मोदी-जेलेंस्की की फोन पर अहम बातचीत: यूक्रेन युद्ध और वैश्विक शांति पर भारत का दृढ़ रुख
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की ने यूक्रेन में ताजा हालात पर चर्चा की। मोदी ने शांतिपूर्ण समाधान पर भारत का रुख दोहराया। इस बातचीत के बाद 15 अगस्त को होने वाली ट्रंप-पुतिन बैठक पर नजरें। जानें पूरी खबर और इसके मायने।

ब्रेकिंग! जियोपॉलिटिक्स में बड़ा उलटफेर, भारत-यूक्रेन के बीच अहम बातचीत से बदलेंगे समीकरण? वैश्विक शांति के लिए महत्वपूर्ण पहल, जानिए हर पहलू!
यह लेख आपको भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बीच हाल ही में हुई उच्च-स्तरीय बातचीत के गहरे निहितार्थों से अवगत कराएगा, साथ ही रूस-यूक्रेन युद्ध और आगामी ट्रंप-पुतिन शिखर वार्ता पर इसके संभावित प्रभावों को भी उजागर करेगा। वैश्विक भू-राजनीति में हो रहे तेजी से बदलावों के बीच यह बातचीत क्यों इतनी महत्वपूर्ण है, इसकी पूरी जानकारी यहाँ उपलब्ध है।
मोदी-जेलेंस्की की फोन पर अहम बातचीत: यूक्रेन युद्ध और वैश्विक शांति पर भारत का दृढ़ रुख
नई दिल्ली: मौजूदा वैश्विक परिदृश्य में भू-राजनीति और कूटनीति अपने आप में एक पाठशाला बन गई है, जहाँ हर बयान के गहरे मायने हैं। इसी कड़ी में, 11 अगस्त को एक महत्वपूर्ण घटनाक्रम सामने आया, जब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बीच फोन पर बातचीत हुई। यह बातचीत ऐसे समय में हुई है, जब चार दिन बाद ही, यानी 15 अगस्त को, रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक होने वाली है।
प्रधानमंत्री मोदी ने अपने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर इस बातचीत की जानकारी साझा करते हुए बताया कि राष्ट्रपति जेलेंस्की ने उन्हें यूक्रेन में ताजा हालातों पर जानकारी दी, जिसके लिए उन्होंने जेलेंस्की को धन्यवाद दिया। इस दौरान, मोदी ने यूक्रेन जंग पर भारत के हमेशा के रुख को दोहराया, जिसमें युद्ध विराम और शांतिपूर्ण समाधान खोजने पर जोर दिया गया। यह दर्शाता है कि भारत शुरुआत से ही संघर्ष को बातचीत के जरिए सुलझाने का पक्षधर रहा है।
बातचीत के दौरान, जेलेंस्की ने मोदी को रूस के यूक्रेन के शहरों और गाँवों पर हो रहे हमलों के बारे में विस्तृत जानकारी दी। उन्होंने विशेष रूप से जापोरिजिया में एक बस स्टेशन पर हुए हमले का जिक्र किया, जहाँ दर्जनों लोग घायल हो गए थे। जेलेंस्की ने इस हमले को "सामान्य शहरी सुविधा पर जानबूझकर किया गया" बताया और कहा कि रूस इसमें बमबारी कर रहा था। यह यूक्रेन में नागरिकों पर हो रहे हमलों की गंभीरता को रेखांकित करता है।
दोनों नेताओं ने रूस पर लगाए गए प्रतिबंधों पर भी विस्तार से चर्चा की। जेलेंस्की ने मोदी से रूस की ऊर्जा, विशेष रूप से तेल के निर्यात को सीमित करने की आवश्यकता पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि यह कदम उठाना इसलिए जरूरी है, ताकि रूस की युद्ध जारी रखने की क्षमता और उसकी वित्तीय शक्ति को कम किया जा सके। यह यूक्रेन की ओर से रूस पर आर्थिक दबाव बढ़ाने की रणनीति का हिस्सा है।
यह बातचीत इसलिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि 15 अगस्त को ट्रंप और पुतिन के बीच तीन साल बाद यह पहली बैठक होने वाली है। इस बैठक का मुख्य एजेंडा यूक्रेन युद्ध का समाधान निकालना और युद्ध विराम पर चर्चा करना है। जेलेंस्की ने पहले ही इच्छा जताई थी कि इस बैठक में उन्हें भी शामिल किया जाए। हालांकि, व्हाइट हाउस ने बताया कि ट्रंप त्रिपक्षीय शिखर सम्मेलन चाहते थे, लेकिन रूस ने फिलहाल केवल ट्रंप और पुतिन की बैठक के लिए सहमति दी है।
मोदी और जेलेंस्की के बीच आखिरी मुलाकात पिछले साल अगस्त में हुई थी, जो तीन घंटे तक चली थी। उस समय भी मोदी ने युद्ध का शांतिपूर्ण समाधान खोजने पर भारत के रुख को दोहराया था। इस हालिया बातचीत में, दोनों नेताओं ने भारत और यूक्रेन के द्विपक्षीय संबंधों को आगे बढ़ाने पर भी चर्चा की। यह दर्शाता है कि संघर्ष के बावजूद दोनों देश अपने संबंधों को मजबूत करने के इच्छुक हैं।
एक और महत्वपूर्ण जानकारी जो जेलेंस्की ने अपनी पोस्ट में लिखी, वह यह कि सितंबर में संयुक्त राष्ट्र महासभा के दौरान दोनों नेताओं ने मिलने की योजना बनाई है और पारस्परिक दौरे आयोजित करने पर भी सहमति व्यक्त की है। इससे संकेत मिलता है कि आने वाले समय में मोदी और जेलेंस्की के बीच और भी उच्च-स्तरीय मुलाकातें हो सकती हैं, जो दोनों देशों के संबंधों और वैश्विक कूटनीति के लिए महत्वपूर्ण होंगी।
- FAQ सेक्शन
- Q1: प्रधानमंत्री मोदी और राष्ट्रपति जेलेंस्की की हालिया बातचीत कब हुई? A1: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और यूक्रेन के राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बीच हालिया फोन पर बातचीत 11 अगस्त को हुई थी।
- Q2: पीएम मोदी ने इस बातचीत में यूक्रेन युद्ध पर भारत का क्या रुख दोहराया? A2: पीएम मोदी ने इस बातचीत के दौरान युद्ध विराम और यूक्रेन जंग के शांतिपूर्ण समाधान निकालने पर भारत के हमेशा के रुख को दोहराया।
- Q3: जेलेंस्की ने पीएम मोदी को यूक्रेन में किस हमले के बारे में विस्तृत जानकारी दी? A3: राष्ट्रपति जेलेंस्की ने पीएम मोदी को जापोरिजिया में एक बस स्टेशन पर हुए हमले के बारे में जानकारी दी, जहाँ दर्जनों लोग घायल हो गए थे। उन्होंने बताया कि यह एक सामान्य शहरी सुविधा पर जानबूझकर किया गया हमला था।
- Q4: मोदी-जेलेंस्की की यह बातचीत क्यों महत्वपूर्ण मानी जा रही है? A4: यह बातचीत इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि इसके चार दिन बाद ही 15 अगस्त को रूसी राष्ट्रपति पुतिन और अमेरिकी पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप के बीच यूक्रेन युद्ध पर चर्चा के लिए एक अहम बैठक होने वाली है। यह बातचीत वैश्विक भू-राजनीति में भारत की भूमिका और शांति प्रयासों को उजागर करती है।
- Q5: ट्रंप और पुतिन की अगली बैठक कब और किस विषय पर होने वाली है? A5: डोनाल्ड ट्रंप और व्लादिमीर पुतिन के बीच अगली बैठक 15 अगस्त को होने वाली है। इस बैठक में वे यूक्रेन युद्ध के समाधान और युद्ध विराम पर चर्चा करने वाले हैं। यह तीन साल बाद दोनों राष्ट्रपतियों के बीच पहली मुलाकात होगी।