Manisha Murder Case: मनीषा हत्याकांड: SDM ने साधी चुप्पी, आक्रोशित भीड़ ने घेरा; न्याय की मांग तेज
Manisha Murder Case: मनीषा हत्याकांड में नया मोड़! SDM ने नहीं दिया जवाब, प्रदर्शनकारी बोले- जनता में आक्रोश; जानिए पुलिस और डॉक्टर्स रिपोर्ट पर उठे सवाल।

मनीषा हत्याकांड: SDM के सामने भड़का जन आक्रोश, न्याय की मांग पर अड़े प्रदर्शनकारी
हरियाणा में मनीषा हत्याकांड को लेकर जनता का गुस्सा थमने का नाम नहीं ले रहा है। लोहारू में शुक्रवार देर रात SDM (उपमंडलीय मजिस्ट्रेट) की उपस्थिति में लोगों का आक्रोश और बढ़ गया, जब उन्होंने संवेदनशील मामले पर कोई सीधा जवाब नहीं दिया। SDM साहब कुछ कहकर भी बिना कुछ कहे ही मौके से चले गए, जिसके बाद प्रदर्शनकारियों ने जोरदार नारेबाजी की और न्याय की मांग तेज कर दी। यह घटनाक्रम ऐसे समय में सामने आया है जब पुलिस और डॉक्टर्स की रिपोर्ट पर लगातार सवाल उठ रहे हैं और जनता सीबीआई जांच की मांग कर रही है।
क्या है मनीषा हत्याकांड का पूरा मामला?
यह मामला मनीषा सिंघानी नाम की युवती की मौत से जुड़ा है, जिसे पुलिस और प्रशासन आत्महत्या बता रहा है। पुलिस के मुताबिक, मनीषा ने जहर वाली दवा खरीदी थी, जिसका जिक्र उसके सुसाइड नोट में भी है। वहीं, प्रशासन का कहना है कि पुलिस ने अपने सभी सर्वोत्तम संसाधनों का उपयोग करके जांच की है और डॉक्टरों की रिपोर्ट भी सामने आ चुकी है, जिसमें पीजीआई के डॉक्टर भी शामिल हैं। दूसरी ओर, पीड़ित परिवार और जनता पुलिस की जांच से संतुष्ट नहीं हैं।
एसडीएम का रुख और जनता का आक्रोश
घटनास्थल पर उपस्थित SDM ने इस मामले को "संवेदनशील मुद्दा" बताया और जनता से संवेदनशीलता व समझदारी दिखाने की अपील की। उन्होंने कहा कि जब पुलिस और डॉक्टर्स की रिपोर्ट स्पष्ट रूप से उपलब्ध हैं, तो अपने अनुमान नहीं लगाने चाहिए। हालांकि, SDM ने सीधे सवालों का जवाब देने से इनकार कर दिया, खासकर सुसाइड नोट और शरीर से अंग गायब होने जैसे मुद्दों पर। उनके जवाब न देने और जल्दबाजी में चले जाने से जनता का गुस्सा फूट पड़ा। प्रदर्शनकारियों ने चेतावनी दी है कि यदि न्याय नहीं मिला, तो वे रोड जाम करेंगे, पत्थरबाजी करेंगे, और सरकारी दफ्तरों में आग लगाने तक से पीछे नहीं हटेंगे। जनता का कहना है कि पिछले सात दिनों से शांतिपूर्ण प्रदर्शन के बाद अब उनकी भावनाएं बदल चुकी हैं।
पुलिस और डॉक्टर्स की रिपोर्ट पर उठे गंभीर सवाल
पुलिस और प्रशासन बार-बार कह रहे हैं कि उनके पास पुलिस रिपोर्ट, डॉक्टर्स की रिपोर्ट और तकनीकी सबूत मौजूद हैं। उन्होंने यह भी बताया कि पहली पोस्टमार्टम रिपोर्ट में कुछ कमियां लगने पर दोबारा पोस्टमार्टम के लिए सैंपल भेजे गए थे और पीजीआई के डॉक्टरों ने भी कैमरे पर बयान दिए हैं। लेकिन, जनता इन रिपोर्ट्स पर गंभीर सवाल उठा रही है। प्रदर्शनकारियों ने सुसाइड नोट की लिखावट का मिलान करने की मांग की है। वे यह भी सवाल उठा रहे हैं कि अगर यह आत्महत्या है तो "सिर में तेजाब कैसे" आया और "शरीर में से अंग कैसे निकाले गए"। लोगों का मानना है कि असली गुनहगारों को बचाया जा रहा है और निर्दोषों को फंसाया जा सकता है।
न्याय की मांग: क्या होगा अगला कदम?
जनता और युवा लगातार इस बात पर अड़े हैं कि वे मनीषा को न्याय दिलाकर रहेंगे। उनका कहना है कि यदि उनके किसी युवा को पकड़ लिया भी गया, तो वे पीछे नहीं हटेंगे। वे स्पष्ट रूप से कह रहे हैं कि "सीबीआई भी आएगी" और सिस्टम को अंत में झुकना पड़ेगा। फिलहाल, जनता आक्रोश में है और अगली रणनीति पर विचार कर रही है, क्योंकि वे अब किसी भी दबाव में नहीं आने वाले। उनकी एकमात्र मांग है कि मनीषा हत्याकांड के असली गुनहगारों को पकड़ा जाए और उसे न्याय मिले।
संवेदनशील मुद्दा और संवेदनशीलता की अपील
SDM ने बार-बार इस बात पर ज़ोर दिया कि यह एक बेहद संवेदनशील मुद्दा है और सभी को जिम्मेदारी व समझदारी से पेश आना चाहिए। उन्होंने कहा कि ऐसी स्थिति में मीडिया की भी जिम्मेदारी है कि वह सही बात बताए। हालांकि, जनता का धैर्य अब जवाब दे रहा है और वे अब किसी भी संवेदनशील मुद्दे पर सिर्फ आश्वासन नहीं, बल्कि ठोस कार्रवाई और स्पष्ट जवाब चाहते हैं।
FAQs:
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Q1: मनीषा हत्याकांड क्या है? मनीषा सिंघानी की मौत का मामला है, जिसे पुलिस और डॉक्टर्स ने आत्महत्या बताया है। हालांकि, जनता और परिजनों ने इसकी जांच पर सवाल उठाए हैं, असली गुनहगारों को पकड़ने और न्याय दिलाने की मांग कर रहे हैं।
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Q2: एसडीएम ने इस मामले पर क्या कहा? SDM ने इसे "संवेदनशील मुद्दा" बताया और सीधे कोई जवाब देने से इनकार कर दिया। उन्होंने जनता से संवेदनशीलता और समझदारी दिखाने का आग्रह किया, और पुलिस व डॉक्टरों की रिपोर्ट को विश्वसनीय बताया।
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Q3: पुलिस और डॉक्टर्स की रिपोर्ट पर क्या सवाल हैं? जनता ने सुसाइड नोट की लिखावट, शरीर से अंग गायब होने और शरीर में तेजाब होने जैसे गंभीर सवाल उठाए हैं। दोबारा पोस्टमार्टम के बावजूद, लोगों को जांच पर पूरा भरोसा नहीं है।
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Q4: जनता का क्या रुख है और वे क्या मांग रहे हैं? जनता में भारी आक्रोश है और वे न्याय की मांग कर रहे हैं। वे रोड जाम करने, पत्थरबाजी और सरकारी दफ्तरों में आग लगाने तक की धमकी दे रहे हैं, और सीबीआई जांच की मांग कर रहे हैं।
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Q5: क्या मनीषा का सुसाइड नोट असली था? स्रोत के अनुसार, पुलिस ने सुसाइड नोट को सार्वजनिक किया है। हालांकि, प्रदर्शनकारी सुसाइड नोट की लिखावट का मिलान करने की मांग कर रहे हैं, उनका दावा है कि वह मनीषा की नहीं है।
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