हरियाणा में बाढ़ का कहर: रेलवे को बड़ा झटका, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, जानिए पूरी खबर

हरियाणा में बाढ़ के कारण 11 जिलों में भारी बारिश, नदियां ओवरफ्लो, रेलवे रद्द। सरकार अलर्ट पर, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द। जानें बचाव और ताजा हालात।

Aug 31, 2025 - 12:54
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हरियाणा में बाढ़ का कहर: रेलवे को बड़ा झटका, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, जानिए पूरी खबर
हरियाणा में बाढ़ के हालात

दैनिक रियल्टी ब्यूरो | By: Neeraj Ahlawat | Date 31 Aug 2025

          विश्लेषण:

  • क्या (What): हरियाणा के 11 जिलों में लगातार भारी बारिश से बाढ़ जैसे हालात, नदियां ओवरफ्लो, जलभराव, रेलवे ट्रैक पर तकनीकी दिक्कत, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, घग्गर नदी में ओवरफ्लो का खतरा, यमुना नदी से पानी छोड़े जाने का असर, फसलें बर्बाद, और चरखी दादरी में एक बच्चे का शव बरामद।
  • क्यों (Why): उत्तर भारत की ओर बनी मानसून की ट्रफ के कारण हरियाणा और आसपास के क्षेत्रों में भारी बरसात हो रही है।
  • कब (When): वर्तमान में लगातार बारिश जारी है; फतेहाबाद में अगले 2 दिनों तक भारी बरसात का अलर्ट; हरियाणा में मानसून अगले 3 से 4 दिनों तक सक्रिय रहेगा और मानसूनी बारिश 3 सितंबर तक जारी रहेगी।
  • कहाँ (Where): हरियाणा के 11 जिले (हिसार, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, रोहतक, भिवानी, अंबाला, चरखी दादरी, पंचकूला, जींद, फतेहाबाद); कुरुक्षेत्र (मारकंडा नदी), फरीदाबाद (यमुना नदी, निचले इलाके, गांव रजपुरा); हिसार, फतेहाबाद, जींद, सोनीपत (जलभराव); उत्तरी रेलवे का जम्मू मंडल (कटुआ-माधोपुर-पंजाब स्टेशनों के बीच); दिल्ली का ओखला बैराज; चांदपुरा साइफन; चरखी दादरी (नहर)।
  • कौन (Who): हरियाणा सरकार, सीएम नायब सिंह सैनी, पब्लिक हेल्थ विभाग के अधिकारी और कर्मचारी, सेक्रेटरी मोहम्मद शाही, पंप ऑपरेटर, उत्तर रेलवे, मौसम विभाग, किसान (रजपुरा), प्रशासन, पुलिस, डॉ. मदन (कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष, चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार), राहगीर।
  • कैसे (How): लगातार बारिश के कारण नदियों का जलस्तर बढ़ा, बांधों से पानी छोड़ा गया, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ और जलभराव हुआ। सरकार और प्रशासन ने अलर्ट जारी कर, छुट्टियों रद्द कर, और बचाव उपकरण (पोकलेन, जेसीबी) तैनात कर स्थिति से निपटने का प्रयास किया।

 


हरियाणा में बाढ़ का कहर: रेलवे को बड़ा झटका, अधिकारियों की छुट्टियां रद्द, जानिए पूरी खबर

हरियाणा के 11 जिलों में लगातार जारी भारी बरसात ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया है। नदियों के उफान पर आने और सड़कों पर कई फीट तक पानी भरने से हरियाणा में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, जिससे आम लोगों में दहशत का माहौल है। सरकार और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गए हैं, और इसी के चलते पब्लिक हेल्थ विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। रेलवे सेवाओं पर भी इसका गहरा असर पड़ा है, जहां उत्तरी रेलवे ने 10 ट्रेनों को रद्द कर दिया है। यह स्थिति किसानों से लेकर आम नागरिक तक, सभी के लिए चिंता का विषय बन गई है। आइए जानते हैं हरियाणा में बाढ़ के इन बिगड़ते हालात और प्रशासन द्वारा उठाए जा रहे कदमों के बारे में पूरी जानकारी।


हरियाणा में बाढ़ का कहर: 11 जिले प्रभावित, नदियां उफान पर

लगातार हो रही मूसलाधार बारिश ने हरियाणा के 11 जिलों में तबाही मचाई है, जिनमें हिसार, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, रोहतक, भिवानी, अंबाला, चरखी दादरी, पंचकूला, जींद और फतेहाबाद शामिल हैं। कुरुक्षेत्र की मार्कंडा नदी और फरीदाबाद में यमुना नदी ओवरफ्लो हो चुकी हैं, जिससे कई इलाकों में बाढ़ का खतरा बढ़ गया है। हिसार, फतेहाबाद, जींद और सोनीपत में आज सुबह से तेज बरसात का दौर जारी है, जिसके कारण सड़कों और गलियों में 3 से 4 फुट तक जलभराव की स्थिति देखी जा रही है। यमुना नदी का जलस्तर फरीदाबाद में फिलहाल खतरे के निशान से नीचे है, लेकिन निचले इलाकों के खेत जलमग्न हो चुके हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान हुआ है। गांव रजपुरा में किसानों की बाजरे की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है।

सरकार और प्रशासन अलर्ट पर: छुट्टियों रद्द, विशेष निर्देश जारी

हरियाणा में बाढ़ की गंभीर स्थिति को देखते हुए राज्य सरकार और प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर आ गए हैं। सीएम नायब सिंह सैनी ने पब्लिक हेल्थ विभाग के सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां तत्काल प्रभाव से रद्द कर दी हैं। इसके साथ ही उनके स्टेशन छोड़ने पर भी रोक लगा दी गई है। विभाग के सेक्रेटरी मोहम्मद शाही ने सख्त निर्देश दिए हैं कि कोई भी अधिकारी या कर्मचारी अपने स्टेशन को न छोड़े और सभी पंप ऑपरेटर अपनी ड्यूटी पर बने रहें। सरकार का यह कदम सुनिश्चित करने के लिए है कि किसी भी आपातकालीन स्थिति से तुरंत निपटा जा सके और राहत कार्यों में कोई बाधा न आए।

रेलवे सेवाओं पर पड़ा भारी असर, 10 ट्रेनें रद्द

हरियाणा में बाढ़ और भारी बारिश का सीधा असर रेलवे सेवाओं पर भी पड़ा है। उत्तरी रेलवे के जम्मू मंडल में भारी वर्षा के कारण कटुआ-माधोपुर-पंजाब स्टेशनों के बीच ब्रिज पर तकनीकी दिक्कत आ गई है। इस समस्या को देखते हुए, कल से चलने वाली 10 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है। यह निर्णय यात्रियों की सुरक्षा और सुचारू रेल परिचालन सुनिश्चित करने के लिए लिया गया है। यात्रियों को सलाह दी गई है कि वे यात्रा करने से पहले अपनी ट्रेन की स्थिति की जांच कर लें।

मानसून की सक्रियता: अगले कुछ दिन और बिगड़ सकते हैं हालात

मौसम विभाग की मानें तो हरियाणा में मानसून की ट्रफ उत्तर भारत की ओर बनी हुई है, जिसके कारण राज्य और आसपास के क्षेत्रों में भारी बरसात जारी है। चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के कृषि मौसम विज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. मदन का कहना है कि अगले 3 से 4 दिनों तक हरियाणा में मानसून सक्रिय रहेगा। उन्होंने चेतावनी दी है कि मानसूनी बारिश 3 सितंबर तक जारी रहेगी, जिसके कारण हरियाणा में बाढ़ के हालात और भी बिगड़ सकते हैं। फतेहाबाद में अगले 2 दिनों तक भारी बरसात का अलर्ट जारी किया गया है, जिससे किसानों और प्रशासन की चिंता बढ़ गई है।

घग्गर और यमुना का बढ़ता जलस्तर, बचाव कार्य जारी

घग्गर नदी के ओवरफ्लो होने का खतरा भी बढ़ चुका है, जिससे आसपास के इलाकों में दहशत है। सुरक्षा की दृष्टि से प्रशासन ने चांदपुरा साइफन के पास पोकलेन मशीन और जेसीबी तैनात कर दी है। पोकलेन से लगातार पानी की सफाई की जा रही है और जेसीबी से तटबंध मजबूत करने का कार्य जारी है। इसके साथ ही, दिल्ली के ओखला बैराज से यमुना में 55,000 क्यूसिक पानी छोड़े जाने का असर फरीदाबाद में भी देखने को मिला है, जिससे यमुना नदी का जलस्तर बढ़ गया है और निचले इलाकों में जलभराव हो गया है।

चरखी दादरी में दुखद घटना, जलमग्न खेतों से किसानों की चिंता बढ़ी

हरियाणा में बाढ़ के बीच चरखी दादरी से एक दुखद अपडेट सामने आई है। यहां एक नहर से 8 से 9 महीने के एक बच्चे का शव पुलिस ने बरामद किया है। राहगीरों की सूचना पर पुलिस मौके पर पहुंची और शव को बाहर निकलवाया। बच्चे की अभी तक शिनाख्त नहीं हो पाई है और शव को पोस्टमार्टम के लिए रोहतक पीजीआई भेज दिया गया है। पुलिस आसपास के इलाकों में गुमशुदगी की जांच कर रही है। वहीं, खेतों में जलभराव से किसानों की बाजरे और अन्य फसलों को भारी नुकसान हुआ है, जिससे उनकी आजीविका पर संकट आ गया है। प्रशासन और सरकार अलर्ट मोड पर होने के बावजूद, आम लोगों के दिलों में अभी भी हरियाणा में बाढ़ को लेकर एक डर बना हुआ है।


FAQs (5 Q&A):

  1. हरियाणा में बाढ़ से कौन से जिले सबसे ज्यादा प्रभावित हैं? हरियाणा में बाढ़ से हिसार, पानीपत, सोनीपत, गुरुग्राम, रोहतक, भिवानी, अंबाला, चरखी दादरी, पंचकूला, जींद और फतेहाबाद सहित 11 जिले सबसे अधिक प्रभावित हुए हैं। इन जिलों में लगातार भारी बारिश और जलभराव की स्थिति है।

  2. सरकार ने बाढ़ से निपटने के लिए क्या कदम उठाए हैं? हरियाणा में बाढ़ की स्थिति को देखते हुए सरकार ने पब्लिक हेल्थ विभाग के अधिकारियों-कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं। पंप ऑपरेटरों को ड्यूटी पर रहने के निर्देश दिए गए हैं। इसके अतिरिक्त, घग्गर नदी के पास पोकलेन और जेसीबी मशीनें तैनात की गई हैं।

  3. हरियाणा में बारिश कब तक जारी रहेगी? चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय हिसार के डॉ. मदन के अनुसार, हरियाणा में मानसून अगले 3 से 4 दिनों तक सक्रिय रहेगा और मानसूनी बारिश 3 सितंबर तक जारी रहने की संभावना है। फतेहाबाद में अगले 2 दिनों तक भारी बारिश का अलर्ट है।

  4. रेलवे सेवाओं पर हरियाणा की बाढ़ का क्या असर पड़ा है? हरियाणा में बाढ़ के कारण उत्तरी रेलवे के जम्मू मंडल में एक ब्रिज पर तकनीकी दिक्कत आ गई है। इसे देखते हुए, कल से चलने वाली 10 ट्रेनों को रद्द कर दिया गया है, जिससे रेल यातायात प्रभावित हुआ है।

  5. किसानों को हरियाणा में बाढ़ से क्या नुकसान हुआ है? हरियाणा में बाढ़ और जलभराव के कारण किसानों को भारी नुकसान हुआ है। विशेष रूप से, फरीदाबाद के गांव रजपुरा में किसानों की बाजरे की फसल पूरी तरह से बर्बाद हो चुकी है। निचले इलाकों के खेत जलमग्न हो गए हैं, जिससे अन्य फसलों को भी नुकसान पहुंचा है।

Dainik Realty News Desk Neeraj Ahlawat & Dainik Realty News के संस्थापक और मुख्य लेखक (Founder & Lead Author) हैं। वह एक दशक से अधिक समय से पत्रकारिता और डिजिटल मीडिया से जुड़े हुए हैं। राजनीति, अर्थव्यवस्था, समाज और संस्कृति जैसे विविध विषयों पर उनकी गहरी समझ और निष्पक्ष रिपोर्टिंग ने उन्हें पाठकों के बीच एक भरोसेमंद नाम बना दिया है। पत्रकारिता के साथ-साथ Neeraj एक डिजिटल मार्केटिंग कंसल्टेंट भी हैं। उन्हें SEO, Google Ads और Analytics में विशेषज्ञता हासिल है। वह व्यवसायों, सामाजिक संगठनों और चैरिटी संस्थाओं को डिजिटल माध्यम से बढ़ने में मदद करते हैं। उनका मिशन है – सस्टेनेबल बिज़नेस, गैर-लाभकारी संस्थाओं और समाज में सकारात्मक बदलाव लाने वाले संगठनों को सशक्त बनाना, ताकि वे सही दिशा में अधिक से अधिक लोगों तक पहुँच सकें। Neeraj Ahlawat का मानना है कि पारदर्शिता, विश्वसनीयता और निष्पक्ष पत्रकारिता ही किसी भी मीडिया प्लेटफ़ॉर्म की सबसे बड़ी ताकत है। इसी सोच के साथ उन्होंने Dainik Realty News की शुरुआत की, जो आज पाठकों को सटीक, भरोसेमंद और प्रभावशाली समाचार उपलब्ध कराता है।