यमुना में बाढ़ का बड़ा खतरा: हथिनीकुंड बैराज से 3 लाख 11 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज, दिल्ली-हरियाणा अलर्ट पर

यमुना में बाढ़ का ताज़ा अपडेट! हथिनीकुंड बैराज से भारी पानी डिस्चार्ज, दिल्ली और हरियाणा में हाई अलर्ट. जानिए अपने शहर पर क्या होगा असर और सुरक्षा के उपाय.

Sep 1, 2025 - 14:06
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यमुना में बाढ़ का बड़ा खतरा: हथिनीकुंड बैराज से 3 लाख 11 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज, दिल्ली-हरियाणा अलर्ट पर
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यमुना में बाढ़ का बड़ा खतरा: हथिनीकुंड बैराज से 3 लाख 11 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज, दिल्ली-हरियाणा अलर्ट पर

By: Neeraj Ahlawat | दैनिक रियल्टी ब्यूरो | Date: 26 Jul 2024

पंजाब और हरियाणा में भारी वर्षा के बाद अब यमुना नदी ने अपना रौद्र रूप धारण कर लिया है। इस मॉनसून में पहली बार यमुना का जलस्तर 'हाई फ्लड' श्रेणी तक पहुंच गया है, जिससे हरियाणा के विभिन्न जिलों के साथ-साथ दिल्ली और उत्तर प्रदेश के यमुना से सटे इलाकों में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा होने की आशंका बढ़ गई है। हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी डिस्चार्ज किया गया है, जिसके चलते इन क्षेत्रों में यमुना में बाढ़ का बड़ा खतरा मंडरा रहा है। सिंचाई विभाग ने दिल्ली सरकार सहित संबंधित राज्यों को समय रहते उचित इंतजाम करने के लिए सूचित कर दिया है, ताकि किसी भी अप्रिय स्थिति से बचा जा सके। यह खबर आम जनता के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि अगले 48 घंटों में यह पानी दिल्ली तक पहुंचने वाला है, जिससे जान-माल के नुकसान का खतरा है।

 लगातार हो रही भारी वर्षा और कैचमेंट एरिया में अत्यधिक बारिश के कारण यमुना नदी में जलस्तर तेजी से बढ़ रहा है। आज तड़के 3 बजे यमुना का जलस्तर 97,859 क्यूसेक तक पहुंच गया था, जिसके बाद यह 4 बजे 165,000 क्यूसेक और 5 बजे 213,611 क्यूसेक तक हो गया। 'हाई फ्लड' की स्थिति तब मानी जाती है जब जलस्तर 2.5 लाख क्यूसेक को पार कर जाता है। वीडियो के शीर्षक के अनुसार, हथिनीकुंड बैराज से 3 लाख 11 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है । हालांकि, एक अन्य जानकारी में हथिनीकुंड बैराज पर जलस्तर 31,000 क्यूसेक दर्ज किया गया है। सिंचाई विभाग के एक वरिष्ठ अधिकारी के अनुसार, वर्तमान में लगभग 2400 क्यूसेक पानी हथिनीकुंड से पार हो रहा है, और यह पानी ढाई लाख क्यूसेक से ऊपर जाने की संभावना है। वहीं, एक अन्य स्रोत के अनुसार, हथिनीकुंड बैराज से 2400 क्यूसेक पानी डिस्चार्ज हुआ है जो 48 घंटे में दिल्ली पहुंचेगा। इस उफान के चलते, हथिनीकुंड बैराज से आ रहा पूरा पानी यमुना नदी में छोड़ा जा रहा है, जिससे यमुना के किनारे बसे हरियाणा के कई जिले प्रभावित होंगे। पंजाब और हरियाणा के लोगों को पहले से ही भारी वर्षा के कारण दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है, और अब यमुना में बाढ़ की स्थिति ने उनकी चिंता और बढ़ा दी है।

इस गंभीर स्थिति को देखते हुए, सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने हरियाणा के विभिन्न जिलों और दिल्ली सरकार को सुबह 4 बजे ही अलर्ट कर दिया था। प्रशासन को भी इसकी सूचना दी गई है और सभी संबंधित एसडीएम्स (SDMs) को संदेश भेज दिया गया है। यमुना में बाढ़ के खतरे से निपटने के लिए प्रशासन पूरी तरह तैयार है। नहरों की सप्लाई को उत्तर प्रदेश और हरियाणा में पूरी तरह से बंद कर दिया गया है। सिंचाई विभाग के अधिकारियों ने आम जनता से अपील की है कि वे यमुना नदी के आसपास के इलाकों में न जाएं और अपने मवेशियों को भी नदी के पास न छोड़ें। पानी लगातार दिल्ली की तरफ बढ़ रहा है और अगले 48 घंटों में राजधानी दिल्ली में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं, जिससे काफी नुकसान होने की आशंका है। यमुनानगर और हथिनीकुंड बैराज से पानी निकलकर लगातार आगे बढ़ रहा है, इसी को लेकर अलर्ट घोषित किया गया है। यह चेतावनी इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि यमुना का 'रौद्र रूप' कई इलाकों में तबाही मचा सकता है।

यमुना में बाढ़ का ताज़ा अपडेट: जलस्तर में भारी वृद्धि

यमुना में बाढ़ की स्थिति इस मॉनसून में पहली बार इतनी गंभीर हुई है। हथिनीकुंड बैराज पर जलस्तर में अप्रत्याशित वृद्धि दर्ज की गई है। आज सुबह 3 बजे 97,859 क्यूसेक से शुरू होकर, यह 4 बजे तक 165,000 क्यूसेक और 5 बजे तक 213,611 क्यूसेक तक पहुंच गया। 'हाई फ्लड' की परिभाषा के अनुसार, 2.5 लाख क्यूसेक से अधिक जलस्तर को अत्यधिक बाढ़ की स्थिति माना जाता है। वीडियो के शीर्षक के अनुसार, वर्तमान में हथिनीकुंड बैराज से 3 लाख 11 हजार क्यूसेक पानी छोड़ा गया है सिंचाई विभाग के अधिकारियों का अनुमान है कि यह पानी अभी और बढ़ेगा और ढाई लाख क्यूसेक के आंकड़े को पार करेगा।

हथिनीकुंड बैराज से रिकॉर्ड तोड़ पानी डिस्चार्ज

यमुनानगर में स्थित हथिनीकुंड बैराज से भारी मात्रा में पानी डिस्चार्ज किया जा रहा है। वीडियो के मुख्य शीर्षक के अनुसार, कुल 3 लाख 11 हजार क्यूसेक पानी हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया है  यह स्थिति तब बनी है जब कैचमेंट एरिया में अत्यधिक वर्षा हुई है। हालांकि, एक अधिकारी के बयान में 'करंट पोजीशन' 2400 क्यूसेक बताई गई है, और यह भी स्पष्ट किया गया है कि यह पानी अभी ढाई लाख क्यूसेक से ऊपर जाएगा। यमुना में बाढ़ के खतरे को देखते हुए, हथिनीकुंड बैराज से आने वाला पूरा पानी सीधे यमुना नदी में छोड़ा जा रहा है, जिससे निचली इलाकों में खतरा बढ़ गया है।

दिल्ली-हरियाणा में हाई अलर्ट: बाढ़ का खतरा मंडराया

यमुना में बाढ़ के कारण हरियाणा के यमुना से सटे विभिन्न जिलों में अलर्ट घोषित कर दिया गया है। सिंचाई विभाग के वरिष्ठ अधिकारियों ने हरियाणा के साथ-साथ दिल्ली सरकार को भी संभावित बाढ़ की स्थिति से अवगत करा दिया है ताकि समय पर तैयारियां की जा सकें। यह पानी अगले 48 घंटों में दिल्ली पहुंचेगा और राजधानी में भी बाढ़ जैसे हालात पैदा कर सकता है, जिससे भारी नुकसान की आशंका है। प्रशासन ने सभी संबंधित अधिकारियों को सूचित कर दिया है और बचाव कार्य के लिए पूरी तरह तैयार है।

कब तक पहुंचेगा पानी दिल्ली? जानिए पूरा गणित

सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हथिनीकुंड बैराज से डिस्चार्ज हुआ पानी दिल्ली तक पहुंचने में कम से कम 48 घंटे का समय लेगा। यह समय पानी की गति और बीच में पड़ने वाले इलाकों पर निर्भर करता है। इस अवधि के दौरान, दिल्ली और आसपास के निचले इलाकों में रहने वाले लोगों को सतर्क रहने और सुरक्षित स्थानों पर चले जाने की सलाह दी गई है। यमुना में बाढ़ का खतरा दिल्ली के लिए एक गंभीर चुनौती है, जिसके लिए व्यापक तैयारियों की आवश्यकता है।

प्रशासनिक तैयारियां और बचाव के उपाय

यमुना में बाढ़ की आशंका को देखते हुए प्रशासन पूरी तरह से मुस्तैद है। सिंचाई विभाग के सभी कर्मचारी यमुना नदी के किनारे अलग-अलग स्थानों पर तैनात कर दिए गए हैं। सुबह 4 बजे ही संबंधित एडी (AD) साहब और सभी एसडीएम्स (SDMs) को व्यक्तिगत रूप से सूचना दे दी गई थी। उत्तर प्रदेश और हरियाणा में नहरों की सप्लाई पूरी तरह से बंद कर दी गई है ताकि अतिरिक्त पानी को यमुना में छोड़ा जा सके। अधिकारियों ने जनता से सुरक्षित रहने और किसी भी आपात स्थिति के लिए तैयार रहने की अपील की है।

क्या करें और क्या न करें: आम जनता के लिए चेतावनी

आम जनता से बार-बार गुजारिश की जा रही है कि वे यमुना नदी के आसपास के क्षेत्रों में बिल्कुल न जाएं। अपने मवेशियों को भी यमुना के किनारे या निचले इलाकों में न छोड़ें। पानी का बहाव बहुत तेज है और जलस्तर लगातार बढ़ रहा है, ऐसे में किसी भी प्रकार का नुकसान हो सकता है। सुरक्षित स्थानों पर चले जाएं और स्थानीय प्रशासन द्वारा जारी की गई चेतावनियों और निर्देशों का पालन करें। यमुना में बाढ़ के दौरान अपनी और अपने परिवार की सुरक्षा को प्राथमिकता दें।


FAQs

Q1: यमुना में बाढ़ की वर्तमान स्थिति क्या है? A1: यमुना नदी इस मॉनसून में पहली बार 'हाई फ्लड' स्तर पर पहुंच गई है, जिसका जलस्तर 2.5 लाख क्यूसेक से अधिक हो गया है। हथिनीकुंड बैराज से 3 लाख 11 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है, जिससे दिल्ली, हरियाणा और उत्तर प्रदेश में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है ।

Q2: हथिनीकुंड बैराज से कितना पानी छोड़ा गया है? A2: वीडियो के शीर्षक के अनुसार, हथिनीकुंड बैराज से 3 लाख 11 हजार क्यूसेक पानी डिस्चार्ज किया गया है [NEW YOUTUBE SOURCE]। एक अधिकारी के बयान के अनुसार, पानी अभी भी बढ़ रहा है और ढाई लाख क्यूसेक से ऊपर जाएगा।

Q3: दिल्ली तक पानी पहुंचने में कितना समय लगेगा? A3: सिंचाई विभाग के अधिकारियों के अनुसार, हथिनीकुंड बैराज से छोड़ा गया पानी दिल्ली तक पहुंचने में कम से कम 48 घंटे का समय लेगा। इस अवधि के दौरान दिल्ली में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।

Q4: बाढ़ से प्रभावित होने वाले मुख्य क्षेत्र कौन से हैं? A4: यमुना में बाढ़ से प्रभावित होने वाले मुख्य क्षेत्रों में हरियाणा के विभिन्न जिले जो यमुना के किनारे हैं, साथ ही दिल्ली और उत्तर प्रदेश के यमुना से सटे निचले इलाके शामिल हैं। इन क्षेत्रों में बाढ़ जैसे हालात पैदा हो सकते हैं।

Q5: यमुना नदी के किनारे रहने वाले लोगों को क्या सावधानियां बरतनी चाहिए? A5: लोगों को यमुना नदी के आसपास के इलाकों में बिल्कुल नहीं जाना चाहिए और अपने मवेशियों को भी नदी के पास न छोड़ें। उन्हें सुरक्षित स्थानों पर चले जाना चाहिए और प्रशासन द्वारा जारी किए गए सभी निर्देशों का पालन करना चाहिए, क्योंकि यमुना में बाढ़ से नुकसान हो सकता है।

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