मनीषा मौत मामला: सीएम सैनी ने मानी पुलिस की 'गलती', लॉरेंस गैंग के बाद अब इस गैंगस्टर की भी हुई एंट्री!
हरियाणा के भिवानी की मनीषा मौत मामले में बड़ा अपडेट! सीएम नायब सिंह सैनी ने कबूली पुलिस की चूक। लॉरेंस गैंग के बाद अब सुनील सरिया और दीपक नांदल ने भी ₹51 लाख के इनाम की घोषणा की। जानिए पूरे मामले का ताज़ा खुलासा।

दैनिक रियल्टी ब्यूरो | 25 अगस्त 2025
भिवानी, हरियाणा: भिवानी की लेडी टीचर मनीषा की दुखद मौत का मामला लगातार गहराता जा रहा है। इस संवेदनशील मनीषा मौत मामला में एक बड़ा मोड़ तब आया जब हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने स्वयं यह स्वीकार किया कि मनीषा के गायब होने पर उसके पिता संजय के साथ डायल 112 और पुलिस थाने में "मिस बिहेव" किया गया था। यह स्वीकारोक्ति उन सभी आरोपों को पुष्ट करती है जो पुलिस की कार्यशैली पर सवाल उठा रहे थे। इस बीच, कुख्यात लॉरेंस गैंग के बाद अब हरियाणवी सिंगर फाजिलपुरिया पर फायरिंग की जिम्मेदारी लेने वाले गैंगस्टर सुनील सरिया और दीपक नांदल की भी इस मामले में एंट्री हो गई है, जिन्होंने मनीषा के कातिलों का पता बताने वाले को ₹51 लाख का इनाम देने की घोषणा की है। यह पूरा घटनाक्रम न सिर्फ प्रशासन पर दबाव बढ़ा रहा है, बल्कि न्याय की मांग को लेकर उठ रही आवाजों को और मुखर कर रहा है।
सीएम सैनी का बड़ा बयान: पुलिस की चूक और पारिवारिक विषय
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पहले सिरसा और फिर रविवार को पानीपत में मनीषा मौत मामले पर बयान देते हुए कहा कि मनीषा ने कीटनाशक दवाई ली थी, जिसकी पुष्टि हो चुकी है। उन्होंने विपक्ष पर बेवजह इस मामले को तूल देने का आरोप लगाया। हालांकि, उन्होंने पुलिस द्वारा मनीषा के पिता संजय के साथ किए गए "मिस बिहेव" को स्वीकार किया और बताया कि इसी वजह से एसपी और अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच चल रही है। सीएम सैनी ने यह भी कहा कि कई बार इस प्रकार के पारिवारिक विषय भी होते हैं। मेडिकल रिपोर्ट में मनीषा द्वारा दुकान से दवाई लेने की बात भी सामने आई है। मुख्यमंत्री के इस बयान के बाद पुलिस पर जांच का दबाव और बढ़ गया है, ताकि यह पता चल सके कि परिवार के साथ ऐसा व्यवहार क्यों किया गया।
गैंगस्टर लॉरेंस गैंग और सुनील सरिया की एंट्री: ₹51 लाख का इनाम
इस मनीषा मौत मामला में अपराधियों की भी एंट्री हो गई है, जिससे यह मामला और भी उलझ गया है। मनीषा के अंतिम संस्कार वाले दिन, यानी 21 अगस्त को, कुख्यात गैंगस्टर लॉरेंस गैंग के गोल्डी ढिल्लो ने सोशल मीडिया पोस्ट में धमकी दी थी कि यदि पुलिस और सरकार इंसाफ नहीं देंगे, तो वे मनीषा को इंसाफ दिलाएंगे, चाहे गलती करने वाला कितना भी ताकतवर क्यों न हो। अब, हरियाणवी सिंगर फाजिलपुरिया पर फायरिंग की जिम्मेदारी लेने वाले गैंगस्टर सुनील सरिया और दीपक नांदल ने एक सोशल मीडिया पोस्ट में मनीषा के कातिलों का पता बताने वाले को ₹51 लाख का इनाम देने की घोषणा की है। उन्होंने अपनी पोस्ट में सभी 36 बिरादरी से न्याय की मांग करने का जिक्र किया और प्रशासन की निष्क्रियता पर सवाल उठाए। हालांकि, मीडिया इन गैंगस्टर पोस्ट की पुष्टि नहीं करता, लेकिन यह दिखाता है कि यह मामला किस हद तक सार्वजनिक चर्चा और आपराधिक तत्वों की नजर में आ चुका है।
आदर्श नर्सिंग कॉलेज विवाद और जेपी दलाल का बचाव
मनीषा मौत मामले से जुड़े एक अन्य घटनाक्रम में पूर्व मंत्री जेपी दलाल का नाम भी सामने आया था। हालांकि, उन्होंने आइडियल नर्सिंग कॉलेज से पल्ला झाड़ते हुए स्पष्ट किया कि उनका या उनके किसी रिश्तेदार का किसी भी स्कूल या कॉलेज से कोई संबंध नहीं है। जेपी दलाल ने तो यहां तक कहा कि मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी चाहें तो इसकी जांच करा सकते हैं। यह बयान इस बात का संकेत है कि मामले की जांच में विभिन्न कोणों से पड़ताल की जा रही है और हर पहलू की सच्चाई उजागर करने का प्रयास किया जा रहा है।
पत्रकारों पर FIR: नवीन जैन ने उठाई आवाज, साइबर टेररिज्म धारा का विरोध
इस पूरे प्रकरण में पुलिस द्वारा 12 यूट्यूबरों और देसी पत्रकारों के खिलाफ साइबर टेररिज्म या डिजिटल टेररिज्म की धारा 66एफ के तहत केस दर्ज करने से नया विवाद खड़ा हो गया है। रोहतक में समाजसेवी नवीन जैन ने इन पत्रकारों के समर्थन में आवाज उठाई है। नवीन जैन ने कहा कि यह आंदोलन न्याय के लिए था और इसमें शामिल लोग आतंकवादी नहीं हैं। उन्होंने मुख्यमंत्री से मनीषा के पिता का वह दूसरा वीडियो भी देखने का आग्रह किया, जिसमें पिता ने आंदोलन के दौरान दर्ज किए गए केसों और गिरफ्तारियों को गलत बताया था। नवीन जैन ने यह भी सवाल उठाया कि मनीषा मौत मामले में जो लोग धरने को लीड कर रहे थे, वे अब क्यों नहीं बोल रहे हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि सोशल मीडिया पर आवाज उठाने वालों को दबाने का प्रयास किया जा रहा है और विपक्ष भी इस मामले में कुछ नहीं बोल पा रहा है।
आंदोलन की दिशा और सीबीआई जांच की मांग
मनीषा के पिता ने हाल ही में एक वीडियो में बताया था कि उनकी सीबीआई जांच की मांग पूरी हो गई है और वह सरकार व जांच से संतुष्ट हैं। हालांकि, एक अन्य वीडियो में उन्होंने उन लोगों पर दर्ज केसों और गिरफ्तारियों को गलत बताया था, जो आंदोलन में शामिल थे। नवीन जैन जैसे सामाजिक कार्यकर्ताओं का कहना है कि पुलिस ने पहले खुद कंफ्यूजन पैदा किया और अब दूसरे लोगों पर केस दर्ज कर रही है। डीपीआर चंडीगढ़ ने भी ट्विटर पर लिखा था कि आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा, लेकिन जब मामला सुसाइड का है, तो कौन से आरोपियों को बख्शा नहीं जाएगा, यह बात समझ से परे है। यह दर्शाता है कि मनीषा मौत मामला में न्याय की राह अभी भी जटिल और अस्पष्ट बनी हुई है और दोषियों को सामने लाने के लिए कड़ी जांच की आवश्यकता है।
FAQs (अक्सर पूछे जाने वाले प्रश्न)
Q1: मनीषा मौत मामले में सीएम सैनी ने क्या स्वीकार किया है? A1: मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने स्वीकार किया है कि मनीषा के गायब होने पर उसके पिता संजय के साथ डायल 112 और पुलिस थाने में "मिस बिहेव" किया गया था, जिसके लिए पुलिसकर्मियों के खिलाफ जांच चल रही है।
Q2: गैंगस्टर सुनील सरिया और दीपक नांदल ने क्या घोषणा की है? A2: गैंगस्टर सुनील सरिया और दीपक नांदल ने सोशल मीडिया पोस्ट के जरिए मनीषा के कातिलों का पता बताने वाले को ₹51 लाख का इनाम देने की घोषणा की है, जबकि इससे पहले लॉरेंस गैंग ने भी धमकी दी थी।
Q3: मनीषा की मौत के मामले में पत्रकारों पर क्यों केस दर्ज किए गए हैं? A3: पुलिस ने 12 यूट्यूबरों और देसी पत्रकारों पर धारा 66एफ के तहत केस दर्ज किए हैं, जो साइबर टेररिज्म से संबंधित है। समाजसेवी नवीन जैन ने इसे अन्यायपूर्ण बताते हुए इसका विरोध किया है।
Q4: मनीषा के पिता की सीबीआई जांच की मांग का क्या हुआ? A4: मनीषा के पिता ने एक वीडियो में बताया है कि उनकी सीबीआई जांच की मांग पूरी हो गई है और वह सरकार व जांच से संतुष्ट हैं। हालांकि, उन्होंने आंदोलनकारियों पर दर्ज केसों पर असंतोष व्यक्त किया।
Q5: पूर्व मंत्री जेपी दलाल का इस मामले से क्या संबंध है? A5: पूर्व मंत्री जेपी दलाल ने आदर्श नर्सिंग कॉलेज से किसी भी संबंध से इनकार किया है और कहा है कि उनका या उनके किसी रिश्तेदार का किसी स्कूल या कॉलेज से कोई ताल्लुक नहीं है। उन्होंने सीएम से जांच कराने को भी कहा।