जींद-हांसी रोड पर भी अपनी चिंता व्यक्त की. उन्होंने बताया कि यह सड़क, जो जींद से हांसी तक जाती है, का 6.5 किलोमीटर का हिस्सा एक तरफ 10 मीटर चौड़ा है, जबकि दूसरी तरफ केवल 7 मीटर चौड़ा है. उन्होंने कहा कि यह विसंगति कई बार उठाई जा चुकी है. मंत्री ने स्वीकार किया कि यह बात सही है और बताया कि यह सड़क 2027 तक डीएलपी (Defect Liability Period) अवधि में है और अभी बढ़िया बनी हुई है. उन्होंने आश्वासन दिया कि 2027 के तुरंत बाद इस सड़क को भी चौड़ा करने का कार्य शुरू कर दिया जाएगा.
सड़कों के पैच वर्क और मरम्मत पर सरकार का दावा
मंत्री ने सदन को हरियाणा में सड़कों की मरम्मत और रखरखाव के लिए सरकार द्वारा उठाए गए कदमों के बारे में भी जानकारी दी. उन्होंने बताया कि मुख्यमंत्री महोदय ने जून तक पैच वर्क करने की बात कही थी. इसके तहत, लगभग 15,000 किलोमीटर की डीएलपी अवधि वाली सड़कों का पैच वर्क उन्हीं एजेंसियों से करवाया गया. इसके अतिरिक्त, 127 किलोमीटर ऐसी सड़कें थीं जिनका काम एजेंसी ने नहीं करवाया, तो उनकी बैंक गारंटी जब्त करके विभाग द्वारा काम करवाया गया.
मंत्री ने आगे बताया कि लगभग 5,000 किलोमीटर सड़कें खराब स्थिति में थीं, जिन्हें इस साल के वर्क प्रोग्राम में शामिल किया गया है. कुल मिलाकर, 6,179 किलोमीटर सड़कों को इस वर्क प्रोग्राम में लिया गया है. इनमें से 3,500 किलोमीटर सड़कों का कारपेटिंग कार्य दिसंबर अंत तक पूरा हो जाएगा, और शेष 6,179 किलोमीटर सड़कों का कार्य 31 मार्च तक पूरा कर दिया जाएगा. यह सरकार का एक महत्वाकांक्षी लक्ष्य है जिसका उद्देश्य राज्य की सड़कों की स्थिति में सुधार करना है.
FAQs
Q1: हरियाणा विधानसभा में किस मुख्य मुद्दे पर बहस हुई? A1: हरियाणा विधानसभा में मुख्य रूप से राज्य की सड़कों की खराब स्थिति, उनके निर्माण में देरी और वन विभाग से मंजूरी मिलने में आ रही बाधाओं के मुद्दे पर बहस हुई, जिसे विधायक रामकुमार गौतम ने उठाया था.
Q2: जींद-पानीपत रोड के काम में देरी का क्या कारण बताया गया? A2: जींद-पानीपत रोड के काम में देरी का मुख्य कारण वन विभाग से परमिशन मिलने में लगने वाला समय बताया गया है, जिसकी प्रक्रिया अधिकारियों को भी स्पष्ट नहीं थी. हालांकि, मंत्री ने दिसंबर 2025 तक काम शुरू कराने का आश्वासन दिया है.
Q3: नारनौंद बाईपास का निर्माण क्यों रुका हुआ है? A3: नारनौंद बाईपास का निर्माण ई-भूमि पोर्टल पर जमीन उपलब्ध न होने के कारण रुका हुआ है. मंत्री ने विधायकों से किसानों से बात करके जमीन अधिग्रहण में मदद करने का आग्रह किया है.
Q4: जींद-हांसी रोड के चौड़ीकरण की क्या योजना है? A4: जींद-हांसी रोड का 6.5 किलोमीटर का हिस्सा अभी 7 मीटर चौड़ा है, जबकि बाकी 10 मीटर है. मंत्री ने बताया कि यह सड़क 2027 तक डीएलपी अवधि में है, और इसके बाद इसे चौड़ा करने का काम शुरू किया जाएगा.
Q5: हरियाणा में खराब सड़कों की मरम्मत के लिए सरकार की क्या योजना है? A5: सरकार ने लगभग 5,000 किलोमीटर खराब सड़कों को इस साल के वर्क प्रोग्राम में लिया है. कुल 6,179 किलोमीटर सड़कों का कारपेटिंग कार्य दिसंबर अंत तक (3,500 किमी) और 31 मार्च तक (शेष) पूरा करने का लक्ष्य है.
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